साल के आखिरी कारोबारी हफ्ते में बाजार सतर्क, घरेलू-वैश्विक आंकड़े तय करेंगे चाल, जानें एक्सपर्ट ने क्या दिए संकेत

नए साल से ठीक पहले बाजार की चाल सतर्क होती दिख रही है. सीमित कारोबारी सत्रों और अहम आर्थिक आंकड़ों के बीच निवेशकों की नजर घरेलू और वैश्विक संकेतों पर टिकी है. आने वाले दिनों में उतार-चढ़ाव के बीच बाजार का रुख इन्हीं फैक्टर्स से तय हो सकता है.

शेयर मार्केट Image Credit: Money9live/Canva]

साल 2025 के आखिरी कारोबारी हफ्ते में शेयर बाजार से बड़ी तेजी या बड़ी गिरावट की उम्मीद कम ही जताई जा रही है. छुट्टियों की वजह से ट्रेडिंग सेशन सीमित हैं और निवेशक भी नए साल से पहले बड़े दांव लगाने से बचते दिख रहे हैं. ऐसे माहौल में इस हफ्ते बाजार की चाल घरेलू और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों, विदेशी निवेशकों की गतिविधियों और ऑटो सेक्टर से आने वाले डेटा पर निर्भर करेगी.

घरेलू आंकड़ों पर रहेगी खास नजर

Religare Broking के SVP (Research) अजीत मिश्रा का कहना है कि यह हफ्ता कैलेंडर ईयर 2026 में प्रवेश का है और इसमें उतार-चढ़ाव बढ़ सकता है. उन्होंने कहा, “यह सप्ताह दिसंबर F&O एक्सपायरी के कारण ज्यादा उतार-चढ़ाव वाला रह सकता है. घरेलू स्तर पर नवंबर महीने का औद्योगिक उत्पादन (IIP) डेटा और HSBC मैन्युफैक्चरिंग PMI का फाइनल आंकड़ा बाजार के लिए अहम रहेगा.” इन आंकड़ों से यह संकेत मिलेगा कि मैन्युफैक्चरिंग और औद्योगिक गतिविधियां साल के अंत में किस स्थिति में हैं.

नवंबर महीने की ऑटो बिक्री के आंकड़े भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण होंगे. Enrich Money के CEO पोन्मुदी आर ने पीटीआई के हवाले से बताया है कि नवंबर महीने की ऑटो बिक्री के आंकड़े यह साफ करेंगे कि घरेलू खपत में जो तेजी देखने को मिली थी, वह नए साल में भी बनी रहेगी या नहीं. उनका मानना है कि ऑटो डेटा से यह समझने में मदद मिलेगी कि उपभोक्ता मांग कितनी मजबूत है.

विदेशी निवेशकों और वैश्विक संकेतों का असर

बीते हफ्तों में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की ओर से लगातार बिकवाली देखी गई है. यही वजह है कि इस हफ्ते भी विदेशी निवेशकों का रुख बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकता है. अजीत मिश्रा कहते हैं कि वैश्विक स्तर पर निवेशकों की नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व पर रहेगी. उनके अनुसार, “FOMC मीटिंग के मिनट्स और फेड के बैलेंस शीट से जुड़े अपडेट वैश्विक जोखिम भावना, लिक्विडिटी और ग्रोथ को लेकर संकेत देंगे, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ेगा.”

Motilal Oswal Financial Services के रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि इस हफ्ते कई अहम अंतरराष्ट्रीय आंकड़े आने वाले हैं. उन्होंने बताया, “निवेशकों को अमेरिका के जॉबलेस क्लेम्स, अमेरिका और चीन के मैन्युफैक्चरिंग PMI और भारत के मासिक ऑटो बिक्री आंकड़ों पर नजर रखनी चाहिए.”

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पिछला हफ्ता कैसा रहा?

छुट्टियों वाले पिछले हफ्ते में बाजार में सीमित कारोबार हुआ. बीएसई सेंसेक्स 112 अंक और निफ्टी करीब 76 अंक चढ़कर बंद हुए. हालांकि ट्रेडिंग वॉल्यूम कम रहा और मुनाफावसूली भी देखने को मिली. विशेषज्ञों का मानना है कि साल के आखिरी दिनों में बाजार रेंज में ही घूमता हुआ दिख सकता है. बड़ी तेजी या गिरावट के बजाय निवेशक आंकड़ों के आधार पर चुनिंदा शेयरों में ही सौदे करते नजर आ सकते हैं. नए साल से पहले बाजार का मूड सतर्क लेकिन संतुलित बना रह सकता है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.