एकछत्र राज करती हैं ये कंपनियां, 5 साल में 1000 फीसदी तक रिटर्न; मुकाबले में दूसरे भरते हैं पानी
भारतीय शेयर बाजार में कई कंपनियां अपने क्षेत्र में मोनोपॉली पोजिशन रखती हैं. कोल इंडिया, IRCTC और MCX अपने-अपने सेक्टर पर हावी हैं, जबकि डिफेंस सेक्टर में HAL और BEL जैसी कंपनियां मजबूत मार्केट शेयर के साथ लंबे समय तक निवेशकों को शानदार रिटर्न दे रही हैं. जानें कैसे हैं फंडामेंटल और आगे की प्लानिंग.
Monopoly Companies in their Sector: भारतीय शेयर बाजार में कई ऐसी कंपनियां मौजूद हैं जिनका अपने-अपने क्षेत्र में दबदबा यानी Monopoly है. ये कंपनियां नियामकीय ढांचे (Regulatory Framework), सरकारी अधिकार (Exclusive Rights), या फिर तकनीकी बाधाओं (Technological Barriers) की वजह से बिना किसी बड़ी प्रतिस्पर्धा के बाजार पर राज करती हैं. निवेशकों के लिए ये कंपनियां लंबे समय तक स्थिर बिजनेस मॉडल और मजबूत मुनाफे का प्रतीक मानी जाती हैं.
यहां पर हमने एक लिस्ट तैयार की है जिसमें उन्हीं कंपनियों का नाम है जो भारत में अपनी कंपनी और बड़े मार्केट शेयर की वजह से मोनोपॉली पोजिशन रखती हैं. इनमें कोल इंडिया (Coal India), इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC), मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) शामिल हैं. इसके अलावा डिफेंस सेक्टर में भी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) जैसी कंपनियां मजबूत मार्केट शेयर के साथ काम कर रही हैं. आइए विस्तार से सभी के बारे में बताते हैं.
Coal India- दुनिया का सबसे बड़ा कोल प्रोड्यूसर
कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) भारत में कोयला खनन और प्रोडक्शन में लगभग 80 फीसदी मार्केट शेयर के साथ एकदम मजबूत मोनोपॉली है. यह दुनिया का सबसे बड़ा कोयला उत्पादक है और मुख्य रूप से बिजली, स्टील, सीमेंट और फर्टिलाइजर सेक्टर को सप्लाई करता है. कंपनी की मजबूती सरकारी स्वामित्व और खनन ब्लॉक्स पर विशेष अधिकारों की वजह से है.
वित्तीय प्रदर्शन
Q1 FY26 में कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट सेल्स 3,58,422 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 3,75,039 करोड़ रुपये था. इससे इतर, कंपनी का नेट प्रॉफिट घटकर 85,900 करोड़ रुपये पर आ गया, जो पिछले साल 1,08,582 करोड़ रुपये था. 3 साल का औसत CAGR सेल्स ग्रोथ 11.2 फीसदी और नेट प्रॉफिट ग्रोथ 26.7 फीसदी रहा.
भविष्य की योजना
कंपनी फिलहाल 117 कोयला परियोजनाओं पर काम कर रही है जिनकी कुल क्षमता करीब 979 मिलियन टन है. इस पर लगभग 1,400 अरब रुपये का कैपिटल निवेश स्वीकृत किया गया है. कोल इंडिया नई Mass Production Technologies (MPT) और स्टेट-ऑफ-द-आर्ट ओपन कास्ट माइनिंग टेक्नोलॉजी को अपना रही है.
शेयर प्रदर्शन
शुक्रवार, 12 सितंबर को कोल इंडिया के शेयर हर रंग में कारोबार करते हुए 0.20 फीसदी की बढ़त के साथ 394.20 रुपये पर बंद हुए. वहीं, पिछले 1 महीने में कंपनी के शेयर में 2.23 फीसदी की तेजी आई हालांकि, 1 साल के दौरान वह 18.86 फीसदी तक गिरा है. वहीं, 5 साल के दौरान कंपनी के शेयर 213 फीसदी तक चढ़े हैं. 52 हफ्ते का हाई 516.75 रुपये (27 सितंबर 2024) और लो 349.2 रुपये (17 फरवरी 2025).
IRCTC- रेलवे टिकटिंग और कैटरिंग में बेजोड़
इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) को रेलवे से जुड़े कई अहम कामों पर सरकारी तौर पर एकाधिकार यानी मोनोपॉली राइट्स प्राप्त हैं. इस क्षेत्र में दूसरी कोई भी कंपनी नहीं है जो फिलहाल आईआरसीटीसी का मुकाबला कर पाए. कंपनी को ऑनलाइन टिकट बेचने, ट्रेन और स्टेशन कैटरिंग सर्विस देने और पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर (Rail Neer) सप्लाई करने का एक्सक्लूसिव अधिकार है.
