MRF और Apollo नहीं, टायर की असली ताकत बनाती है यह कंपनी, 50% मार्केट पर करती है राज, 5 साल में 5 गुना रिटर्न

टायर की मजबूती सिर्फ रबर से नहीं बल्कि उसके अंदर लगे Bead Wire से आती है जिसे टायर का स्केलेटन कहा जाता है. भारत में इस अहम ऑटो कंपोनेंट की सबसे बड़ी कंपनी Rajratan Global Wire है. MRF Apollo CEAT जैसी सभी बड़ी टायर कंपनियां इसकी ग्राहक हैं. कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 50 फीसदी से ज्यादा है और हर दूसरी कार के टायर में इसका वायर इस्तेमाल होता है.

कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 50 फीसदी से ज्यादा है Image Credit: money9live

Rajratan Global Wire: जब भी टायर कंपनियों की बात होती है तो MRF, Apollo और CEAT जैसे नाम सामने आते हैं. लेकिन टायर के अंदर छिपी असली ताकत पर कम ही लोगों की नजर जाती है. यह ताकत है Bead Wire, जिसे टायर का स्केलेटन कहा जाता है. भारत में इस अहम ऑटो कंपोनेंट की सबसे बड़ी मैन्युफैक्चिरिंग कंपनी है Rajratan Global Wire. कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 50 फीसदी से ज्यादा है और देश की हर दूसरी कार में इसके वायर इस्तेमाल होने की संभावना है.

टायर की असली रीढ़ क्या है Bead Wire

टायर सिर्फ रबर का नहीं होता बल्कि यह एक मजबूत इंजीनियरिंग स्ट्रक्चर होता है. टायर के किनारे लगा Bead हिस्सा मेटल रिम को पकड़कर रखता है ताकि तेज रफ्तार या दबाव में भी टायर बाहर न निकले. इसी Bead के अंदर हाई कार्बन स्टील से बना Bead Wire होता है. यही वायर टायर को मजबूती देता है और सुरक्षा से जुड़ा अहम हिस्सा माना जाता है. Bead Wire फेल होने का मतलब टायर का अलग हो जाना है.

MRF और Apollo की सप्लाई चेन का अहम हिस्सा

Rajratan Global Wire के ग्राहक देश और विदेश की बड़ी टायर कंपनी हैं. भारत में इसके प्रमुख ग्राहक MRF, Apollo Tyres, CEAT और Bridgestone हैं. इसके अलावा कंपनी Thailand में Sumitomo Rubber और Yokohama Tire जैसी कंपनियों को भी सप्लाई करती है. इसका मतलब साफ है कि लगभग हर बड़ी टायर कंपनी Rajratan पर भरोसा करती है. यही वजह है कि कंपनी टायर इंडस्ट्री की सप्लाई चेन की सबसे जरूरी कड़ी बन चुकी है.

50 फीसदी से ज्यादा बाजार हिस्सेदारी

Rajratan Global Wire भारत की सबसे बड़ी Bead Wire निर्माता कंपनी है. कंपनी की घरेलू बाजार हिस्सेदारी पचास फीसदी से ज्यादा बताई जाती है. आसान भाषा में कहें तो भारत में बिकने वाले हर दो टायर में से एक में Rajratan का Bead Wire इस्तेमाल होने की संभावना है. इतनी बड़ी हिस्सेदारी किसी भी ऑटो कंपोनेंट कंपनी के लिए मजबूत मोर्चा यानी Moat बनाती है.

ये भी पढ़ें- 45% का ऑर्डर ग्रोथ, मुंबई मेट्रो से मिला 2500 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट, 6 लाख करोड़ के ऑर्डर बुक के साथ फोकस में दिग्गज इंफ्रा कंपनी का शेयर

क्यों नहीं बढ़ पाती है आसानी से कंपटीशन

Bead Wire को सेफ्टी आइटम माना जाता है और यह OEM सेफ्टी स्टैंडर्ड में ऊंचे स्तर पर आता है. किसी भी टायर कंपनी के लिए नया सप्लायर चुनना आसान नहीं होता. Bead Wire सप्लाई शुरू करने से पहले 3 से 10 साल तक का अप्रूवल प्रोसेस चलता है. इसमें स्ट्रेंथ, कोटिंग, थकान और सेफ्टी से जुड़े कई टेस्ट होते हैं. Rajratan पहले ही लगभग सभी बड़ी टायर कंपनियों का अप्रूवल हासिल कर चुका है.

