सेमीकंडक्टर-स्टील पर ट्रंप का बड़ा ऐलान, महंगे होंगे मोबाइल, कार और टीवी; लगेगा 300% तक टैरिफ!
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सेमीकंडक्टर चिप्स और स्टील पर नए टैरिफ की घोषणा की, जो 100-300 फीसदी तक हो सकते हैं. अमेरिका में उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए ट्रंप टैरिफ को एक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं. ट्रंप ने भारत पर भी 50 फीसदी टैरिफ लगाया है, जो 27 अगस्त से प्रभावी होगा. स्टील पर पहले से ही 50 फीसदी टैरिफ लगाया जा चुका है. स्टील पर इससे अधिक टैरिफ लगना इस इंडस्ट्री के लिए और भी अधिक संकट पैदा कर सकता है.

Trump’s Semiconductor Tariffs Coming Soon: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में सेमीकंडक्टर चिप्स और स्टील पर नए टैरिफ (आयात शुल्क) लगाने की घोषणा की है. ट्रंप ने यह बयान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अलास्का में होने वाली बैठक के लिए जाते समय दिया. इससे पहले ट्रंप ने फरवरी में स्टील पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया था, मई में इसे बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया है. पहले से ही संकट का सामना कर रही सेमीकंडक्टर चिप्स इंडस्ट्री पर ट्रंप के टैरिफ ने एक नया बम फोड़ दिया है. हालांकि इसके टाइमलाइन को लेकर ट्रंप ने कुछ नहीं कहा है. उन्होंने कहा है टैरिफ उस हिसाब से लगाया जाएगा, जिससे कंपनियों को संभलने का मौका मिल जाएगा. इससे ऐसा प्रतीत होता है कि ट्रंप सेमीकंडक्टर चिप्स पर टैरिफ धीरे-धीरे किस्तों में लगाएंगे.
सेमीकंडक्टर पर 300 फीसदी टैरिफ!
ट्रंप ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि वे अगले एक या दो हफ्तों में स्टील और सेमीकंडक्टर चिप्स पर टैरिफ लगाएंगे. हालांकि, स्टील पर पहले ही 50 फीसदी टैरिफ लगाया जा चुका है, इसलिए यह स्पष्ट नहीं है कि अब ट्रंप स्टील पर कितना टैरिफ लगाएंगे. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने संकेत दिया कि चिप्स पर टैरिफ 100 से लेकर 200 या 300 फीसदी तक भी हो सकता है. यह टैरिफ उन कंपनियों पर लागू नहीं होगा, जो अमेरिका में चिप्स बनाना शुरू करेंगी. इससे साफ है कि ट्रंप अमेरिका में मैन्यूफेक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए टैरिफ को एक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं.
विदेशी चिप्स पर निर्भरता कम हो
अमेरिका का वाणिज्य विभाग अप्रैल से चिप्स और दवाओं के आयात की जांच कर रहा है. यह जांच राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर की जा रही है, ताकि टैरिफ लगाने का रास्ता साफ हो सके. यह प्रक्रिया जटिल है और इसमें कई महीने लग सकते हैं. ट्रंप का कहना है कि विदेशी चिप्स पर निर्भरता कम करके अमेरिका में उत्पादन बढ़ाना जरूरी है.
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क्या होगा इसका असर?
सेमीकंडक्टर चिप्स स्मार्टफोन, कार, और अन्य इक्विपमेंट में इस्तेमाल होते हैं. टैरिफ लगने से इनकी कीमत बढ़ सकती है, जिसका असर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा. ट्रंप ने एप्पल के सीईओ टिम कुक के साथ एक कार्यक्रम में कहा था कि जो कंपनियां अमेरिका में उत्पादन करेंगी, उन्हें टैरिफ से छूट मिल सकती है. एप्पल ने अमेरिका में 600 अरब डॉलर के निवेश की योजना बनाई है, जिसे ट्रंप ने सराहा है.
रूस के साथ व्यापार और बातचीत
ट्रंप ने कहा कि वे पुतिन के साथ टैरिफ के मुद्दे पर भी बात कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि रूस के कई कारोबारी इस बैठक में शामिल होंगे. ट्रंप ने यह भी धमकी दी है कि अगर रूस के साथ बातचीत ठीक नहीं रही, तो रूसी ऊर्जा खरीदने वालों पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया जा सकता है. इससे वैश्विक व्यापार पर असर पड़ सकता है. ट्रंप-पुतिन के बीच हुई बातचीत का लब्बोलुआब क्या रहा यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है. यह पता लगते ही अनुमान लगाया जा सकता है ट्रंप का अगला कदम क्या हो सकता है.
भारत पर लगा चुके हैं 50% टैरिफ
6 अगस्त को ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया था, जो 27 अगस्त से लागू होगा. ट्रंप का यह अतिरिक्त टैरिफ भारत का रूस के साथ व्यापार के बदले लगाया गया है. पहले से लगे 25 फीसदी टैरिफ 7 अगस्त से प्रभावी हो चुका है. 27 अगस्त से भारत पर कुल टैरिफ 50 फीसदी टैरिफ लग सकता है.
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