कभी ट्यूशन पढ़ाकर चलाते थे खर्च, कोविड में बदल गई जिंदगी, ऐसे पड़ी फिजिक्स वाला की नींव

अलख का जन्‍म इलाहाबाद के एक गरीब परिवार में हुआ था, इसके बावजूद उनके घरवालों ने उन्‍हें पढ़ने के लिए प्रेरित किया. कोविड के दौरान यूट्यूब पर उनके एजुकेशनल चैनल फिजिक्स वाला को पहचान मिली.

फिजिक्स वाला के सीईओ की सफलता की कहानी

Success Story: कहते हैं मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती, फिजिक्स वाला के सीईओ अलख पांडे पर भी ये बात बिल्‍कुल खरी उतरती है. गरीबी में पैदा होने के बावजूद उनकी सोच शुरू से ही काफी बड़ी रही है. उन्‍होंने अपने माता-पिता के सपनों को पूरा करने और मुश्किलों से उबरने के लिए पढ़ाई को ही अपना हथियार बनाया. उन्‍होंने महज 8वीं कक्षा से ही दूसरों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया था. 10वीं, 12वीं में बेहतर अंक लाने के बाद उन्‍होंने (IIT) में दाखिला पाने के लिए खूब मेहनत की, लेकिन वो एंट्रेस परीक्षा पास नहीं कर पाए, लेकिन अलख ने यहां हार नहीं मानी. उन्‍होंने कानपुर के एक संस्‍थान से इंजीनियरिंग की. बाद में उन्‍होंने पढ़ाई छोड़ दूसरों को पढ़ाने में ही अपना करियर बनाना तय किया.

यूट्यूब चैनल से खुद को आजमाया

अलख को शुरू से ही पढ़ाने में दिलचस्‍पी रही है. उन्‍होंने अपने टीचिंग करियर को बनाने और खुद को आजमाने के लिए 2016 में फिजिक्सवाला के नाम से अपना एक यूट्यूब चैनल शुरू किया. यह एक एजुकेशनल चैनल था, जिसमें अलख बच्‍चों को फिजिक्स से जुड़ी जानकारियां देते थे. इसके साथ ही वह कोचिंग जाकर क्लासेज भी लेते थे, लेकिन 2020 में कोविड के आने से उनका कोचिंग जाना छूट गया. उन्‍होंने अब अपना पूरा समय यूट्यूब पर ही देना शुरू किया. अलख की मेहनत रंग लाई और उस दौरान उनका यूट्यूब चैनल उभर कर आया. 2020 में पहली बार उनके सब्सक्राइबर 20 लाख से ज्यादा पहुंच गए, तभी से फिजिक्स वाला की नींव मजबूत हुई.

ऐसे बढ़ाया अपना बिजनेस

फिजिक्स वाला की सफलता के बाद अलग महज डिजिटल क्षेत्र तक ही सीमित नहीं रहें, उन्‍होंने अपनी कंपनी बनाई और एजुकेशनल बिजनेस को आगे बढ़ाया. अलख ने शिक्षण मॉड्यूल बनाने के लिए 100 से ज़्यादा तकनीकी पेशेवरों और 500 से ज़्यादा शिक्षकों को नियुक्त किया है. उनके YouTube चैनल पर 100 मिलियन से ज़्यादा सब्सक्राइबर हैं. बिजनेस की बढ़ती लोकप्रियता के चलते अलख पांडे पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल बन गए. उनकी कुल संपत्ति 2,000 करोड़ रुपए से अधिक बताई जाती है.

कैसा रहा अलख का शुरुआती जीवन?

अलख पांडे का जन्‍म इलाहाबाद में हुआ था. उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्‍छी नहीं थी. वह शुरू से ही अपनी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष करते थे. हालांकि गरीबी के बावजूद उनके माता-पिता ने अपने बच्‍चों को पढ़ाने के लिए घर तक बेच दिया था. अपने मां-बाप के इसी बलिदान को ध्‍यान में रखकर उन्‍होंने पढ़ाई में खूब मेहनत की. इसी के चलते उन्‍होंने10वीं कक्षा में 91% और 12वीं कक्षा में 93.5% अंक हासिल किए थे. इसके बाद उन्‍होंने कानपुर में हरकोर्ट बटलर तकनीकी संस्थान में इंजीनियरिंग में दाखिला लिया था.