Waaree Renewable के शेयरों को लगे पंख, 26.17 करोड़ के ऑर्डर का जादू, 1 साल में दिया 16.08% तक रिटर्न
वारी एनर्जीज की साहयक कंपनी वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज को एक बड़ा ऑर्डर मिला है, जिसके बाद से ही इसे सोलर कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है. इस कंपनी का ऑर्डर बुक दमदार है. तो कितनी आई शेयरों में तेजी और अभी तक कंपनी ने कितना दिया है रिटर्न, जानें डिटेल.
Waaree Renewable Technologies share price: भारत के रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर का चमकता सितारा और वारी एनर्जीज की सहायक कंपनी वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड एक बार फिर सुर्खियां में है. दरअसल कंपनी को हाल ही में 21 मेगावाट AC (29.4 मेगावाट DC) के सोलर पावर प्रोजेक्ट के लिए लेटर ऑफ अवॉर्ड (LOA) मिला है, जो महाराष्ट्र सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना 2.0 (MSKVY 2.0) का हिस्सा है. 26.17 करोड़ रुपये के इस ऑर्डर को हासिल करते ही कंपनी के शेयरों को पंख लग गए. 3 जुलाई को इसके स्टॉक 0.60% उछलकर 994.20 रुपये पर कारोबार करते नजर आए, जबकि इसका इंट्रा डे हाई 1,005.40 रुपये दर्ज किया गया है.
वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज को मिले इस इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) कॉन्ट्रैक्ट की कीमत लगभग 26.17 करोड़ रुपये है. कंपनी इस प्रोजेक्ट को वित्त वर्ष 2025-26 में पूरा करेगी. इस ऑर्डर से वारी की सौर ऊर्जा क्षेत्र में ताकत और बढ़ेगी. यह प्रोजेक्ट न केवल किसानों को दिन में स्वच्छ बिजली उपलब्ध कराएगा, बल्कि ग्रामीण ऊर्जा स्वतंत्रता को भी बढ़ावा देगा.
कितना दिया रिटर्न?
यह स्मॉल-कैप मल्टीबैगर स्टॉक पिछले एक साल में 16.08% का रिटर्न दे चुका है. जबकि पिछले पांच साल में इसने 12.18% का रिटर्न दिया है. हालांकि 3 जुलाई 2025 को स्टॉक जिस भाव पर कारोबार कर रहा था, ये इसके 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 1170 रुपये से काफी नीचे है. इसका 52-सप्ताह का न्यूनतम स्तर 841.15 रुपये रहा. वारी रिन्यूएबल की मार्केट कैप करीब 103.64 बिलियन डॉलर यानी लगभग 86,53,940 करोड़ रुपये है.
कंपनी के पास मजबूत ऑर्डर बुक
वारी की ऑर्डर बुक 2,191 मेगावाट की है, और इसके पास 15.5 गीगावाट की बिडिंग पाइपलाइन है. कंपनी का लक्ष्य FY25 में 1.8 से 2 गीगावाट के प्रोजेक्ट्स पूरे करना है, जिससे 2,500 से 2,800 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल होने की उम्मीद है. कंपनी का फोकस घरेलू और अंतरराष्ट्रीय सोलर EPC प्रोजेक्ट्स के साथ-साथ O&M सेवाओं का विस्तार करना है.
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क्या है कंपनी का कारोबार?
1999 में स्थापित वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज, वारी ग्रुप की सोलर EPC शाखा का नेतृत्व करती है. यह कंपनी फाइनेंसिंग, कंसल्टेंसी, सोलर पावर जनरेशन से लेकर ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस (O&M) तक सर्विस देती है. गुजरात में इसकी 12 गीगावाट की सोलर पैनल निर्माण क्षमता भारत में सबसे बड़ी है. DSIJ के मुताबिक कंपनी ने 10,000 से ज्यादा सोलर प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं और 1.9 गीगावाट की स्थापित क्षमता हासिल की है. FY24 में कंपनी ने 704 मेगावाट प्रोजेक्ट्स पूरे किए, जो FY23 के 295 मेगावाट की तुलना में 138% की शानदार वृद्धि दर्शाता है.