म्‍यूचुअल फंड कंपनियां अब नहीं वसूल पाएंगी 3% से ज्‍यादा एग्जिट लोड, SEBI ने घटाई लिमिट; ऐसे मिलेगा फायदा

Exit Load on Mutual Funds: इससे म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों को फायदा मिलेगा, क्योंकि यह लोड फंड से निकासी के समय लगता है. सेबी ने वित्तीय समावेशन को बढ़वा देने के लिए अपनी बोर्ड मीटिंग में इस फैसले पर मुहर लगाई है. मौजूदा फ्रेमवर्क म्यूचुअल फंड स्कीम्स ऑपरेट करने वाले फंड हाउस को अधिकतम 5 फीसदी एक्जिट लोड लगाने की अनुमति देता है.

म्यूचुअल फंड पर एग्जीट लोड Image Credit: Getty image

Exit Load on Mutual Funds: मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने शुक्रवार को म्यूचुअल फंड में निवेशक सुरक्षा और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए बड़ा फैसला लिया है. बोर्ड ने मैक्सिमम परमीसिबल एग्जिट लोड को 5 फीसदी से घटाकर 3 फीसदी कर दिया है. इससे म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों को फायदा मिलेगा, क्योंकि अब यह शुल्क 3 फीसदी से अधिक नहीं लगेगा. एग्जिट लोड फंड से निकासी के समय लगता है. सेबी ने वित्तीय समावेशन को बढ़वा देने के लिए अपनी बोर्ड मीटिंग में इस फैसले पर मुहर लगाई है.

क्या है एग्जिट लोड और किसे मिलेगा फायदा

जब आप किसी म्यूचुअल फंड (Mutual Fund – MF) में निवेश करते हैं और कुछ समय बाद अपनी यूनिट्स (units) बेचकर बाहर निकलते हैं, तो फंड हाउस आपसे एक शुल्क ले सकता है. इसे एग्जिट लोड कहा जाता है. इसका मकसद निवेशकों को जल्दी निवेश निकालने से रोकना और फंड मैनेजमेंट की स्थिरता बनाए रखना होता है. एग्जिट लोड कम होने से सीधे तौर पर म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों को फायदा मिलेगा, क्योंकि अब उन्हें कम निकासी शुल्क देना होगा.

Exit Load क्यों लगाया जाता है?

  • निवेशकों को जल्दी-जल्दी निवेश बेचने से रोकने के लिए.
  • फंड मैनेजमेंट को स्थिर रखने के लिए.
  • शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग से बचाकर लॉन्गटर्म निवेश को बढ़ावा देने के लिए.
  • फंड के ऑपरेशन लागत की भरपाई के लिए.

एग्जिट लोड हर स्कीम में अलग-अलग हो सकता है. यह शुल्क निवेश निकालते समय ही लागू होता है. हालांकि, कुछ स्कीम्स में शुरुआती कुछ समय के बाद एग्जिट लोड शून्य कर दिया जाता है. सेबी इसे कंट्रोल करता है, ताकी निवेशकों को निवेश का सही लाभ मिल सके.

5 फीसदी से 3 फीसदी

मौजूदा फ्रेमवर्क म्यूचुअल फंड स्कीम्स ऑपरेट करने वाले फंड हाउस को अधिकतम 5 फीसदी एग्जिट लोड लगाने की अनुमति देता है, जो योजना में वापस जमा हो जाता है. हालांकि, म्यूचुअल फंड आमतौर पर 1 फीसदी से 2 फीसदी की सीमा में एग्जिट लोड लगाते हैं, इसलिए, अधिकतम एग्जिट लोड को कम करने से नियामक आवश्यकताएं उद्योग की प्रचलित ट्रेंड के अनुरूप हो जाएंगी. अधिकतम सीमा 3 फीसदी निर्धारित करना उचित पाया गया ताकि कम लिक्विडिटी वाली सिक्योरिटीज में निवेश करने वाली योजनाओं के लिए निवेशक सुरक्षा और फ्लेक्सिबलिटी के बीच बेहतर संतुलन बनाया जा सके.

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