Closing Bell: लाल निशान में बंद हुआ बाजार, IT शेयरों में भारी बिकवाली, निफ्टी 25,000 से नीचे फिसला
Closing Bells: निफ्टी 25,000 अंक से नीचे फिसल गया. निफ्टी आईटी का सबसे खराब प्रदर्शन रहा. इसके बाद निफ्टी एफएमसीजी और ऑयल एंड गैस के शेयरों में गिरावट आई. हालांकि, निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स ने बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया.
Closing Bell: कमजोर ग्लोबल संकेतों, आईटी शेयरों में बिकवाली और मूडीज के अमेरिकी सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग में कटौती के बाद बाजार में बढ़ती अस्थिरता के बीच सोमवार 19 मई को भारतीय शेयर मार्केट में गिरावट दर्ज की गई. भारतीय शेयर बाजार ने लगातार दूसरे सेशन में अपनी चाल को सीमित रखा और मामूली रूप से लाल निशान में बंद हुआ. घरेलू टेक स्टॉक्स में एक बार फिर से बड़ी गिरावट देखने को मिली. 15 मई को 7 महीने के उच्चतम स्तर को छूने के बाद दोनों ही बेंचमार्क इंडेक्स एक सीमित, कंसोलिडेटेड लिमिट में बने रहे.
भारतीय बेंचमार्क सेंसेक्स 270 अंक गिरकर 82,059 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 74 अंक गिरकर 24,945 पर बंद हुआ. बीएसई पर 2,524 शेयरों में तेजी आई, 1,571 में गिरावट आई और 178 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ.
30-स्टॉक सेंसेक्स पैक में, इंफोसिस, इटरनल, टीसीएस, इंडसइंड बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे अधिक गिरावट वाले शेयरों की लिस्ट में शामिल थे, जिनमें 0.3 फीसदी और 1.1 फीसदी के बीच गिरावट आई.
मिडकैप और स्मॉलकैप
ब्रॉडर मार्केट ने निवेशकों की रुचि को आकर्षित करना जारी रखा और इसका नेतृत्व मुख्य रूप से डिफेंस और रेलवे सेक्टर्स के स्टॉक ने किया. हालांकि, निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स ने बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया, जिसमें पूर्व में 0.07 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई, जबकि बाद में 0.52 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जो निवेशकों के बीच निरंतर रिस्क सेंटीमेंट को दर्शाता है.
डिफेंस, रेलवे और टेक्सटाइल स्टॉक्स
डिफेंस और रेलवे के अलावा टेक्सटाइल कंपनियों के शेयरों में भी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है. भारत ने लैंड पोर्ट के जरिए बांग्लादेश से तैयार कपड़ों और कई अन्य उपभोक्ता वस्तुओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसका उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार में निष्पक्षता और समानता सुनिश्चित करना है.
टेक शेयरों में गिरावट क्यों?
घरेलू टेक शेयरों में एक बार फिर से निवेशकों की ओर से भारी बिकवाली का दबाव देखा गया. इसके पीछे की वजह उनके टॉप रेवेन्यू एरिया अमेरिका में में बढ़ती चिंताएं हैं. वहीं, वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने अमेरिकी सरकार की क्रेडिट रेटिंग को Aaa से घटाकर Aa1 कर दिया, जिसमें बढ़ते कर्ज और ब्याज लागत का हवाला दिया गया था, जो समान रेटिंग वाले संप्रभु देशों की तुलना में काफी अधिक है.
निफ्टी आईटी इंडेक्स 1.29 फीसदी की गिरावट के साथ 37,481 पर बंद हुआ. आईटी कंपनियां, जो अपने रेवेन्यू का एक बड़ा हिस्सा अमेरिका से प्राप्त करती हैं, पिछले सप्ताह 5.8 फीसदी उछली थीं, जो 2025 में आईटी इंडेक्स की दूसरी सबसे बड़ी साप्ताहिक बढ़त थी.