Windows यूजर्स के लिए बड़ी खबर, WhatsApp में बड़ा बदलाव! जानें क्या है प्लान
व्हाट्सएप ने साल 2021 में विंडोज के लिए खास ऐप लॉन्च किया था, ताकि यूजर्स को ब्राउजर में व्हाट्सएप चलाने की जरूरत न पड़े. व्हाट्सएप अब विंडोज के लिए अपना खास ऐप बंद कर रहा है. इसकी जगह मेटा एक नया वेब-आधारित ऐप ला रहा है. व्हाट्सएप के पास पहले से ही एंड्रॉयड, आईओएस, आईपैड, मैकओएस, वेयरओएस और विंडोज के लिए अलग-अलग ऐप्स हैं. ये ऐप्स मैसेजिंग को आसान बनाते हैं.
Whatsapp for windows: व्हाट्सएप अब विंडोज के लिए अपना खास ऐप बंद कर रहा है. इसकी जगह मेटा एक नया वेब-आधारित ऐप ला रहा है. व्हाट्सएप के पास पहले से ही एंड्रॉयड, आईओएस, आईपैड, मैकओएस, वेयरओएस और विंडोज के लिए अलग-अलग ऐप्स हैं. ये ऐप्स मैसेजिंग को आसान बनाते हैं और इनमें कई खास फीचर्स होते हैं, जो वेब वर्जन में नहीं मिलते. लेकिन अब एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, मेटा विंडोज के लिए बने खास ऐप को हटाकर उसकी जगह वेब-आधारित ऐप ला रहा है. यह बदलाव व्हाट्सएप के बीटा वर्जन में देखा गया है, जो माइक्रोसॉफ्ट स्टोर पर उपलब्ध मौजूदा ऐप से काफी अलग दिखता है.
विंडोज के लिए किया था खास ऐप लॉन्च
व्हाट्सएप ने साल 2021 में विंडोज के लिए खास ऐप लॉन्च किया था, ताकि यूजर्स को ब्राउजर में व्हाट्सएप चलाने की जरूरत न पड़े. लेकिन अब मेटा इस ऐप को बदल रहा है. मेटा ने यह नहीं बताया कि यह बदलाव क्यों किया जा रहा है, लेकिन ऐसा लगता है कि वेब-आधारित ऐप से डेवलपर्स को नए फीचर्स जोड़ना आसान होगा. एक ही कोड को कई प्लेटफॉर्म पर इस्तेमाल करना आसान होता है, बजाय अलग-अलग ऐप्स के लिए काम करने के.
30 फीसदी ज्यादा रैम इस्तेमाल करता है
हालांकि, इस बदलाव के कुछ नुकसान भी हैं. कई यूजर्स का कहना है कि वेब वर्जन पुराने विंडोज ऐप की तुलना में ज्यादा रैम और संसाधन खर्च करता है. टेस्टिंग में पता चला कि नया वेब-आधारित ऐप पुराने ऐप से लगभग 30 फीसदी ज्यादा रैम इस्तेमाल करता है. मेटा ने खुद कहा है कि वेब वर्जन पुराने विंडोज ऐप की तुलना में धीमा है. साथ ही, नया ऐप विंडोज के फ्लुएंट डिजाइन सिस्टम को फॉलो नहीं करता, जो विंडोज 10 और 11 के लिए डिजाइन और इंटरैक्शन की गाइडलाइंस देता है. इससे नया ऐप विंडोज पर थोड़ा अजीब लगता है.
इसके अलावा, वेब-आधारित ऐप में नोटिफिकेशंस भी पुराने ऐप की तरह काम नहीं करेंगे. हालांकि, वेब वर्जन में कुछ अतिरिक्त फीचर्स हैं, जो शायद नए विंडोज ऐप में भी उपलब्ध होंगे. कुल मिलाकर, मेटा का यह कदम डेवलपर्स के लिए काम आसान कर सकता है, लेकिन यूजर्स को ज्यादा रैम खपत और धीमे परफॉर्मेंस की समस्या हो सकती है. यह बदलाव अभी बीटा वर्जन में है, और जल्द ही सभी यूजर्स के लिए लागू हो सकता है.