Thailand प्लांट बना बड़ी रणनीतिक बढ़त

Rajratan की मजबूती सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है. कंपनी ने साल 2006 में Thailand में प्लांट लगाया था. Thailand को टायर इंडस्ट्री का Detroit of Asia कहा जाता है क्योंकि यह दुनिया का सबसे बड़ा नेचुरल रबर प्रोडक्शन देश है. Thailand में Rajratan अकेली Bead Wire प्रोड्यूसर है, जिससे उसे लोकल मोनोपॉली मिलती है. इससे कंपनी को इंपोर्ट ड्यूटी से राहत और ग्राहकों तक तेज सप्लाई का फायदा मिलता है.

बिंदुआंकड़े
मार्केट कैप2392 करोड़ रुपये
बिक्री FY20490 करोड़ रुपये
बिक्री FY25935 करोड़ रुपये
5 साल बिक्री ग्रोथकरीब 14 फीसदी
EBITDA FY2068 करोड़ रुपये
EBITDA FY25127 करोड़ रुपये
शेयर भाव472 रुपये
5 साल रिटर्नकरीब 440 फीसदी

आंकड़ों में Rajratan की ताकत

Rajratan Global Wire का मार्केट कैप करीब 2392 करोड़ रुपये है. कंपनी की बिक्री FY20 में 490 करोड़ रुपये थी जो FY25 में बढ़कर 935 करोड़ रुपये हो गई. 5 साल में बिक्री का कंपाउंड ग्रोथ करीब 14 फीसदी रहा है. EBITDA FY20 में 68 करोड़ रुपये से बढ़कर FY25 में 127 करोड़ रुपये पहुंच गया. इसका शेयर 24 दिसंबर को 0.45 फीसदी गिरकर के 472 रुपये पर बंद हुआ. कंपनी ने पिछले 5 साल में निवेशकों को 440 फीसदी की रिटर्न दिया.

क्यों कहा जाता है इसे साइलेंट ऑटो स्टॉक

Rajratan न तो टायर बनाती है और न ही गाड़ी. फिर भी इसके बिना कोई भी टायर और कोई भी वाहन चल नहीं सकता. यही वजह है कि इसे टायर इंडस्ट्री का साइलेंट लेकिन जरूरी हीरो कहा जाता है. EV हो या पेट्रोल डीजल कार, हर गाड़ी में टायर जरूरी है और हर टायर में Bead Wire. इसी मजबूती के कारण Rajratan Global Wire टायर इंडस्ट्री की असली ताकत बन चुकी है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.

Latest Stories

डिविडेंड देने के मामले में राजा हैं ये 4 स्टॉक, लिस्ट में Power Grid, NTPC शामिल; गिरते बाजार में भी निवेशकों पर बरसाया पैसा

NHAI के Raajmarg InvIT को शेयर बाजार में एंट्री की सेबी से मंजूरी, SBI-PNB जैसे दिग्गज हैं इनवेस्टमेंट मैनेजर

Voltas और Dixon नहीं, इस AC स्टॉक पर दांव लगा रहे हैं FIIs और DIIs; 3 साल में 260% का रिटर्न, रखें नजर

राधाकिशन दमानी ने इस पेनी स्टॉक में लगाया है दांव, Zero debt और हाई ROCE ने निवेशकों का खींचा ध्यान; ₹60 से कम है कीमत

RVNL-IRFC के शेयरों में लौटी तेजी, क्या एक बार फिर बंपर कमाई कराएंगे ये रेलवे स्टॉक्स? जानें- एक्सपर्ट की सलाह

निवेशकों के लिए बड़ी राहत! खोए या खराब शेयर पाना होगा आसान, SEBI ने डुप्लिकेट सिक्योरिटीज के बदले नियम