ये हैं देश के टॉप 10 Pharma Stocks, इस कंपनी की बाजार में बोलती है तूती

भारत की फार्मा इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है, यहां टॉप 10 कंपनियां के बारे में बताया गया है जिनका मार्केट कैप काफी ज्यादा है. सन फार्मा और डॉ रेड्डीज लैब्स जैसी कंपनियां वैश्विक बाजारों में भी मजबूत पकड़ बना चुकी हैं, जबकि मैनकाइंड फार्मा और जायडस लाइफ जैसे ब्रांड रिसर्च और इनोवेशन पर ध्यान दे रहे हैं.

फार्मा स्टॉक्स Image Credit: Freepik

Top 10 Pharma Comapnies: भारत की टॉर फार्मास्युटिकल कंपनियां कौन सी है? नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्टेड भारत की टॉप 10 फार्मा कंपनियों के बारे में आपको बताएंगे जिन्हें उनके मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर रैंक किया गया है. इन कंपनियों का मार्केट कैप डेटा 1 फरवरी 2025 तक का है और यह NSE इंडिया से लिया गया है.

रैंककंपनीमार्केट कैप (रु.)हेडक्वार्टर
1Sun Pharma Limited4.19 लाख करोड़मुंबई, महाराष्ट्र
2Divi’s Laboratories Limited1.49 लाख करोड़हैदराबाद, तेलंगाना
3Cipla Limited1.16 लाख करोड़मुंबई, महाराष्ट्र
4Torrent Pharmaceuticals Limited1.08 लाख करोड़अहमदाबाद, गुजरात
5Mankind Pharma Limited1.02 लाख करोड़दिल्ली
6Dr. Reddy’s Laboratories Limited1.00 लाख करोड़हैदराबाद, तेलंगाना
7Zydus Lifesciences Limited0.98 लाख करोड़अहमदाबाद, गुजरात
8Lupin Limited0.93 लाख करोड़मुंबई, महाराष्ट्र
9Aurobindo Pharma Limited0.66 लाख करोड़हैदराबाद, तेलंगाना
10Alkem Lab Limited0.60 लाख करोड़मुंबई, महाराष्ट्र

सन फार्मा

नेट सेल्स: ₹20,275.17 करोड़
सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी है और दुनिया की छठी सबसे बड़ी जेनेरिक फार्मा कंपनी है. यह 100 से अधिक देशों में अपनी दवाओं की बिक्री करती है. हाल ही में इसने इजराइली कंपनी Libra Merger Ltd का 100 प्रतिशत अधिग्रहण किया है.

डिविज लैब्स

नेट सेल्स: ₹7,665 करोड़
डिविज लेबोरेट्रीज सक्रिय फार्मास्युटिकल घटकों (APIs) और इंटरमीडिएट्स के निर्माण में माहिर है. यह जेनेरिक APIs और कस्टम सिंथेसिस में काम करती है.

सिप्ला

नेट सेल्स: ₹16,574.34 करोड़
1935 में ख्वाजा अब्दुल अहमद द्वारा स्थापित, सिप्ला मुख्य रूप से रिस्पिरेटरी (सांस की बीमारी), हृदय रोग, मधुमेह, डिप्रेशन और अन्य बीमारियों की दवाएं बनाती है.

टोरेंट फार्मा

नेट सेल्स: ₹8,532.90 करोड़
टोरेंट फार्मा की शुरुआत UN मेहता ने Trinity Laboratories Ltd के रूप में की थी, जिसे बाद में टोरेंट फार्मा का नाम दिया गया. यह कंपनी एक्विजिशन और डाइवर्सिफिकेशन के जरिए भारत की बड़ी फार्मा कंपनियों में शामिल हो चुकी है.

मैनकाइंड फार्मा

नेट सेल्स: ₹9,264.81 करोड़
1995 में स्थापित मैनकाइंड फार्मा एंटीबायोटिक्स, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, हृदय रोग, त्वचा रोग और पुरुष स्वास्थ्य संबंधित दवाओं में विशेषज्ञता रखती है.

डॉ रेड्डीज लैब्स

नेट सेल्स: ₹19,483.80 करोड़
डॉ रेड्डीज लैब्स की स्थापना कल्लम अंजी रेड्डी ने की थी, जो पहले Indian Drugs and Pharmaceuticals Ltd. में काम कर चुके थे. हाल ही में इसने Amyris Inc. से MenoLabs (महिलाओं के स्वास्थ्य और डाइटरी सप्लीमेंट्स ब्रांड) का अधिग्रहण किया.

जायडस लाइफ

नेट सेल्स: ₹10,818.70 करोड़
1952 में रमनभाई बी पटेल और ए मोदी द्वारा स्थापित, जायडस लाइफ पहले Cadila Healthcare Ltd के नाम से जानी जाती थी. यह कंपनी जेनेरिक दवाओं के निर्माण में आगे है.

लुपिन लिमिटेड

नेट सेल्स: ₹14,666.50 करोड़
लुपिन लिमिटेड भारत की पांचवीं सबसे बड़ी फार्मा कंपनी है. इसकी विशेषज्ञता बाल रोग, हृदय रोग, मधुमेह, अस्थमा और टीबी उपचार में है.

ऑरोबिंदो फार्मा

नेट सेल्स: ₹10,645.64 करोड़
1986 में पीवी रामप्रसाद रेड्डी और कांबम नित्यानंद रेड्डी द्वारा स्थापित, यह कंपनी जेनेरिक फार्मास्युटिकल्स और APIs का उत्पादन करती है. हाल ही में इसकी एक सहायक कंपनी को USFDA से Posaconazole Injection की मंजूरी मिली, जो गंभीर फंगल इंफेक्शन के इलाज में इस्तेमाल होती है.

अल्केम लैब

नेट सेल्स: ₹9,747.72 करोड़
अल्केम लेबोरेट्रीज फार्मास्युटिकल जेनेरिक्स, फॉर्मूलेशन्स और न्यूट्रास्युटिकल्स के उत्पादन में कार्यरत है. यह भारत में मजबूत पकड़ के साथ वैश्विक स्तर पर भी मौजूद है.

डिस्क्लेमर- Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें. (सोर्स: Forbes)