बाजार की चाल तय करेंगे क्रूड, ईरान-इजराइल तनाव और विदेशी संकेत

अगले हफ्ते शेयर बाजार की चाल पूरी तरह से ग्लोबल संकेतों पर निर्भर रहने वाली है. ईरान और इजराइल के बीच बढ़ता तनाव फिर से पश्चिम एशिया में हालात को बिगाड़ सकता है, जिसका असर कच्चे तेल की कीमतों पर साफ दिखाई दे रहा है. अगर ब्रेंट क्रूड 85 डॉलर से ऊपर जाता है, तो यह भारत जैसे आयातक देशों के लिए बड़ा झटका हो सकता है.

दूसरी तरफ अमेरिकी फेडरल रिजर्व और जापान के बैंक ऑफ जापान (BoJ) की मौद्रिक नीतियों पर भी बाजार की नजर रहेगी. फेड की ओर से दरें स्थिर रहने की संभावना है, लेकिन भविष्य की गाइडेंस बाजार की दिशा तय कर सकती है. जापान की नीति में बदलाव से भी एशियाई बाजारों में उतार-चढ़ाव आ सकता है.

FII यानी विदेशी संस्थागत निवेशक भी फिर से भारतीय बाजार की ओर लौटते दिखे हैं, जिससे सेंटीमेंट सुधरा है. Bajaj Finance जैसे बड़े स्टॉक पर अगले हफ्ते नजर रहेगी, जहां वोलैटिलिटी देखी जा सकती है. कुल मिलाकर अगले हफ्ते बाजार में एक नई चाल देखने को मिल सकती है.