HDB फाइनेंशियल के शेयर ऑल टाइम हाई से 9% नीचे, ऐसे में Hold, Sell या Buy; जानें क्या कहता है ब्रोकरेज
Motilal Oswal Financial Services ने HDB फाइनेंशियल सर्विसेज को 'न्यूट्रल' रेटिंग दी है. ब्रोकरेज का कहना है कि HDB फाइनेंशियल सर्विसेज ब्याज दरों में कमी के दौर में फायदा उठाने की अच्छी स्थिति में है. कंपनी के 77 फीसदी लोन फिक्स्ड रेट पर हैं, जबकि 33 फीसदी उधार फ्लोटिंग रेट पर हैं.
HDB Financial: इस साल 2025 का अब तक का सबसे बड़ा IPO HDB फाइनेंशियल सर्विसेज (HDB Financial Services) का रहा है. इसका इश्यू साइज लगभग 12,500 करोड़ रुपये था और यह 25 जून 2025 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था. HDB फाइनेंशियल 2 जुलाई को 835 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ था. हालांकि, इसके बाद से इसके शेयरों में जोरदार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. कंपनी के शेयर का ऑल-टाइम हाई 891.90 रुपये है, जबकि अब इसके शेयर 808 रुपये पर आ गए हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या आपको HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के साथ निवेश का जोखिम उठाना चाहिए या नहीं. आइए, हम आपको विस्तार से बताते हैं.
दरअसल, Motilal Oswal Financial Services ने HDB फाइनेंशियल सर्विसेज को ‘न्यूट्रल’ रेटिंग दी है. ब्रोकरेज ने कंपनी के शेयर का टारगेट प्राइस 860 रुपये तय किया है. यह अभी के दाम से करीब 6 फीसदी है. HDB फाइनेंशियल सर्विसेज को HDFC बैंक के मजबूत समर्थन और अनुभवी मैनेजमेंट की मदद मिल रही है. मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि कंपनी अगले कुछ सालों (2025-2028) में अपनी AUM में 19 फीसदी की सालाना ग्रोथ हासिल कर सकती है. साथ ही, कंपनी रिटर्न ऑन एसेट्स (RoA) को बढ़ा सकती है.
बढ़ सकता है नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM)
ब्रोकरेज का कहना है कि HDB फाइनेंशियल सर्विसेज ब्याज दरों में कमी के दौर में फायदा उठाने की अच्छी स्थिति में है. कंपनी के 77 फीसदी लोन फिक्स्ड रेट पर हैं, जबकि 33 फीसदी उधार फ्लोटिंग रेट पर हैं. इसका मतलब है कि जब रिजर्व बैंक की रेपो रेट कम होगी, तो कंपनी को अपने उधार की लागत में फायदा होगा. कंपनी की AAA क्रेडिट रेटिंग के कारण उसे सस्ता कर्ज मिल रहा है, जिससे FY26 में उसका नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) बढ़ सकता है.
मजबूत है HDB फाइनेंशियल सर्विसेज का लेंडिंग मॉडल
मोतीलाल ओसवाल ने यह भी बताया कि HDB फाइनेंशियल सर्विसेज का लेंडिंग मॉडल मजबूत है. कंपनी डेटा-बेस्ड अंडरराइटिंग, सख्त पोर्टफोलियो मॉनिटरिंग और रिकवरी प्रक्रिया पर ध्यान देती है. इससे उसकी AUM की क्वालिटी अच्छी रहती है. पिछले एक साल में मैक्रोइकॉनमिक चुनौतियों और कुछ सेगमेंट्स जैसे कमर्शियल व्हीकल और अनसिक्योर्ड बिजनेस लोन में तनाव के कारण कंपनी की AUM की क्वालिटी पर थोड़ा दबाव पड़ा था. इसके चलते क्रेडिट कॉस्ट बढ़ी थी. लेकिन, अब इन सेगमेंट्स में स्थिरता के शुरुआती संकेत दिख रहे हैं. इस साल के दूसरे हाफ से AUM की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है.
मजबूत कंपनी है HDB फाइनेंशियल- मोतीलाल ओसवाल
HDB फाइनेंशियल की रणनीति में मजबूत रिस्क मैनेजमेंट शामिल है. इससे कंपनी अब स्केलेबल और प्रॉफिटेबल ग्रोथ के दौर में प्रवेश कर रही है. कुल मिलाकर, मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज एक मजबूत कंपनी है, जो आने वाले समय में अच्छी ग्रोथ दिखा सकती है. है. लेकिन, अभी शेयर में निवेश करने से पहले कंपनी के प्रदर्शन और रणनीति के और सबूत देखने की जरूरत है.
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