Paytm के शेयर ने बनाया रिकॉर्ड, जनवरी 2022 के बाद पहली बार 1300 के पार; सिर्फ इतने महीने में डबल हुआ पैसा
Paytm Shares: नवंबर 2021 के अंत में लिस्ट होने के बाद, जनवरी 2022 के बाद पहली बार पेटीएम के शेयर 1,300 रुपये के स्तर पर पहुंचे. पेटीएम के शेयर गुरुवार को 2 फीसदी से अधिक बढ़कर 1,305 रुपये पर पहुंच गए, जो 52 वीक का नया हाई लेवल है. पिछले 3 महीनों में पेटीएम के शेयरों में 30 फीसदी की तेजी आई है.
Paytm Shares: फिनटेक कंपनी पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के शेयर गुरुवार 16 अक्टूबर को 2 फीसदी से अधिक उछलकर 52 वीक के हाई लेवल पर पहुंच गए. ब्रोकरेज फर्मों द्वारा शेयर में अच्छी खरीदारी और रेटिंग में सुधार के चलते यह तेजी देखने को मिली. नवंबर 2021 के अंत में लिस्ट होने के बाद, जनवरी 2022 के बाद पहली बार पेटीएम के शेयर 1,300 रुपये के स्तर पर पहुंचे. पेटीएम के शेयर गुरुवार को 2 फीसदी से अधिक बढ़कर 1,305 रुपये पर पहुंच गए, जो 52 वीक का नया हाई लेवल है.
निवेशकों का पैसा डबल
कंपनी का कुल मार्केट कैप लगभग 83,500 करोड़ रुपये था. इस शेयर ने निवेशकों की संपत्ति को मार्च 2025 में अपने 52 वीक के निचले स्तर 652.30 रुपये से दोगुना से भी अधिक कर दिया है. पिछले 3 महीनों में पेटीएम के शेयरों में 30 फीसदी की तेजी आई है.
एक्सचेंज को दी गई जानकारी के अनुसार, वन97 कम्युनिकेशंस के कंपनी बोर्ड की बैठक मंगलवार 4 नवंबर 2025 को होनी है, जिसमें 30 सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही और छमाही के लिए कंपनी के अन-ऑडिटेड स्टैंडअलोन और कंसोलिडेटेड वित्तीय परिणामों पर विचार और उन्हें मंजूर किया जाएगा.
पेटीएम के शेयर को कहां से मिल रही ताकत?
बुधवार 15 अक्टूबर 2025 को पेटीएम के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पेमेंट एग्रीगेटर्स संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए अपने ऑफलाइन मर्चेंट भुगतान व्यवसाय को अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड (PPSL) को ट्रांसफर करने को मंजूरी दे दी.
स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा कि यह ट्रांसपर RBI के 15 सितंबर, 2025 के भुगतान एग्रीगेटर्स के नियमन पर मास्टर निर्देशों का पालन करने के लिए किया जा रहा है. प्रस्तावित ट्रांसफर से समूह के ऑनलाइन और ऑफलाइन मर्चेंट पेमेंट व्यवसायों का PPSL के तहत एकीकरण होगा, जिसे PAO (भुगतान एग्रीगेटर ऑनलाइन) व्यवसाय करने के लिए RBI से सैद्धांतिक मंजूरी प्राप्त है. कंपनी ने कहा कि इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी भुगतान एकत्रीकरण गतिविधियां एक रेगुलेटरी यूनिट के तहत आएंगी और समूह के भीतर एफिशिएंसी और तालमेल नजर आएगा.
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