₹90000 करोड़ का शानदार ऑर्डर बुक, 52 वीक हाई से 37% डिस्काउंट पर ट्रेड हो रहा यह रेलवे स्टॉक, क्या बन रहा एंट्री का मौका?

RVNL का शेयर अपने 52 वीक हाई से 37% नीचे ट्रेड कर रहा है जबकि कंपनी के पास ₹90,000 करोड़ का मजबूत ऑर्डर बुक, तेजी पकड़ती डाइवर्सिफिकेशन रणनीति और FY26–27 में स्थिर ग्रोथ का अनुमान है. मार्जिन दबाव अस्थायी है. आइये जानते हैं कि क्या लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह गिरावट आकर्षक एंट्री पॉइंट बन सकती है?

RVNL Image Credit: TV9 Bharatvarsh

भारतीय रेलवे सेक्टर 2025 में तेजी से विस्तार कर रहा है. देश में सालाना 7 अरब से ज्यादा यात्री रेल यात्रा कर रहे हैं और फ्रेट लोडिंग 1.6 अरब टन के पार जा चुकी है. रेलवे की पैसेंजर आय करीब 50% बढ़कर ₹75,000 करोड़ के ऊपर पहुंच गई है. ऐसे में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी RVNL (Rail Vikas Nigam Ltd) लंबी अवधि के निवेशकों के लिए फिर से चर्चा में है क्योंकि कंपनी का शेयर अपने 52 वीक हाई ₹502 से अब लगभग 37% नीचे ₹314 के भाव पर ट्रेड कर रहे हैं. यह गिरावट कंपनी के प्रदर्शन से मेल नहीं खाती है. कंपनी के पास ₹90000 करोड़ का बाद ऑर्डर बुक है. RVNL का मार्केट कैप ₹65,480 करोड़ है. आइये समझते हैं कि क्या इसमें निवेश का सही मौका आ गया है?

ऑर्डर बुक और डाइवर्सिफिकेशन

कंपनी का Q2FY26 में ₹90,000 करोड़ रहा. यह ऑर्डर बुक दो हिस्सों में बंटा है.

  1. रेलवे के पुराने प्रोजेक्ट
  2. नए मल्टी-सेक्टर प्रोजेक्ट्स (सोलर, टेलीकॉम, इंटरनेशनल कॉन्ट्रैक्ट)

FY26 में कंपनी ₹75,000–80,000 करोड़ की बोली लगाने की योजना में है. इसमें से उम्मीद है कि करीब ₹8,000–10,000 करोड़ के नए प्रोजेक्ट RVNL को मिलेंगे.

एक्सीक्यूशन में सुधार के संकेत

कंपनी ने FY26 के लिए अपनी रेवेन्यू गाइडेंस ₹21,000–22,000 करोड़ बरकरार रखी है और मैनेजमेंट का कहना है कि Q3 में काम की गति और तेज की जाएगी .वहीं, FY27 में कंपनी कम से कम 10% ग्रोथ का लक्ष्य रख रही है. इसकी वजह है- तेज गति वाले प्रोजेक्ट, साइट एक्टिविटी में सुधार और हाल में मिले बड़े कॉन्ट्रैक्ट्स से इनफ्लो.

कंपनी कैसे बदल रही है अपना बिजनेस मॉडल

सरकारी नीतियों के चलते नॉमिनेटेड रेलवे प्रोजेक्ट कम हो रहे हैं इसलिए RVNL अब सिर्फ रेलवे नहीं बल्कि नए सेक्टरों में भी उतर रही है.

  • सोलर प्लांट और बैटरी स्टोरेज
  • रोलिंग स्टॉक मेंटेनेंस
  • मेट्रो मेंटेनेंस
  • मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क (MMLP)
  • HAM प्रोजेक्ट्स, जो 20-25 साल की तय आय देते हैं

Q2FY26 में कंपनी का हाल

  • Q2FY26 में कंपनी का रेवेन्यू 6% बढ़कर ₹5,123 करोड़ रहा.
  • हालांकि नेट प्रॉफिट 20% घटकर ₹231 करोड़ रह गया. यानी राजस्व स्थिर है पर मार्जिन पर थोड़ा दबाव है.

शेयरों का हाल

कंपनी में शेयरों ने पिछले सालभर में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है और इसमें 30% की गिरावट देखने को मिली है. वहीं, पिछले 3 साल में इसने 440% से अधिक रिटर्न दिया है और पिछले 5 साल में 1500% से अधिक रिटर्न दिया है.

विवरणमान (₹ या %)
मार्केट कैप₹65,470 करोड़
करंट प्राइस₹314
हाई / लो₹502 / ₹295
स्टॉक P/E57.7
बुक वैल्यू₹45.8
डिविडेंड यील्ड0.55%
ROCE14.7%
ROE14.0%
फेस वैल्यू₹10.0

इसे भी पढ़ें: West Coast Paper: 0.8x बुक वैल्यू पर ट्रेड कर रहा भारत का सबसे अंडरवैल्यूड मैन्युफैक्चरिंग स्टॉक? बन सकता है कमाई का मौका!

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.