361% PAT और 54% रेवेन्यू ग्रोथ; ब्रोकरेज का ‘लाडला’ बना ये IPO, 7 ने कहा-‘सब्सक्राइब’, GMP भी कमाल

देश की सबसे बड़ी एथनॉल कंपनी TruAlt Bioenergy का IPO निवेशकों के बीच चर्चा में है. कंपनी ने FY25 में 361% PAT और 54% रेवेन्यू ग्रोथ दर्ज की, जिसकी वजह से 10 में से 7 ब्रोकरेज ने अपने IPO Notes में इसे 'सब्सक्राइब' करने की सलाह दी है. वहीं, GMP भी जोरदार बना हुआ है.

आईपीओ, सब्सक्रिप्शन और जीएमपी Image Credit: CANVA/AI

TruAlt Bioenergy Ltd (TBL) भारत की सबसे बड़ी बायोफ्यूल और Ethanol निर्माता कंपनियों में से एक है. FY25 तक कंपनी के पास कर्नाटक में 5 डिस्टिलरी यूनिट्स हैं, जिनकी कुल स्थापित क्षमता 2,000 किलो लीटर प्रति दिन (KLPD) है. इसके अलावा कंपनी की सब्सिडियरी Leafiniti SATAT योजना के तहत Compressed Biogas (CBG) उत्पादन में भी सक्रिय है और 10.2 टन प्रति दिन की क्षमता वाला प्लांट चलाती है. साथ ही, TruAlt ने कर्नाटक में 5 बायोफ्यूल डिस्पेंसिंग स्टेशन भी शुरू किए हैं.

Ethanol उत्पादन में लीडर

FY25 में TruAlt के पास 1,800 KLPD ऑपरेशनल क्षमता वाले 4 डिस्टिलरी प्लांट थे, जिनमें से ज्यादातर मोलासेस और सुगर सीरप आधारित हैं. कंपनी ने FY25 में कर्नाटक के बागलकोट जिले में 200 KLPD क्षमता वाली नई यूनिट शुरू की, जिससे कुल क्षमता 2,000 KLPD तक पहुंच गई. TruAlt का लक्ष्य है कि FY26 तक अपनी 1,300 KLPD क्षमता को डूअल फीड में बदले, जिससे Ethanol प्रोडक्शन के लिए अनाज और गन्ना आधारित फीडस्टॉक दोनों का इस्तेमाल किया जा सके. कंपनी 8 लाख MT बैगेजेज का उपयोग कर 200 KLPD का 2G Ethanol प्लांट लगाने की योजना भी बना रही है.

रॉ मैटेरियल की मजबूत सप्लाई चेन

TruAlt को अपने रॉ मैटेरियल जैसे गन्ने का रस और मोलासेस मुख्य रूप से प्रमोटर ग्रुप की कंपनी से मिलता है, जिनकी क्रशिंग कैपेसिटी 79,000 टन प्रति दिन है. हालांकि, कंपनी को मार्केट से भी खरीदने की फ्लेक्सिबिलिटी है, जिससे वह प्राइस वोलैटिलिटी का फायदा उठा सकती है. यह इंटीग्रेटेड सप्लाई चेन कंपनी की सबसे बड़ी ताकत है.

नए बिजनेस वेंचर और विस्तार

कंपनी सिर्फ Ethanol पर निर्भर नहीं रहना चाहती. TruAlt ने GAIL और जापानी कंपनियों के साथ CBG यूनिट्स बढ़ाने के लिए करार किए हैं. इसके अलावा, कंपनी Ethanol से Sustainable Aviation Fuel (SAF) बनाने की दिशा में बढ़ रही है और UOP LLC के साथ टेक्नोलॉजी लाइसेंस एग्रीमेंट किया है. TruAlt 10 करोड़ लीटर SAF सालाना बनाने की योजना रखती है, जिससे यह विश्व की बड़ी SAF निर्माताओं में शामिल हो सकती है.

IPO डिटेल्स

प्राइस बैंड: ₹472 – ₹496
ओपनिंग डेट: 25 सितंबर 2025
क्लोजिंग डेट: 29 सितंबर 2025
इश्यू साइज: ₹839.3 करोड़
OFS: ₹89.3 करोड़
Fresh Issue : ₹750 करोड़
लॉट साइज: 30 शेयर
पोस्ट-इश्यू मार्केट कैप: ₹4,084 – ₹4,253 करोड़

कहां होगा फंड का इस्तेमाल

कंपनी IPO से जुटाई रकम में 150.7 करोड़ रुपये का इस्तेमाल मल्टी-फीड स्टॉक ऑपरेशंस सेटअप के लिए करेगी. इसके अलावा 425 करोड़ रुपये का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल के लिए किया जाएगा. जबकि, 174.3 करोड़ रुपये जनरल कॉर्पोरेट पर्पज के लिए रखे गए हैं.

