NTPC से लेकर HUL तक… ये 9 दिग्गज लगातार 5 दिनों से झेल रहे गिरावट की मार; 6% तक फिसले शेयर, जानें क्या है वजह?
7 नवंबर को खत्म हुए पांच कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स करीब 1.4 फीसदी फिसलकर 83216 अंक पर बंद हुआ. इस दौरान इंडेक्स चार दिन लाल निशान में रहा. बाजार की कमजोरी का असर कई बड़ी कंपनियों के शेयरों पर साफ दिखाई दिया. खास बात यह रही कि BSE 200 इंडेक्स में शामिल 9 शेयर लगातार पांच ट्रेडिंग सेशन्स में गिरे, यानी हर दिन निवेशकों को नुकसान झेलना पड़ा.
Concurrent Losers: शेयर बाजार में पिछले कुछ दिनों से बिकवाली का दबाव बढ़ता जा रहा है. सेंसेक्स में भी लगातार गिरावट देखी जा रही है. 7 नवंबर को खत्म हुए पांच कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स करीब 1.4 फीसदी फिसलकर 83216 अंक पर बंद हुआ. इस दौरान इंडेक्स चार दिन लाल निशान में रहा. बाजार की कमजोरी का असर कई बड़ी कंपनियों के शेयरों पर साफ दिखाई दिया. खास बात यह रही कि BSE 200 इंडेक्स में शामिल 9 शेयर लगातार पांच ट्रेडिंग सेशन्स में गिरे, यानी हर दिन निवेशकों को नुकसान झेलना पड़ा. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि ये स्टॉक्स लगातार फिसलते चले गए?
लगातार गिरने वाले शेयर
इन 9 स्टॉक्स ने पिछले पांच कारोबारी दिनों में हर दिन गिरावट दर्ज की है-
- Tata Elxsi: शेयर दिनों में करीब 5.13 फीसदी गिरा और 5180 रुपये पर बंद हुआ. कंपनी के तिमाही नतीजे उम्मीद से कमजोर रहे हैं, साथ ही IT सेक्टर में कुल मिलाकर सुस्ती देखने को मिल रही है.
- Oracle Financial Services Software: इस टेक कंपनी के शेयर में भी 4.36 फीसदी की गिरावट आई और 8076.50 रुपये पर बंद हुआ.
- NTPC: सरकारी बिजली कंपनी NTPC का शेयर 5 फीसदी फिसला और 326 रुपये पर बंद हुआ.
- NTPC Green Energy: यह कंपनी भी NTPC की ही सब्सिडियरी है और इसका शेयर 5 फीसदी गिरकर 99 रुपये पर आ गया.
- Dixon Technologies (India): इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी Dixon का शेयर भी लगातार कमजोर रहा. शेयर 14846 रुपये पर बंद हुआ.
- Shree Cement: सीमेंट दिग्गज के शेयर में भी 5 फीसदी की गिरावट आई और यह 27371 रुपये पर पहुंच गया. ऊंचे इनपुट कॉस्ट और कमजोर मांग की वजह से निवेशकों ने दूरी बनाई.
- Waaree Energies: सौर ऊर्जा कंपनी Waaree के शेयर में 4 फीसदी की गिरावट रही.
- Colgate-Palmolive (India): FMCG कंपनी का शेयर 4 फीसदी गिरकर 2168 रुपये पर बंद हुआ.
- Hindustan Unilever (HUL): देश की सबसे बड़ी कंज्यूमर कंपनी HUL का शेयर भी 2 फीसदी गिरकर 2415 रुपये पर बंद हुआ.
आखिर ऐसा हुआ क्या?
बीते हफ्ते घरेलू और ग्लोबल दोनों ही कारणों से निवेशकों का भरोसा कमजोर हुआ. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की सख्त ब्याज दर नीति को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है. वहीं, कच्चे तेल के दाम में उतार-चढ़ाव से विदेशी निवेशक (FIIs) भी सतर्क हो गए हैं. सितंबर तिमाही में विदेशी निवेशकों (FIIs) ने भारतीय शेयर बाजार से 76609 करोड़ रुपये की भारी बिकवाली की. डॉलर की मजबूती, रुपये की कमजोरी, अमेरिका में वीजा फीस बढ़ोतरी और कंपनियों के कमजोर नतीजों ने मिलकर बाजार पर दबाव डाला. इसके अलावा, तिमाही नतीजों में कई कंपनियों का प्रदर्शन उम्मीद से कमजोर रहा, जिससे शेयरों पर दबाव और बढ़ गया.
डेटा सोर्स: Groww, ET
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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