सरपट भाग रहा कॉपर, शेयरों ने पकड़ी रफ्तार, क्या इन 3 कंपनियों के लिए बनेगा सोना
रिन्यूएबल सेक्टर समेत दूसरी इंडस्ट्रीज में बढ़ते कॉपर की डिमांड समेत दूसरे कई कारणों से तांबे की कीमतें आसमान छू रही हैं. ऐसे में इससे जुड़ी कंपनियों की किस्मत चमक सकती है. इससे कॉपर स्टॉक्स में भी उछाल की संभावना है. आज हम आपको इससे जुड़ी 3 ऐसी ही कंपनियों के बारे में बताएंगे, जिन्हें इसका फायदा मिल सकता है.

Copper Stocks: रिन्युएबल एनर्जी, इलेक्ट्रिक वाहन (EV), इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट से बढ़ती मांग, भू-राजनीतिक तनाव, और सप्लाई से ज्यादा डिमांड के बढ़ने से कॉपर की कीमतें आसमान छू रही हैं. पिछले एक हफ्ते में कॉपर की कीमतों ने 10% की छलांग लगाकर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के कॉपर आयात पर 50% टैरिफ लगाने की धमकी ने भी कीमतों को बढ़ाने में हवा दी है. ऐसे में आने वाले समय में कॉपर से जुड़ी कंपनियों की चांदी हो सकती है. इससे कॉपर स्टॉक्स में भी उछाल आने की उम्मीद है. ऐसे में आज हम आपको 3 ऐसी कॉपर कंपनियों के बारे में बताएंगे जिन्हें भविष्य में इसका फायदा मिल सकता है और उनके लिए ये तांबा, सोने की तरह कमाई करा सकता है.
Hindustan Copper Ltd
इसे देश का कॉपर किंग भी कहा जाता है. 1967 में स्थापित हिंदुस्तान कॉपर (HCL) भारत की इकलौती वर्टिकली इंटीग्रेटेड कॉपर उत्पादक कंपनी है, जो माइनिंग से लेकर फाइनल प्रोडक्ट तैयार करने तक का काम करती है. HCL के पास भारत के 55% कॉपर अयस्क भंडार और 80% से ज्यादा खनन लीज हैं. कंपनी FY26 में अयस्क उत्पादन 15-20% बढ़ाने की योजना बना रही है, जो EV और रिन्यूएबल एनर्जी की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए है.
वित्तीय प्रदर्शन
FY25 में कंपनी का रेवेन्यू 21% बढ़कर 20.7 बिलियन रुपये और मुनाफा 59% बढ़कर 4.7 बिलियन रुपये पहुंच गया, जो कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा मुनाफा है. हिंदुस्तान कॉपर मलांजखंड कॉपर प्रोजेक्ट, खेतरी कॉपर कॉम्प्लेक्स और इंडियन कॉपर कॉम्प्लेक्स में अपनी क्षमता का विस्तार कर रही है. अगले 5-6 साल में 20 बिलियन रुपये का निवेश और छत्तीसगढ़, राजस्थान, और झारखंड में नए कॉपर ब्लॉक की खोज की योजना है. इक्विटी मास्टर के मुताबिक भारत में प्रति व्यक्ति कॉपर खपत सिर्फ 0.5 किलो है, जो वैश्विक औसत 3.2 किलो से काफी कम है, ऐसे में Hindustan Copper को अच्छे ग्रोथ की उम्मीद है.
शेयरों का प्रदर्शन
हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के शेयरों के प्रदर्शन की बात करें तो 17 जुलाई को ये 0.57% की बढ़त के साथ 265.55 रुपये पर काराेबार करते नजर आए. एक महीने में इसके शेयर 5.18% चढ़े हैं. 5 साल में इसके शेयरों ने 576.34% रिटर्न दिया है, हालांकि एक साल में इसके शेयर 17 फीसदी गिर गए हैं.
Bhagyanagar India
भाग्यनगर इंडिया, हैदराबाद के सुराना ग्रुप की प्रमुख कंपनी है, जो 15,000 मीट्रिक टन की वार्षिक कॉपर उत्पादन क्षमता रखती है.इसकी स्थापना 1985 में हुई थी. कंपनी के ग्राहकों में लुकास, TVS, अमर राजा बैटरीज जैसे बड़े OEM शामिल हैं.
वित्तीय प्रदर्शन
FY25 में इसका रेवेन्यू 14% बढ़कर 16.3 बिलियन रुपये रहा, हालांकि मुनाफा 70% घटकर 140 मिलियन रुपये रहा. मगर कॉपर की कीमतों में उछाल से कंपनी की वित्तीय स्थिति सुधरने की उम्मीद है. भाग्यनगर कॉपर फॉयल और कम्यूटेटर सेगमेंट में R&D पर फोकस कर रही है, ताकि ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रिकल स्विचगियर और हीटिंग जैसे सेक्टर्स में नए प्रोडक्ट्स लॉन्च किए जा सकें.
शेयरों का प्रदर्शन
भाग्यनगर इंडिया के शेयरों का प्रदर्शन अच्छा रहा है. 17 जुलाई को भी इसके शेयर 3 फीसदी से ज्यादा बढ़त के साथ 92.24 रुपये पर ट्रेड करते नजर आए. पिछले एक महीने में इसके शेयरों में 22 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है. पांच साल में इसने 427.09% का धमाकेदार रिटर्न दिया है, हालांकि बीते एक साल में इसके शेयरों में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है.
Vedanta
वेदांता, भारत की सबसे बड़ी कॉपर उत्पादक कंपनियों में से एक है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ये देश की 22% घरेलू रिफाइंड कॉपर मांग को पूरा करती है. कंपनी का कॉपर बिजनेस जाम्बिया के कोनकोला कॉपर माइन (KCM) और सिलवासा प्लांट पर केंद्रित है. अगस्त में KCM का नियंत्रण हासिल करने के बाद सितंबर से इसका प्रोडक्शन शुरू हुआ, जो अब 45,000 टन तक पहुंच चुका है. 2026 में यह 1.5 लाख टन के लक्ष्य को पार करने की राह पर है, और भविष्य में 3 लाख टन तक उत्पादन बढ़ाने की योजना है.
वित्तीय प्रदर्शन
कॉपर से वेदांता की 18% आय आती है और तांबे की कीमतों में उछाल से कंपनी की कमाई और मार्जिन में और इजाफा होने की उम्मीद है. वेदांता ने FY25 में 10% के रेवेन्यू वृद्धि के साथ 1.5 ट्रिलियन रुपये और 172% की शानदार मुनाफा वृद्धि दर्ज की. वहीं प्री-कैपेक्स फ्री कैश फ्लो 78 बिलियन रुपये रहा, और नेट डेट/EBITDA रेशियो 1.4 से घटकर 1.2 हो गया.
कंपनी जाम्बिया सरकार के साथ KCM में 5 साल में 1 बिलियन USD निवेश के लिए तैयार है, जिसमें FY26 में 300 मिलियन USD शामिल है. इसके अलावा, सऊदी अरब में 2 बिलियन USD के कॉपर स्मेल्टर प्रोजेक्ट के लिए भी MoU साइन किया गया है, जो सऊदी के विजन 2030 को सपोर्ट करेगा.
शेयरों को प्रदर्शन
वेदांता के शेयर 17 जुलाई को थोड़ी गिरावट के साथ 446.35 रुपये पर ट्रेड करते नजर आए. बीते एक महीने और साल भर में भी इसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा. हालांकि 5 साल में इसके शेयरों ने 308.93% का शानदार रिटर्न दिया है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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