Market Outlook 3 Nov: निफ्टी का सपोर्ट और ब्रेड्थ कमजोर, 20-DEMA का सहारा; क्या है एक्सपर्ट की राय?

निफ्टी लगातार दूसरे दिन गिरकर 25,800 के नीचे बंद हुआ और चार हफ्तों की तेजी पर ब्रेक लगा. अब 3 नवंबर को बाजार की दिशा विदेशी फंड फ्लो, ग्लोबल संकेत और कंपनियों के तिमाही नतीजों पर निर्भर करेगी. जानिए SBI Sec, HDFC Securities और Bajaj Broking के एक्सपर्ट्स ने अगले हफ्ते के लिए क्या लेवल बताए हैं.

शेयर बाजार में बिकवाली हावी Image Credit: freepik

भारतीय शेयर बाजार पर पिछले हफ्ते के आखिर में फिर से दबाव लौट आया. बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी लगातार दूसरे दिन गिरकर 25,722 पर बंद हुआ, जिससे चार हफ्तों से जारी तेजी की रफ्तार थम गई. मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी मुनाफावसूली दिखी, जबकि एडवांस-डिक्लाइन रेश्यो लगातार दूसरे दिन कमजोर रहा.

यह संकेत है कि मार्केट की ब्रेड्थ सिकुड़ रही है. हालांकि, निफ्टी फिलहाल 20-डे मूविंग एवरेज (20-DEMA) के ऊपर बना हुआ है, जो ट्रेंड के पॉजिटिव रहने का संकेत देता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि मौजूदा कंसोलिडेशन को हेल्दी करेक्शन की तरह देखना चाहिए और 25,500–25,300 के बीच गिरावट को खरीदारी के मौके के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.

ग्लोबल क्यूज में कमजोरी

Meta Platforms और Microsoft के तिमाही नतीजों के बाद अमेरिकी बाजारों में गिरावट ने घरेलू सेंटीमेंट को भी कमजोर किया. वहीं, घरेलू मोर्चे पर Bharat Electronics, Shriram Finance और Eicher Motors गेनर्स में रहे, जबकि Eternal, Max Healthcare और Cipla में भारी बिकवाली देखने को मिली.

सेक्टोरल कमजोरी भी जारी

सेक्टोरल मोर्चे पर Oil & Gas इंडेक्स को छोड़कर सभी प्रमुख सेक्टर लाल निशान में बंद हुए. Media, Metal और Healthcare सेक्टर सबसे कमजोर रहे. मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी मुनाफावसूली का दौर रहा. इसके अलावा ब्रॉड मार्केट में Nifty Midcap 100 और Smallcap 100 दोनों करीब 0.45% नीचे बंद हुए. एक्सपर्ट मान रहे हैं कि टॉप एंड से अब भी मुनाफावसूली जा रह सकती है.

करेंसी और ब्रेड्थ का दबाव

शुक्रवार को रुपया 8 पैसे कमजोर होकर 88.77 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो 14 अक्टूबर के बाद का सबसे निचला स्तर है. FII सेलिंग और डॉलर डिमांड ने करेंसी पर दबाव बढ़ाया. मार्केट ब्रेड्थ भी कमजोर रही Nifty 500 के 360 शेयर गिरावट में बंद हुए.

अपट्रेंड अभी बरकरार

HDFC Securities के नंदिश शाह का मानना है कि निफ्टी ने 25,718 का स्विंग लो तोड़ा है और अपवर्ड ट्रेंडलाइन सपोर्ट के नीचे बंद हुआ है, जो शॉर्ट टर्म के लिए सतर्कता का संकेत है. हालांकि, इंडेक्स अभी भी 20-DEMA (25,590) के ऊपर है, जो दर्शाता है कि पोजिशनल ट्रेंड अब भी पॉजिटिव है.

कहां है सपोर्ट और रेजिस्टेंस?

SBI Securities के सुदीप शाह के मुताबिक, निफ्टी के लिए 25,680–25,640 का जोन मजबूत सपोर्ट रहेगा. ऊपर की ओर 26,030–26,050 का बैंड रेजिस्टेंस है. अगर निफ्टी 26,050 के ऊपर टिकता है, तो तेजी का अगला लक्ष्य 26,200–26,350 तक जा सकता है.

शूटिंग स्टार कैंडल

Bajaj Broking Research का कहना है कि निफ्टी ने वीकली चार्ट पर लगातार दूसरा शूटिंग स्टार कैंडल बनाया है, जो कंसोलिडेशन का संकेत देता है. ब्रोकरेज का मानना है कि यह सिर्फ हेल्दी टाइम-करेक्शन है और आने वाले दिनों में 25,300–25,500 से बाय-ऑन-डिप्स स्ट्रैटेजी अपनानी चाहिए.

आगे क्या रहेगा फोकस

3 नवंबर सोमवार को बाजार की दिशा विदेशी फंड फ्लो, ग्लोबल मार्केट्स की चाल और कंपनियों के तिमाही नतीजों पर निर्भर करेगी. इस हफ्ते निवेशकों की नजर SBI, भारती एयरटेल, टाइटन और टाटा केमिकल्स के Q2 नतीजों के साथ-साथ ऑटो सेल्स डेटा पर भी रहेगी, जो त्योहारी मांग का ट्रेंड दिखाएगा.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ और डेरिवेटिव में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.