पुतिन से मुलाकात के बाद बदला ट्रंप का रुख, भारत पर 25% सेकेंडरी टैरिफ टाल सकता है अमेरिका

ट्रंप ने संकेत दिया है कि अमेरिका भारत पर रूस से तेल खरीदने के लिए एक्सट्रा टैरिफ नहीं लगाएगा. कुछ लोगों को डर था कि अगर अमेरिका ने ये टैरिफ लगाए, तो भारत को नुकसान हो सकता था. ट्रंप ने शुक्रवार को फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही.

ट्रंप पुतिन

Trump Tariffs: ट्रंप ने शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ अलास्का में मुलाकात की. इस बैठक में युद्धविराम पर कोई सहमति नहीं हुई, लेकिन कुछ मुद्दों पर दोनों देशों ने सकारात्मक रुख दिखाया. ट्रंप ने संकेत दिया है कि अमेरिका भारत पर रूस से तेल खरीदने के लिए एक्सट्रा टैरिफ नहीं लगाएगा. कुछ लोगों को डर था कि अगर अमेरिका ने ये टैरिफ लगाए, तो भारत को नुकसान हो सकता था. ट्रंप ने शुक्रवार को फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही. वह उस समय एयर फोर्स वन विमान में थे और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक के लिए अलास्का जा रहे थे.

ट्रंप ने कहा, “रूस ने भारत जैसे एक बड़े तेल खरीदार को खो दिया, जो रूस के 40 प्रतिशत तेल का खरीदार था. चीन भी बहुत तेल खरीद रहा है. अगर मैंने भारत पर एक्सट्रा टैरिफ लगाए, तो यह उनके लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है. अगर जरूरत पड़ी, तो मैं ऐसा करूंगा, लेकिन शायद मुझे ऐसा करने की जरूरत न पड़े.”

हम सब पुतिन से निराश हैं- स्कॉट बेसेन्ट

इससे पहले बुधवार को अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने कहा था कि अगर ट्रंप और पुतिन की बैठक अच्छी नहीं रही, तो भारत पर रूस से तेल खरीदने के लिए और टैरिफ लग सकते हैं. ब्लूमबर्ग को दिए इंटरव्यू में बेसेन्ट ने कहा, “हम सब पुतिन से निराश हैं. अगर चीजें ठीक नहीं रहीं, तो भारत पर और कर लग सकते हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि टैरिफ बढ़ाए जा सकते हैं, कम किए जा सकते हैं, या एक निश्चित समय के लिए लगाए जा सकते हैं.

विदेश मंत्रालय ने टैरिफ को बताया गलत

ट्रंप ने भारत पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए हैं, जिसमें रूस से तेल खरीदने के लिए 25 प्रतिशत टैरिफ शामिल है. ये टैरिफ 27 अगस्त से लागू होंगे. भारत के विदेश मंत्रालय ने इन टैरिफ को गलत और अनुचित बताया है. मंत्रालय ने कहा, “भारत एक बड़ा देश है और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा.” इस तरह, ट्रंप ने संकेत दिया है कि भारत पर और टैरिफ लगाने की जरूरत शायद न पड़े, लेकिन स्थिति के आधार पर फैसला लिया जाएगा. भारत ने साफ कर दिया है कि वह अपने हितों की रक्षा करेगा.

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