Voda-Idea का शेयर 3 महीने में 40% से अधिक उछला, क्या खत्म हो गए कंपनी के बुरे दिन? एक्सपर्ट से जानें- कैसा है फ्यूचर
Voda-Idea Share Outlook: अगस्त 2025 में अपने 52-वीक के सबसे निचले स्तर 6.12 रुपये से स्टॉक 64 फीसदी ऊपर ट्रेड कर रहा है. 2025 में वोडाफोन आइडिया के शेयर की कीमत 26 फीसदी बढ़ी है, जबकि एक साल में 34 फीसदी का उछाल आया है.
Voda-Idea Share Outlook: इस साल स्टॉक मार्केट में सबसे अच्छे बदलावों में से एक दिखाते हुए, मुश्किलों में घिरी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया के शेयर पिछले तीन महीनों में ही 40 फीसदी से अधिक बढ़े हैं. यह तेजी कोई तुक्का नहीं है, बल्कि इसे कई पॉजिटिव डेवलपमेंट से सपोर्ट मिला है, जिसमें सबसे खास वोडाफोन आइडिया को बचाए रखने के लिए सरकार की कोशिशें हैं. अगस्त 2025 में अपने 52-वीक के सबसे निचले स्तर 6.12 रुपये से स्टॉक 64 फीसदी ऊपर ट्रेड कर रहा है. 2025 में वोडाफोन आइडिया के शेयर की कीमत 26 फीसदी बढ़ी है, जबकि एक साल में 34 फीसदी का उछाल आया है.
स्टॉक में आई तेजी के पीछे के फैक्टर्स
सरकार वोडाफोन आइडिया लिमिटेड में सबसे बड़ी शेयरहोल्डर है. कंपनी के बकाए का एक बड़ा हिस्सा इक्विटी में बदलकर, सरकार के इस कदम का मकसद कर्ज में डूबी टेलीकॉम ऑपरेटर को फाइनेंशियल राहत देना है. इसके अलावा सबसे बड़ा ट्रिगर ड्राइवर संभावित AGR बकाए के समाधान को लेकर बढ़ती उम्मीद है, जो वोडा-आइडिया की लंबे समय तक फाइनेंशियल स्थिरता के लिए बहुत जरूरी है.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश से सरकार को वोडाफोन आइडिया के पेंडिंग एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) बकाए पर फिर से सोचने और उसे मिलाने की इजाजत मिलती है, खासकर फाइनेंशियल ईयर 2016-17 (अनुमानित 5,606 करोड़ रुपये) के लिए, जो बकाए के कैलकुलेशन पर लंबे समय से चल रहे मुकदमे को सुलझाता है.
वित्तीय प्रदर्शन
सब्सक्राइबर में कमी के बावजूद, वोडाफोन आइडिया ने फाइनेंशियल ईयर 2025-26 (FY26) की दूसरी तिमाही में कम नुकसान दर्ज किया. जुलाई-सितंबर की अवधि में इसका नेट लॉस कम होकर 5,524 करोड़ हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 7,175.9 करोड़ रुपये था, जिसमें रेवेन्यू में 2.4 फीसदी की बढ़ोतरी की मदद मिली. एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) भी हाल की तिमाही में 166 रुपये से बढ़कर 180 रुपये हो गया है, जो बेहतर मोनेटाइजेशन और बेहतर कस्टमर मिक्स का संकेत है.
कैसा है स्टॉक का फ्यूचर?
लक्ष्मीश्री के हेड ऑफ रिसर्च, अंशुल जैन ने इस स्टॉक पर अपना नजरिया दिया. उन्होंने कहा, ‘वोडा-आइडिया ने लगभग 40 हफ्ते राउंडिंग बॉटम बनाते हुए बिताए हैं, जिसमें मुख्य पिवट रेजिस्टेंस 10.5 रुपये पर है. इस लेवल से ऊपर वीकली क्लोज ब्रेकआउट को कन्फर्म करेगा और 12.5 रुपये की ओर रास्ता खोलेगा, जो अगला बड़ा रेजिस्टेंस जोन है. हालांकि, चार्ट में भारी ओवरहेड सप्लाई है, जो कई वर्षों की गिरावट और फेल हुई रैलियों से बनी है.
इसका मतलब है कि हर ऊपर की चाल पर भारी सेलिंग प्रेशर का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि फंसे हुए होल्डर्स बाहर निकलने की कोशिश करेंगे. भले ही स्टॉक ब्रेकआउट हो जाए, फॉलो-थ्रू म्यूट रह सकता है जब तक कि वॉल्यूम तेजी से न बढ़े और सप्लाई जोन एब्जॉर्ब न हो जाएं. ट्रेडर्स को सेलेक्टिव रहना चाहिए और उम्मीदों को मैनेज करना चाहिए.’
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.