Market Outlook 5 Dec: Nifty 26000 के ऊपर टिका, ऑप्शन डाटा दे रहा साइडवेज-टू-बुलिश संकेत

भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ, लेकिन ट्रेडिंग सेशन में उतार-चढ़ाव चरम पर रहा. Nifty ने लगातार दूसरे दिन इंडिसीजन कैंडल बनाया और 26000 के ऊपर क्लोज किया. वहीं, ऑप्शन चेन में 25900–26000 स्ट्राइक पर भारी ऐक्टिविटी दिखी, जिसने यह स्पष्ट संकेत दिया कि RBI MPC से पहले बाजार एक सीमित दायरे में मजबूती साधने की कोशिश कर रहा है.

शेयर माार्केट Image Credit: Money9live

भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को संभली हुई तेजी के साथ बंद हुआ. Nifty ने 26000 के ऊपर टिके रहकर अपनी पोजिशनिंग मजबूत दिखाई, लेकिन लगातार दूसरे दिन इंडेक्स ने इंडिसीजन कैंडल बनाकर यह संकेत भी दिया कि निवेशक RBI की पॉलिसी से पहले किसी बड़े दांव से बच रहे हैं. वोलैटिलिटी ऊंची बनी रही, वहीं ऑप्शन चेन में 25900–26000 की रेंज की पकड़ और मजबूत दिखाई दी.

टेक्निकल मोर्चे पर राहत का संकेत

बाजाज ब्रोकिंग के अनुसार Nifty ने राइजिंग चैनल के भीतर एक छोटा बुलिश कैंडल बनाया है, जिसमें हायर-हाई और हायर-लो दोनों दिखे. यह पैटर्न बाजार की पॉजिटिव बायस के साथ कंसॉलिडेशन की ओर इशारा करता है. पिछले दो सत्रों में लोअर बैंड से मजबूत खरीदारी उभरकर आई है, जिसने सपोर्ट को और सुदृढ़ किया है. ब्रोकरेज का मानना है कि मौजूदा तीन-चार सत्रों का ठहराव बड़ी तेजी से पहले की तैयारी है और आने वाले सप्ताह में Nifty 26,500 तक पहुंचने की क्षमता रखता है. 25,900–25,700 की रेंज इंडेक्स का मजबूत आधार बनी हुई है, जहां 50-DEMA और नवंबर के बुलिश गैप दोनों का सपोर्ट मौजूद है.

20 DEMA पर पकड़, लेकिन ब्रेड्थ कमजोर

एंजेल वन के ओशो कृष्णन का कहना है कि गुरुवार का सेशन बुल्स और बियर्स के आमने-सामने टकराव का रहा, जहां अंत में हल्की बढ़त के साथ Nifty 26000 के ऊपर बंद हुआ. 20 DEMA ने इंडेक्स को स्थिर रखने में अहम भूमिका निभाई है, हालांकि मार्केट ब्रेड्थ अभी भी कमजोर बनी हुई है. कृष्णन के अनुसार 25900–25850 की रेंज एक निर्णायक सपोर्ट बन चुकी है, जबकि ऊपर 26100–26150 का जोन कड़ा रेझिस्टेंस साबित हो रहा है. इस रेंज के ऊपर स्थिरता मिले तो इंडेक्स 26250–26300 की ओर रुख कर सकता है. उन्होंने चेताया कि MPC के बाद वोलैटिलिटी और बढ़ सकती है और रेट-सेंसिटिव सेक्टर्स पर बारीकी से नजर रखनी होगी.

दुविधा में निवेशक

SBI सिक्योरिटीज के सुदीप शाह ने कहा कि Nifty ने 160-पॉइंट की टाइट रेंज में ट्रेड किया, लेकिन बाजार भर में अनिश्चितता का माहौल बना रहा. इंडेक्स के लगातार दूसरे दिन दोनों तरफ शैडो वाली कैंडल बनाने से यह स्पष्ट है कि निवेशक पॉलिसी से पहले कोई निर्णायक पोजिशन नहीं ले रहे. आईटी और रियल्टी सेक्टर्स में मजबूती देखने को मिली, वहीं कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और मीडिया स्टॉक्स पर दबाव रहा. ब्रॉडर मार्केट में कमजोरी जारी रही और निफ्टी स्मॉल कैप 100 अपने 200 DEMA से नीचे बना रहा, जबकि Nifty 500 के 275 स्टॉक्स गिरावट में बंद हुए.

क्या है ऑप्शन चेन का इशारा?

ऑप्शन चेन में गुरुवार को सबसे तेज हलचल 25900–26050 की रेंज में दिखाई दी. 26000 के पुट ऑप्शन(PE) में 37% की भारी गिरावट और 25900 PE में 45% की गिरावट ने संकेत दिया कि नीचे की ओर तेज गिरावट की आशंका फिलहाल कम हो गई है. यह पुट प्रीमियम क्रैश दर्शाता है कि ट्रेडरों ने 26000 के ऊपर स्थिरता को स्वीकार कर लिया है.

दूसरी तरफ Call साइड में 26000 CE ने हल्की मजबूती दिखाई, जबकि 26100–26300 के कॉल्स में प्रीमियम गिरावट यह बताती है कि बाजार फिलहाल तत्काल अपसाइड को सीमित मान रहा है. ओपन इंटरेस्ट में Nifty Futures और 26000 PE शीर्ष पर रहे, जिससे साफ है कि 26000 निवेशकों का भावनात्मक और तकनीकी दोनों प्रकार का बैलेंस पॉइंट बन चुका है.

क्या निकलता है नतीजा?

टेक्निकल सेटअप, फंडामेंटल संकेत और ऑप्शन डेटा सभी मिलकर बाजार के लिए एक साइडवेज-टू-बुलिश स्ट्रक्चर बनाते दिख रहे हैं. 25900–26000 पर मजबूत सपोर्ट, ऊपर 26150 पर कड़ा रेझिस्टेंस और पॉलिसी से पहले घटती वोलैटिलिटी यह दर्शाती है कि बाजार निर्णायक ट्रेंड की प्रतीक्षा कर रहा है. वास्तविक दिशा अब RBI की पॉलिसी और उसके बाद की निवेशक प्रतिक्रिया तय करेगी.