वित्तीय प्रदर्शन
Q1 FY26 में रेवेन्यू 11,597 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल 11,176 करोड़ रुपये था. इसी के साथ कंपनी का नेट प्रॉफिट बढ़कर 3,307 करोड़ रुपये हुआ, पिछले साल 3,077 करोड़ रुपये था. 3 साल का औसत CAGR सेल्स ग्रोथ 35.5 फीसदी और नेट प्रॉफिट ग्रोथ 25.9 फीसदी रहा.
आगे की तैयारी
IRCTC अपने खुद के पेमेंट गेटवे “Ipay” को लॉन्च कर रहा है, ताकि डिजिटल पेमेंट्स से ज्यादा रेवेन्यू हासिल हो सके. कंपनी ट्रेनों में डिजिटल कंटेंट और विज्ञापन से भी कमाई बढ़ाने की तैयारी में है.
शेयर प्रदर्शन
शुक्रवार, 12 सितंबर को कंपनी के शेयर 0.34 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 722.15 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुए. पिछले 1 सप्ताह में इसके भाव 20 रुपये तक बढ़े हैं. हालांकि, 1 साल के दौरान इसमें 21.78 फीसदी तक की गिरावट आई है. वहीं, 5 साल के दौरान इसमें 165 फीसदी की तेजी आई है. 52 हफ्ते का हाई 956.8 रुपये (13 सितंबर 2024) और लो 655.7 रुपये (3 मार्च 2025).
MCX- कमोडिटी ट्रेडिंग का बादशाह
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (MCX) भारत में कमोडिटी फ्यूचर्स मार्केट पर 98 फीसदी से ज्यादा मार्केट शेयर रखता है. 2002 में स्थापित और 2003 से ऑपरेशन शुरू करने वाले MCX को फर्स्ट मूवर एडवांटेज और मजबूत नेटवर्क इफेक्ट का फायदा मिला.
वित्तीय प्रदर्शन
Q1 FY26 में कंपनी का नेट सेल्स 3,732 करोड़ रुपये था, जो पिछले साल 2,344 करोड़ रुपये दर्ज किया गया. इससे इतर, नेट प्रॉफिट 2,037 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था, जो पिछले साल 1,106 करोड़ रुपये था. 3 साल का औसत CAGR सेल्स ग्रोथ 44.8 फीसदी और नेट प्रॉफिट ग्रोथ 57.5 फीसदी रहा.
नए प्रोडक्ट्स
MCX लगातार अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो का विस्तार कर रहा है. हाल ही में Nickel Futures और Cardamom Futures लॉन्च किए गए. इससे पहले कंपनी ने भारत का पहला Electricity Futures Contract भी पेश किया था.
शेयर प्रदर्शन
शुक्रवार, 12 सितंबर को कंपनी के शेयर 2.20 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 7,735 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुए. वहीं, पिछले 1 महीने के दौरान इसके शेयरों में 5.67 फीसदी तक की गिरावट आई है. हालांकि, 1 साल के दौरान इसमें 45.69 फीसदी की बढ़ोतरी आई. वहीं, 5 साल के दौरान इसके शेयर 385.62 फीसदी की तेजी आई. 52 हफ्ते का हाई 9,110 रुपये (1 जुलाई 2025) और लो 4,410.1 रुपये (11 मार्च 2025).
डिफेंस सेक्टर- HAL और BEL का दबदबा
भारतीय डिफेंस सेक्टर में भी कुछ कंपनियां मजबूत मोनोपॉली जैसी स्थिति रखती हैं. उनमें से एक हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) है. सेक्टोरल मार्केट कैप के मामले में एचएएल नंबर वन कंपनी है. ये भारतीय वायुसेना के लिए तेजस जैसे फाइटर जेट, हेलिकॉप्टर और अन्य एयरोस्पेस इक्विपमेंट बनाता है. वहीं, इस सेक्टर में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) का भी खासा नाम है. देश के लिए ये कंपनी रडार सिस्टम, वारफेयर इक्विपमेंट, और कम्युनिकेशन सिस्टम का निर्माण करती है. दोनों कंपनियां रक्षा मंत्रालय के तहत काम करती हैं और इनका ऑर्डर बुक लगातार मजबूत हो रहा है.
क्या है शेयर का हाल?
HAL के शेयर शुक्रवार, 12 सितंबर को 3.59 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 4,744.70 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुआ. पिछले 1 महीने में इसके भाव में 7.13 फीसदी की तेजी आई. हालांकि, 5 साल के दौरान एचएएल के शेयरों में 1009 फीसदी की दमदार तेजी आई है. वहीं, BEL की बात करें तो शुक्रवार को वह 3.67 फीसदी की तेजी के साथ 399.20 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुआ. पिछले 1 महीने में 4.78 फीसदी की तेजी आई वहीं, सालभर में कंपनी के शेयर 37.21 फीसदी तक चढ़े हैं. 5 साल के दौरान बीईएल के शेयर 1,040 फीसदी तक चढ़े हैं.
ये भी पढ़ें- RVNL से करोड़ों का ऑर्डर मिलते ही इस स्टॉक ने पकड़ी रफ्तार, दे चुका है 485% का रिटर्न; क्या आपने लगाया है दांव
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.