पार्सल डिलिवरी के नाम पर नया साइबर फ्रॉड, रांची की छात्रा से ठगी ; खाते से उड़ाए 63 हजार रुपये

रांची में हॉस्टल में रहने वाली छात्रा तनीषा मिश्रा साइबर अपराधियों के झांसे में आ गई. पार्सल का पैसा रिफंड करने के नाम पर अपराधियों ने उसे वाट्सएप कॉल कर एक लिंक भेजा और फोन पे के जरिए ट्रांजेक्शन करवाया. इसके बाद उसके बैंक खाते से 63 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली गई. छात्रा ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने में दर्ज कराई है.

रांची में छात्रा से साइबर अपराधियों ने ठगी की है.

Cyber Fraud: रांची के एक हॉस्टल में रहने वाली छात्रा तनीषा मिश्रा साइबर अपराधियों के जाल में फंस गई. ऑनलाइन पार्सल का पैसा रिफंड कराने के बहाने ठगों ने उसके खाते से 63 हजार रुपये उडा लिए. छात्रा ने जब पार्सल न मिलने पर कस्टमर केयर से बात की तो उसे वाट्सएप कॉल आया और एक लिंक भेजा गया. लिंक और फोन पे ट्रांजेक्शन के जरिए अपराधियों ने उसके बैंक अकाउंट तक पहुंच बना ली. मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाना रांची में दर्ज कराई गई है.

पार्सल डिलेवरी के नाम पर फ्रॉड

छात्रा को मंगलवार को एक ऑनलाइन पार्सल मिलने वाला था. इसके लिए उसके मोबाइल पर डिलेवरी का मैसेज भी आया. लेकिन जब उसने हॉस्टल में जानकारी ली तो पता चला कि पार्सल अभी तक नहीं पहुंचा है. इसके बाद उसने कंपनी के कस्टमर केयर नंबर पर कॉल किया.

रिफंड के नाम पर भेजा गया लिंक

कस्टमर केयर से बात करने के बाद छात्रा को एक व्यक्ति ने वाट्सएप कॉल किया. उसने कहा कि पार्सल का पैसा वापस करना है. इसके लिए उसने छात्रा को एक लिंक भेजा और उसे डाउनलोड करने के लिए कहा. छात्रा ने लिंक पर भरोसा किया और प्रक्रिया शुरू की.

कैसे हुआ फ्रॉड

लिंक डाउनलोड न होने पर उस व्यक्ति ने छात्रा को फोन पे से कुछ रुपये भेजने को कहा. छात्रा ने वैसा ही किया. इस छोटे लेनदेन के बाद अपराधियों ने उसके अकाउंट का एक्सेस हासिल कर लिया और जानकारी निकाल ली.

खाते से उडाए गए हजारों रुपये

फोन पे और लिंक के जरिए अपराधियों ने छात्रा का बैंक अकाउंट पूरी तरह से नियंत्रित कर लिया. इसके बाद उसके खाते से 63 हजार रुपये की निकासी कर ली गई. छात्रा को जब इसका पता चला तो उसने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी.इस घटना के बाद तनीषा मिश्रा ने साइबर क्राइम थाना रांची में प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहना होगा और किसी भी संदिग्ध कॉल या लिंक पर भरोसा नहीं करना चाहिए.

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कैसे बचें ऐसे फ्रॉड से

ऐसे फ्रॉड से किसी भी अनजान लिंक को डाउनलोड न करें और न ही उस पर क्लिक करें. बैंक या कंपनी कभी भी रिफंड के लिए ओटीपी या लिंक नहीं भेजती. हमेशा कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या एप से ही संपर्क करें. मोबाइल और यूपीआई पर मजबूत पिन रखें और किसी भी संदिग्ध कॉल आने पर तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें.