कंप्यूटर चिप्स और सेमीकंडक्टर पर ट्रंप का बड़ा ऐलान, महंगे होंगे मोबाइल, कार और टीवी; लगेगा 100 फीसदी टैरिफ
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कंप्यूटर चिप्स और सेमीकंडक्टर को लेकर टैरिफ की घोषणा की है. उन्होंने कहा है कि कंप्यूटर चिप्स पर 100 फीसदी टैक्स लगेगा. इससे भारत से अमेरिका भेजे जाने वाले प्रोडक्ट और इलेक्ट्रॉनिक सामान महंगे हो सकते हैं. हालांकि अमेरिका में बनने वाले प्रोडक्ट को टैक्स से छूट मिलेगी. ट्रंप की ये नीति बाइडन की छूट वाली नीति से बिल्कुल अलग है.

Trump Tariff : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी एक्स्ट्रा टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. जो 21 दिन बाद यानी 27 अगस्त से लागू होगा. ट्रंप का कहना है कि ये फैसला भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने की वजह से लिया गया है. अब भारत से अमेरिका जाने वाले प्रोडक्ट पर कुल 50 फीसदी टैरिफ लग जाएगा. इसी के साथ डोनाल्ड ट्रंप ने एक और बड़ा फैसला कंप्यूटर चिप्स और सेमीकंडक्टर्स को लेकर लिया है. उन्होंने कहा कि अब अमेरिका में बाहर से आने वाले कंप्यूटर चिप्स और सेमीकंडक्टर्स पर 100 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी लगाई जाएगी. लेकिन जो कंपनियां अमेरिका में ही मैन्युफैक्चरिंग करेंगी, उन्हें इस टैक्स से पूरी छूट दी जाएगी.
क्या बोला ट्रंप ने?
डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस से बयान देते हुए कहा, हम कंप्यूटर चिप्स और सेमीकंडक्टर्स पर लगभग 100 फीसदी टैरिफ लगाएंगे. लेकिन अगर आप ये सब अमेरिका के अंदर बना रहे हैं, तो कोई टैक्स नहीं देना होगा.
महंगे होंगे इलेक्ट्रॉनिक सामान
चिप्स और सेमीकंडक्टर्स पर 100 फीसदी टैक्स लगाने का सीधा असर मोबाइल फोन, कार, टीवी, फ्रिज और दूसरे डिजिटल उपकरणों पर पड़ेगा. इनकी कीमतों में इजाफा होना तय माना जा रहा है. इससे कंपनियों की लागत बढ़ेगी और मुनाफा घटेगा.
टॉप उत्पादों का निर्यात और टैरिफ स्थिति
प्रोडक्ट | दुनिया को भारत से निर्यात में भारत की हिस्सेदारी | अमेरिका को निर्यात (₹ करोड़) | सबसे उच्च टैरिफ (%) | नया टैरिफ (%) | कुल टैरिफ (%) |
---|---|---|---|---|---|
ज्वेलरी, गोल्ड | 40% | 87,730 | 1 | 25 | 51.3 |
गारमेंट्स, निटेड कपड़े | 20% | 58,779 | 1 | 25 | 52.1 |
मशीनरी, मैकेनिकल | 4% | 26,193 | 2.5 | 25 | 43.5 |
फार्मा, मेडिकल उत्पाद | 5% | 25,900 | 0 | 0 | 0 |
इलेक्ट्रिकल मशीनरी | 3% | 24,353 | 3 | 25 | 46.5 |
प्लास्टिक व रबर उत्पाद | 3% | 19,160 | 3.9 | 25 | 49.5 |
स्टील, लौह इस्पात | 4% | 23,687 | 0 | 25 | 43.3 |
केमिकल्स | 4% | 16,405 | 2 | 25 | 45.3 |
अन्य | — | 1,07,671 | — | — | — |
कोविड के टाइम चिप्स की कमी ने बढ़ाई थी महंगाई
कोरोना के दौरान दुनियाभर में चिप्स की भारी कमी हो गई थी. उस वक्त गाड़ियों की कीमतें बहुत बढ़ गई थीं और महंगाई भी खूब बढ़ी थी. अब ट्रंप के इस नए फैसले से फिर वैसा ही माहौल बन सकता है. आज के दौर में चिप्स की मांग तेजी से बढ़ रही है क्योंकि स्मार्टफोन, इलेक्ट्रिक कार, घरेलू गैजेट्स और AI जैसे सेक्टर इन पर पूरी तरह निर्भर हैं.
बाइडन की नीति से बिल्कुल अलग दिशा में ट्रंप
जहां अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन ने 2022 में ‘CHIPS and Science Act’ लाकर कंपनियों को सब्सिडी, टैक्स छूट और रिसर्च फंडिंग दी थी ताकि वो अमेरिका में चिप फैक्ट्री लगाएं, वहीं ट्रंप का तरीका एकदम उल्टा है. वो टैक्स का दबाव बनाकर कंपनियों को अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने के लिए मजबूर करना चाहते हैं.
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