मंगल इलेक्ट्रिकल लिमिटेड ने निवेशकों को किया निराश, 0.89% डिस्काउंट पर लिस्टिंग; बाद में दिखी रिकवरी
मंगल इलेक्ट्रिकल लिमिटेड का IPO निवेशकों के लिए निराशाजनक साबित हुआ और यह 0.89 डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ. शेयर लिस्टिंग के बाद 547 रुपये तक गिरा, लेकिन रिकवर होकर 565 रुपये पर पहुंचा. कंपनी ने 400 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू लॉन्च किया था, जिसमें 71.3 लाख नए शेयर शामिल थे. इश्यू को लगभग 10 गुना ओवरसब्सक्रिप्शन मिला.
IPO Listing: मंगल इलेक्ट्रिकल लिमिटेड के IPO ने लिस्टिंग के दिन निवेशकों को निराश किया. शेयर 0.89 फीसदी के डिस्काउंट पर NSE पर लिस्ट हुआ. तो वहीं BSE पर यह 0.50 फीसदी पर लिस्ट हुआ. लिस्टिंग के बाद यह गिरकर 547 रुपये तक पहुंच गया था, हालांकि बाद में रिकवर करते हुए 565 रुपये तक चढ़ा. कंपनी ने 400 करोड़ रुपये का पब्लिक इश्यू पेश किया था, जो 20 अगस्त को खुला और 22 अगस्त को बंद हुआ. इस इश्यू को निवेशकों से शानदार प्रतिक्रिया मिली थी और यह करीब 10 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ था.
रिजर्वेशन और अलॉटमेंट
IPO में 50 फीसदी हिस्सा संस्थागत निवेशकों (QIB) के लिए, 35 फीसदी रिटेल निवेशकों के लिए और 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व रखा गया था. इसके अलावा 30 फीसदी शेयर एंकर निवेशकों को दिए जाएंगे. अनुमान है कि 95,000 से अधिक रिटेल निवेशकों को इसमें हिस्सा मिला.
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कंपनी की प्रोफाइल
2008 में स्थापित मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड बिजली डिसट्रीब्यूशन और ट्रांसमिशन से जुड़ी इक्विपमेंट्स और ट्रांसफॉर्मर्स का निर्माण करती है. इसके उत्पादों में CRGO स्लिट कॉइल्स, अमॉर्फस कोर, कॉइल और कोर असेंबली, टोरोइडल कोर, लैमिनेशन और ऑयल-इमर्स्ड सर्किट ब्रेकर शामिल हैं. कंपनी CRGO व CRNO कॉइल्स तथा अमॉर्फस रिबन का व्यापार भी करती है. यह 5 KVA से लेकर 10 MVA तक के ट्रांसफॉर्मर बनाती है और EPC प्रोजेक्ट्स के तहत इलेक्ट्रिकल सबस्टेशन की स्थापना भी करती है.
इश्यू साइज और प्राइसिंग
कंपनी ने 71.3 लाख फ्रेश शेयर बाजार में इश्यू किया था . प्रत्येक शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये और इश्यू प्राइस 561 रुपये रखा गया था. यह पूरा इश्यू फ्रेश शेयरों का है, यानी पुराने निवेशकों ने अपनी हिस्सेदारी नहीं बेची. रिटेल निवेशक न्यूनतम 1 लॉट यानी 26 शेयर खरीद सकते थे, जिसकी लागत करीब 14,586 रुपये बैठती है. अधिकतम 13 लॉट तक निवेश किया जा सकता था. छोटे और बड़े HNI निवेशकों के लिए भी अलग-अलग लॉट और निवेश की सीमा तय की गई थी.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.