NSDL vs CDSL: पहली तिमाही के नतीजों के बाद कौन सा दांव बेहतर? आंकड़ों से समझें पूरी स्ट्रेटजी
NSDL और CDSL भारत की दो प्रमुख डिपॉजिटरी हैं, जो शेयर बाजार में निवेशकों के डीमैट खातों को मैनेज करती हैं. ये खाते आपके शेयरों को डिजिटल रूप में सुरक्षित रखते हैं. NSDL हाल ही में शेयर बाजार में लिस्ट हुआ है, जबकि CDSL पहले से ही लिस्टेड है. 2025 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के नतीजों के आधार पर कौन सा स्टॉक खरीदना बेहतर है. आइए इसे विस्तार से जानते है.
NSDL vs CDSL: नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL) ये भारत के शेयर बाजार दो मुख्य डिपॉजिटरी कंपनियां हैं. ये दोनों कंपनियां निवेशकों के डीमैट खातों को संभालती हैं, जहां शेयर और अन्य सिक्योरिटीज इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखे जाते हैं. हाल ही में NSDL ने शेयर बाजार में एंट्री की, जिसके बाद निवेशकों में यह सवाल उठ रहा है कि 2025 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के नतीजों के आधार पर कौन सा स्टॉक खरीदना बेहतर है. आइए इसे विस्तार से जानते है.
NSDL और CDSL क्या हैं?
NSDL और CDSL भारत की दो प्रमुख डिपॉजिटरी हैं, जो शेयर बाजार में निवेशकों के डीमैट खातों को मैनेज करती हैं. ये खाते आपके शेयरों को डिजिटल रूप में सुरक्षित रखते हैं. NSDL हाल ही में शेयर बाजार में लिस्ट हुआ है, जबकि CDSL पहले से ही लिस्टेड है.
NSDL के Q1 2025 के नतीजे
NSDL ने जून 2025 में खत्म हुई तिमाही में 312 करोड़ रुपये की आय कमाई, जो पिछली तिमाही से 14 फीसदी कम है. हालांकि, पिछले साल की तुलना में इसकी डिपॉजिटरी आय 19 फीसदी बढ़ी. कंपनी ने खर्चों में कटौती की, जिसके कारण उसका नेट प्रॉफिट 8 फीसदी बढ़कर 89.6 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी का ऑपरेटिंग मुनाफा (EBITDA) 4 फीसदी बढ़कर 95.2 करोड़ रुपये रहा, और इसका मार्जिन 25.1 फसदी से बढ़कर 30.5 फीसदी हो गया.
NSDL के डीमैट खातों की संख्या में भी तेजी आई. पिछले साल इसकी बाजार हिस्सेदारी 9.4 फीसदी थी, जो अब बढ़कर 15.5 फीसदी हो गई है. इसके पास अब 4 करोड़ से ज्यादा डीमैट खाते हैं. साथ ही, कुल डीमैट कस्टडी वैल्यू में NSDL की हिस्सेदारी 86.6 फीसदी है, जो बहुत मजबूत है.
CDSL के Q1 2025 के नतीजे
CDSL ने इसी तिमाही में 259 करोड़ रुपये की आय कमाई, जो पिछली तिमाही से 15.6 फीसदी ज्यादा है. यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से इसकी एन्युटी (स्थिर) आय और ट्रांजैक्शन आय में सुधार के कारण हुई. इसका नेट प्रॉफिट थोड़ा बढ़कर 102 करोड़ रुपये रहा, लेकिन पिछले साल की तुलना में 24 फीसदी कम हुआ. इसका ऑपरेटिंग मुनाफा (EBITDA) 20 फीसदी बढ़कर 130.6 करोड़ रुपये रहा, और मार्जिन 48.6 फसदी से बढ़कर 50.4 फसदी हो गया. CDSL ने इस तिमाही में 57 लाख नए डीमैट खाते जोड़े, जो पिछली तिमाही के 64 लाख से कम हैं. फिर भी, डीमैट खातों की संख्या में CDSL की बाजार हिस्सेदारी 84 फीसदी है.
NSDL और CDSL की तुलना
- मुनाफा और आय: CDSL की आय में बढ़ोतरी हुई, जबकि NSDL की आय में कमी आई. लेकिन NSDL ने खर्चों में कटौती करके मुनाफा बढ़ाया.
- बाजार हिस्सेदारी: CDSL के पास डीमैट खातों की संख्या में 84 फीसदी हिस्सेदारी है, लेकिन NSDL तेजी से बढ़ रहा है और इसकी हिस्सेदारी 9.4 फीसदी से 15.5 फीसदी हो गई है. कस्टडी वैल्यू में NSDL का दबदबा है. ये 86.9 फीसदी है.
- वैल्यूएशन: NSDL का शेयर P/E अनुपात (70-79x) के हिसाब से CDSL (66x) से महंगा है. यानी, NSDL के शेयर की कीमत उसकी कमाई की तुलना में ज्यादा है.
कौन सा स्टॉक खरीदें?
- NSDL: अगर आप तेजी से बढ़ रही कंपनी में निवेश करना चाहते हैं और ज्यादा कीमत चुकाने को तैयार हैं, तो NSDL अच्छा ऑप्शन हो सकता है. यह उन लोगों के लिए है जो लंबे समय तक निवेश करना चाहते हैं और भारत के शेयर बाजार के विकास पर भरोसा रखते हैं.
- CDSL: अगर आप स्थिर और कम जोखिम वाला निवेश चाहते हैं, तो CDSL बेहतर है.
क्या करना चाहिए?
मनी 9 से बात करते हुए जाने-माने रिसर्च एनालिस्ट अंशुल जैन बताते है कि दोनों कंपनियां भारत के बढ़ते शेयर बाजार से फायदा उठाने का मौका देती हैं. अगर आप नया निवेश करना चाहते हैं, तो CDSL को अभी कम कीमत पर खरीदना बेहतर हो सकता है, खासकर अगर यह 1,378.9 रुपये के आसपास आता है. NSDL में निवेश करने से पहले इसके शेयर की कीमत में थोड़ी गिरावट का इंतजार करना समझदारी हो सकती है.
डेटा सोर्स: BSE, Groww, Screener
डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
ये भी पढ़े: NSDL ने सबकी भरी झोली, अब अनलिस्टेड मार्केट के निवेशक भी मुनाफे में, जानें कितना हुआ फायदा