TMPV का शेयर 7% धड़ाम! रिकॉर्ड मुनाफा दिखा लेकिन असली तस्वीर में करोड़ों का घाटा; गिरावट को क्या कर रहा ट्रिगर
TMPV के शेयर सोमवार को शुरुआती कारोबार में 7% गिर गए, जबकि कंपनी ने एक बार मिलने वाले गेन की वजह से जोरदार मुनाफा दिखाया. इस गिरावट के असल कारण क्या बने पढ़ें ऑर्टिकल में. ब्रोकरेज हाउस ने स्टॉक पर सतर्क रुख बनाए रखा है.
TMPV Share crash: सोमवार, यानी 17 नवंबर को सुबह खुलते ही Tata Motors Passenger Vehicles (TMPV) के शेयरों में अचानक भारी गिरावट देखने को मिली. कंपनी का शेयर 7 फीसदी से ज्यादा टूट गया, जबकि कंपनी ने साल-दर-साल आधार पर 2110 फीसदी की जबरदस्त छलांग के साथ तिमाही मुनाफा दिखाया था. लेकिन यह उछाल एक वन-टाइम नोटेशनल गेन के वजह से थी. असल में JLR के कमजोर प्रदर्शन और बड़े साइबर अटैक के असर ने पूरी स्ट्रीट सेंटिमेंट को बिगाड़ दिया, जिस वजह से निवेशकों ने शेयर में तेज बिकवाली शुरू कर दी.
शेयर 7 फीसदी टूटा, ब्रोकरेज ने किया ‘Reduce/Sell’
TMPV का शेयर दिन के निचले स्तर 363.15 रुपये तक गिर गया, जो पिछले बंद भाव 391.60 रुपये से करीब 7.2 फीसदी नीचे चला गया. हालांकि 11.33 बजे तक कंपनी के शेयरों ने थोड़ा रिकवर किया और 373 रुपये पर ट्रेड करने लगे. कई ब्रोकरेज हाउस ने स्टॉक पर ‘Reduce’ या ‘Sell’ की रेटिंग दी है. उनका कहना है कि भारत के पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में परफॉर्मेंस ठीक-ठाक रही, लेकिन JLR की मुश्किलें गहरी हैं और आगे भी असर दिख सकता है.
TMPV में Tata Motors का पैसेंजर व्हीकल, इलेक्ट्रिक व्हीकल और JLR बिजनेस शामिल है, और JLR के दबाव ने पूरे ग्रुप के प्रदर्शन को कमजोर किया.
फाइनेंशियल तस्वीर कैसी रही?
कंपनी का मुनाफा 76,170 करोड़ रुपये दिखा, लेकिन यह आंकड़ा ₹82,616 करोड़ के एक बार मिलने वाले गेन की वजह से था. इस गेन को हटाकर देखें तो कंपनी को 6,368 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में उसे ₹3,056 करोड़ का मुनाफा हुआ था. कुल रेवेन्यू में भी 13.5 फीसदी की गिरावट रही और यह 72,349 करोड़ रुपये पर आ गया.
कंपनी ने बताया कि JLR पर हुए साइबर अटैक ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उसके प्रदर्शन को बुरी तरह प्रभावित किया, जबकि घरेलू कारोबार स्थिर रहा और GST कटौती के बाद रिकवरी दिखी.
JLR: प्रोडक्शन रुका, गाइडेंस घटा, घाटा बढ़ा
जगुआर लैंड रोवर ने इस तिमाही में £559 मिलियन का घाटा दर्ज किया. साइबर हमले से अस्थायी रूप से प्रोडक्शन बंद करना पड़ा, जिसका असर सीधे कंपनी की लागत और डिलीवरी पर पड़ा.
- JLR ने फिस्कल 2026 के लिए अपनी गाइडेंस भी घटा दी है:
- ऑपरेटिंग मार्जिन 0%-2% (पहले 5%-7%)
- फ्री कैश फ्लो –£2.2bn से –£2.5bn (पहले ब्रेकइवन का अनुमान)
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कंपनी ने संकेत दिया है कि Q3 में भी साइबर अटैक का असर दिखेगा, हालांकि नवंबर से प्रोडक्शन सामान्य हो चुका है.
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