फाइनेंशियल परफॉर्मेंस

कंपनी ने FY22 से FY25 के बीच जबरदस्त ग्रोथ दिखाई है. कंपनी का Revenue CAGR 58% रहा है. वहीं, EBITDA CAGR 72% और PAT CAGR 103% रहा है. FY25 में कंपनी का रेवेन्यू ₹1,907.7 करोड़ रहा, EBITDA ₹309.1 करोड़ और PAT ₹146.6 करोड़ रहा. EBITDA मार्जिन 16.2% और PAT मार्जिन 7.7% तक पहुंचा. Valuation के लिहाज से IPO का प्राइस FY25 EPS पर 23.9x P/E मल्टीपल देता है, जो peers के मुकाबले बैलेंस्ड है. वहीं, FY24 से FY25 में रेवेन्यू ग्रोथ 54% रही, वहीं PAT ग्रोथ 361% रही है.

इंडस्ट्री आउटलुक

भारत सरकार 20% Ethanol ब्लेंडिंग का लक्ष्य FY26 तक हासिल करना चाहती है. इससे Ethanol डिमांड FY23 के 828 करोड़ लीटर से बढ़कर FY26 तक 1,350 करोड़ लीटर होने की उम्मीद है. इसके साथ ही बायोगैस मार्केट CY22 के 1.5 अरब डॉलर से CY29 तक 2.3 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है. इस पृष्ठभूमि में TruAlt के लिए ग्रोथ अपॉर्च्युनिटी काफी बड़ी है.

प्रमुख रिस्क फैक्टर्स

  1. गवर्नमेंट पॉलिसी पर निर्भरता: Ethanol Blending Program पूरी तरह सरकारी नियंत्रण में है. किसी भी नीति बदलाव से डिमांड प्रभावित हो सकती है.
  2. प्रमोटर ग्रुप पर निर्भरता : रॉ मैटेरियल का बड़ा हिस्सा Nirani Sugars Ltd से आता है. किसी कॉन्ट्रैक्ट विवाद या सप्लाई रुकावट से बिज़नेस पर असर पड़ेगा.
  3. रॉ मैटेरियल की उपलब्धता : गन्ना आधारित इनपुट्स मौसम, फसल और कीमतों पर निर्भर हैं, जिससे उत्पादन प्रभावित हो सकता है.

पीयर्स की तुलना में कैसी ही स्थिति?

FY25 के हिसाब से TruAlt का EBITDA मार्जिन 16.2% है, जो Balrampur (13.1%) और Triveni (8.4%) से बेहतर है. वहीं, Net Profit Margin 7.7% है, जो इंडस्ट्री एवरेज से ऊपर है. P/E 29x है, जबकि Triveni 31x और Balrampur 25.8x पर ट्रेड हो रहे हैं.

निवेशकों के लिए व्यू

TruAlt Bioenergy Ltd भारत की सबसे बड़ी Ethanol निर्माता है और CBG व SAF में आक्रामक रूप से विस्तार कर रही है. कंपनी की स्ट्रॉन्ग ग्रोथ, इंडस्ट्री टेलविंड और डाइवर्सिफाइड बिजनेस स्ट्रेटेजी इसे लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए आकर्षक बनाती है. हालांकि, सरकारी नीतियों और रॉ मैटेरियल सप्लाई पर निर्भरता एक बड़ी चुनौती है.

ब्रोकरेज की क्या है सलाह?

TruAlt Bioenergy IPO को लेकर ब्रोकरेज और एनालिस्ट्स का रुख ज्यादातर पॉजिटिव है. कुल 9 में से 7 ने Apply की सिफारिश दी है, जबकि 1 ने Neutral रुख अपनाया और 1 ने इसे Not Rated रखा. खास बात यह है कि किसी ने भी Avoid की राय नहीं दी है. इसका मतलब यह IPO ज्यादातर मार्केट एक्सपर्ट्स की नजर में आकर्षक माना जा रहा है और निवेशकों के बीच भरोसा मजबूत दिख रहा है.

ReviewerRecommendation
Adroit Financial Services Pvt LtdApply
BP Equities (BP Wealth)Apply
Canara Bank Securities LtdApply
Capital MarketNeutral
GEPL Capital LtdApply
Marwadi Shares and Finance LtdApply
Reliance SecuritiesApply
SBICAP Securities LtdNot Rated
Ventura Securities LtdApply

पहले दिन कैसा रहा सब्सक्रिप्शन?

TruAlt Bioenergy IPO को पब्लिक सब्सक्रिप्शन से पहले Anchor Investors ने 1.0x तक फुल सब्सक्राइब किया. इसके अलावा QIB कैटेगरी में अब तक कोई खास बिडिंग नहीं हुई है. वहीं, NII कैटेगरी में 0.24x और रिटेल कैटेगरी में 0.30x सब्सक्रिप्शन हुए हैं.

GMP क्या बता रहा?

TruAlt Bioenergy IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) निवेशकों के बीच जबरदस्त चर्चा में है. इन्वेस्टरगेन पोर्टल के मुताबिक 25 सितंबर, 2025 को इसका GMP ₹75 पर ट्रेड कर रहा था, जिससे ₹496 के ऊपरी प्राइस बैंड पर अनुमानित लिस्टिंग प्राइस ₹571 बनती है. इसका मतलब निवेशकों को प्रति शेयर करीब 15.12% का संभावित लिस्टिंग गेन मिल सकता है. पिछले 6 सेशन्स के ट्रेंड से साफ है कि GMP लगातार ऊपर की ओर बढ़ रहा है, जो इस IPO की मजबूत डिमांड को दर्शाता है.

डिसक्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.