बच्चों के लिए बेस्ट बना ये म्युचुअल फंड प्लान, दिया 34 फीसदी का रिटर्न? जानें कहां लगाया है पैसा

ज्यादातर एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स बड़े शेयरों (लार्जकैप) में ज्यादा वेट रखते हैं और मिड तथा स्मॉल कैप में सीमित एक्सपोजर लेते हैं. लेकिन SBI Childrens Investment Plan ने चुपचाप अलग दिशा ली. जहां साधारण एग्रेसिव हाइब्रिड लगभग 30 फीसदी मिड–स्मॉल कैप रखते हैं, इस फंड ने इसे 75 फीसदी से भी ज्यादा तक पहुंचा दिया.

Mutual fund Image Credit: Canva, Getty

आम तौर पर हाइब्रिड फंड्स से निवेशक स्थिर और संतुलित रिटर्न की उम्मीद रखते हैं. ये फंड ना बहुत ज्यादा तेज होते हैं और ना ही बहुत ज्यादा जोखिम लेते हैं. लेकिन SBI Childrens Benefit Fund – Investment Plan ने इस सोच को पूरी तरह बदल दिया है. अपने लॉन्च से अब तक इस फंड ने करीब 34 प्रतिशत रिटर्न दिया है. यह आंकड़ा किसी आक्रामक इक्विटी फंड जैसा लगता है, ना कि एक कन्जर्वेटिव, बच्चों पर फोकस करने वाले सॉल्यूशन जैसा.

हाइब्रिड फंड, लेकिन चला इक्विटी की तरह

ज्यादातर एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स बड़े शेयरों (लार्जकैप) में ज्यादा वेट रखते हैं और मिड तथा स्मॉल कैप में सीमित एक्सपोजर लेते हैं. वैल्यू रिसर्च के मुताबिक, SBI Childrens Investment Plan ने चुपचाप अलग दिशा ली. जहां साधारण एग्रेसिव हाइब्रिड लगभग 30 फीसदी मिड–स्मॉल कैप रखते हैं, इस फंड ने इसे 75 फीसदी से भी ज्यादा तक पहुंचा दिया. यही बदलाव इसे स्थिरता से हटाकर ग्रोथ-ड्रिवन पोर्टफोलियो में बदल देता है.

इसके हाई-कन्विक्शन स्टॉक्स ने शानदार प्रदर्शन किया:

  • Sheela Foam – 4.5 फीसदी वेटेज (XIRR 148 फीसदी)
  • Shakti Pumps – 3.8 फीसदी (XIRR 795 फीसदी)
  • Rajratan Global Wire – 3.6 फीसदी (XIRR 373 फीसदी)
  • Gland Pharma – 2.3 फीसदी (XIRR 166 फीसदी)

इसके अलावा, जब अन्य हाइब्रिड फंड्स की इक्विटी एलोकेशन 73 फीसदी के आसपास थी, यह फंड 83 फीसदी से ऊपर इक्विटी में निवेश रखे बैठा था.

सही थीम्स पर सही समय में दांव

फंड ने भारतीय बाजार की उन थीम्स को पकड़ा जो उस समय तेजी में थीं. इसके सेक्टर वेटेज में सबसे ऊपर रहा:

  • कंज्यूमर स्टेपल्स – 16.8 फीसदी
  • कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी – 10 फीसदी
  • एनर्जी – 9.1 फीसदी
  • ये सेक्टर्स पिछले तीन सालों में 18–22 फीसदी तक रिटर्न दे चुके थे.

पोर्टफोलियो के प्रमुख शेयरों में शामिल रहे:

  • Sheela Foam – 4.5 फीसदी
  • Adani Power – 3.7 फीसदी (XIRR 574 फीसदी)
  • Siemens Energy – 3.5 फीसदी
  • V-Guard – 2.6 फीसदी
  • EID Parry – 2.6 फीसदी
  • Thangamayil Jewellery – 2.1 फीसदी
  • इनके दम पर फंड को लगातार मजबूत रिटर्न मिला.

हाई रिस्क = हाई रिटर्न

स्वाभाविक सवाल यह है कि क्या इस फंड के हाई रिटर्न सिर्फ हाई रिस्क लेकर ही आए? जवाब काफी हद तक हां है.
बच्चों के लिए बने सॉल्यूशन-ओरिएंटेड फंड्स आम तौर पर कम जोखिम के लिए चुने जाते हैं, लेकिन इस फंड ने अलग दिशा पकड़ी. इसमें 5 साल का लॉक-इन है, जो फंड मैनेजर को बड़े जोखिम लेने की आजादी देता है क्योंकि निवेशक जल्दी पैसा नही निकाल सकते. फंड का कॉर्पस करीब रुपये 4,700 करोड़ है, जो इसे मिड–स्मॉल कैप में फुर्ती से मूव करने की क्षमता देता है. इसके चलते इसकी वोलैटिलिटी भी ज्यादा रही.

  • फंड का स्टैंडर्ड डेविएशन: 12.7 फीसदी
  • कैटेगरी मीडियन: 10.7 फीसदी

यानी फंड ऊपर भी तेजी से जाता है और गिरावट में भी ज्यादा फिसलता है—बिल्कुल एक इक्विटी फंड की तरह.

क्या यह शानदार सफर आगे भी जारी रहेगा?

निवेशकों को उम्मीदों को संतुलित रखना चाहिए. इस फंड को सबसे ज्यादा फायदा 2021–2024 के मिड और स्मॉल कैप साइकिल से मिला, जब:

  • Nifty Midcap 150: 30.3 फीसदी रिटर्न
  • Nifty Smallcap 250: 31.1 फीसदी रिटर्न

इतने मजबूत चक्र बार-बार नही आते. इसलिए भविष्य में इसी तरह के दमदार रिटर्न की उम्मीद करना व्यवहारिक नही होगा.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.