Market Outlook: क्या 25,000 के पार टिक पाएगा बाजार, तेजी की राह में क्या है सबसे बड़ी बाधा?

सितंबर 2024 के ऑल टाइम हाई लेवल के बाद शुरू हुई गिरावट के दौर से उबर कर भारतीय बाजार अब तेजी से ऑल टाइम हाई वाले लेवल की तरफ बढ़ रहा है. सोमवार को भारतीय बाजार के दोनों बेंचमार्क इंडेक्स ने अहम मनोवैज्ञानिक स्तरों से ऊपर क्लोजिंग ली है. करीब 6 महीने बाद निफ्टी जहां 25 हजार से ऊपर बंद हुआ है. वहीं, सेंसेक्स 82 हजार से ऊपर बंद हुआ है. फिलहाल, बाजार तमाम घरेलू और बाहरी फैक्टर्स के साथ ऊंची उड़ान के लिए तैयार नजर आ रहा है. एक तरफ जहां घरेलू मोर्चे पर RBI की तरफ से रिकॉर्ड हाई डिविडेंड का ऐलान किया गया है, जिससे सरकार को करीब 2.6 लाख करोड़ रुपये मिलेंगे, यह भारतीय अर्थव्यवस्था में भरोसा बढ़ाने वाली बात है. इसके अलावा मानसून की समय से पहले आगमन भी बाजार में उत्साह भर रहा है. दूसरी तरफ ज्यादातर बड़े ग्लोबल ट्रिगर्स भी शांत होते दिख रहे हैं, जिनमें खासतौर पर ट्रंप का टैरिफ प्लान अब एक निश्चित दिशा में बढ़ता दिख रहा है. वहीं, डॉलर की कमजोरी और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में संकुचन के अनुमान भी भारतीय बाजार में निवेशकों के रुझान को बढ़ा रहे हैं. हालांकि, इस सबके बाद भी कुछ ऐसे फैक्टर हैं, जो भारतीय बाजार की तेजी में बाधा बन सकते हैं.