200 करोड़ के पार मुनाफा, रेवेन्यू होगा दोगुना, डिफेंस-सोलर में बिजनेस; FY27 वॉचलिस्ट में मिस न करें स्टॉक
टेम्बो ग्लोबल इंडस्ट्रीज ने अपने FY26 और FY27 के लिए रेवेन्यू और मुनाफे का रोडमैप पेश किया है. कंपनी की रणनीति और नए प्रोजेक्ट्स निवेशकों की नजरों में आ गए हैं. क्या यह माइक्रो कैप अगले दो सालों में बड़ा धमाका कर पाएगी?

शेयर बाजार में अक्सर माइक्रो कैप कंपनियों को जोखिम भरा माना जाता है, लेकिन कभी-कभी यही कंपनियां निवेशकों को बड़ा सरप्राइज भी दे देती हैं. कुछ ऐसा ही हाल है टेम्बो ग्लोबल इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Tembo Global Industries) का, जिसने अपने भविष्य के रेवेन्यू और मुनाफे का ऐसा रोडमैप पेश किया है जिसने बाजार का ध्यान अपनी ओर खींचा है. कंपनी ने अगले दो सालों में दोगुना से भी ज्यादा ग्रोथ का दावा किया है, खासकर डिफेंस और सोलर सेक्टर से.
कंपनी की मौजूदा स्थिति
टेम्बो ग्लोबल इंडस्ट्रीज लिमिटेड की मौजूदा मार्केट कैपिटलाइजेशन 905.99 करोड़ रुपये है. इसके शेयर शुक्रवार को 585.75 रुपये पर बंद हुए, जो पिछले क्लोजिंग प्राइस से 1.65 प्रतिशत नीचे रहा. कंपनी मेटल प्रोडक्ट्स बनाने और ट्रेडिंग करने का काम करती है और रियल एस्टेट, इंफ्रास्ट्रक्चर, ऑटोमोबाइल से लेकर ऑयल एंड गैस सेक्टर तक सेवाएं देती है. हाल ही में कंपनी ने डिफेंस सेक्टर में एंट्री की है, जहां से इसे लंबे समय में बड़ी उम्मीदें हैं.
रेवेन्यू और प्रॉफिट गाइडेंस
कंपनी ने FY25 में 743 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया था. वहीं FY26 के लिए उसने 1100 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा है, जो पिछले साल से करीब 48 प्रतिशत ज्यादा है. FY27 तक कंपनी 1400–1500 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल करने का दावा कर रही है, यानी FY25 की तुलना में लगभग दोगुना.
मुनाफे के मामले में भी तस्वीर उत्साहजनक है. FY25 में कंपनी का शुद्ध लाभ 51 करोड़ रुपये था. लेकिन FY26 के लिए यह गाइडेंस 80–100 करोड़ रुपये का है. वहीं FY27 तक कंपनी का अनुमान है कि उसका मुनाफा 200 करोड़ रुपये के पार निकल जाएगा.
सेगमेंट-वार उम्मीदें
कंपनी ने डिफेंस सेक्टर को अपने ग्रोथ का बड़ा ड्राइवर बताया है. प्रबंधन का मानना है कि डिफेंस बिजनेस से उसे शुरुआती चरण में ही 25–27 प्रतिशत की मार्जिन मिल सकती है. इसका मतलब है कि केवल 300 करोड़ रुपये के रेवेन्यू से ही 85–90 करोड़ रुपये का मुनाफा संभव है.
सोलर सेक्टर को लेकर कंपनी का कहना है कि उसकी इंटरनल कॉस्ट स्ट्रक्चर और इन-हाउस EPC क्षमता उसे मार्केट से बेहतर प्रॉफिट दिलाएगी. इसके अलावा, इंजीनियरिंग और EPC सेगमेंट में भी कंपनी को मार्जिन सुधार की उम्मीद है.
ऑर्डर बुक और वित्तीय प्रदर्शन
30 जून 2025 तक कंपनी के पास 1,350 करोड़ रुपये की ऑर्डर बुक थी. इसके अलावा 2,000 करोड़ रुपये के नए प्रोजेक्ट्स पर बोली लगी है, जिसमें 50–60 प्रतिशत तक के कन्वर्जन की उम्मीद है. इसमें एक बड़ा EPC प्रोजेक्ट 600 करोड़ रुपये का शामिल है, जिसमें से 24 करोड़ रुपये का काम Q1 में बुक हुआ है और 50 करोड़ रुपये पर बातचीत चल रही है.
Q1 FY26 में कंपनी ने 248 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया, जो साल दर साल 93.8 प्रतिशत की बढ़त है. हालांकि तिमाही दर तिमाही इसमें 9.5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई. इस दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ 19 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की तुलना में 280 प्रतिशत ज्यादा है.
कंपनी का मौजूदा P/E रेशियो 13.6x है, जो इंडस्ट्री एवरेज 24.2x से कम है. वहीं ROE और ROCE क्रमशः 36.7 और 31.4 प्रतिशत है. कंपनी का डेब्ट-इक्विटी रेशियो 1.22 है, जो दिखाना है कि कंपनी पर कुछ कर्ज का बोझ है, लेकिन रिटर्न रेशियो मजबूत हैं.
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टेम्बो ग्लोबल इंडस्ट्रीज लिमिटेड फिलहाल माइक्रो कैप कैटेगरी की कंपनी है, लेकिन इसके रेवेन्यू और प्रॉफिट गाइडेंस इसे निवेशकों की वॉचलिस्ट में शामिल करने लायक बनाते हैं. खासकर डिफेंस और सोलर सेक्टर से मिलने वाली ग्रोथ इसे आने वाले सालों में एक बड़ी छलांग लगाने का मौका दे सकती है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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