कॉल सेंटर बना कर हो रही ठगी, 9 महीने में 5 फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोर, 31 लोग गिरफ्तार, ऐसे रहें सेफ
देशभर में फर्जी कॉल सेंटरों का जाल तेजी से फैल रहा है. ये ठग खुद को बैंक या कंपनी का प्रतिनिधि बताकर, लोन या इनाम के झांसे में लोगों से उनकी निजी और बैंकिंग जानकारियां हासिल करते हैं. पुलिस लगातार इनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है, फिर भी जागरूक रहना और OTP या बैंक डिटेल्स किसी के साथ साझा न करना ही सुरक्षा की कुंजी है.
Call centre Cyber Fraud: देशभर में फर्जी कॉल सेंटरों का जाल तेजी से फैल रहा है. ये कॉल सेंटर दिखने में असली कंपनियों जैसे लगते हैं, लेकिन इनका असली मकसद लोगों से बैंक, बीमा, लोन, इनाम या नौकरी के नाम पर पैसे ठगना होता है. हाल ही में पुलिस ने कई शहरों में ऐसे कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ किया है, जहां से लाखों रुपये की ठगी का खेल चल रहा था. गृह मंत्रालय के डाटा के अनुसार, मुंबई क्राइम ब्रांच ने पिछले 9 महीने में ऐसे 5 फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोर किया और 31 लोगों को गिरफ्तार किया है.
ठगी है क्या?
फर्जी कॉल सेंटर ऐसे अवैध नेटवर्क होते हैं जो खुद को किसी बड़ी कंपनी, बैंक या सरकारी संस्था का प्रतिनिधि बताकर लोगों से व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी हासिल करते हैं. वे आपको किसी ऑफर, इनाम, या स्कीम के नाम पर भरोसे में लेकर OTP, कार्ड नंबर या बैंक डिटेल मांगते हैं और कुछ ही मिनटों में खाता साफ कर देते हैं.
यह भी पढ़ें: महिलाओं को निशाना बना रहे हैं साइबर ठग, जानिए बचाव के तरीके, सरकार ने जारी की चेतावनी
ठगी होती कैसे है
इन कॉल सेंटरों के कर्मचारी प्रोफेशनल ट्रेनिंग लेकर बोलचाल और ग्राहक सेवा की शैली में लोगों को झांसा देते हैं. वे इंटरनेट या सोशल मीडिया से डाटा जुटाते हैं और टारगेटेड कॉल करते हैं. कई बार वे किसी असली कंपनी के लोगो या वेबसाइट का भी इस्तेमाल करते हैं ताकि सामने वाला धोखा न समझ सके. जैसे ही व्यक्ति उनकी बातों में आता है और लिंक पर क्लिक करता है या OTP साझा करता है, पूरा बैंक खाता खाली हो जाता है.
कैसे रहें सेफ
- किसी अनजान नंबर से आने वाली कॉल पर अपनी निजी या बैंक डिटेल साझा न करें.
- बैंक, बीमा कंपनी या सरकारी एजेंसियां कभी OTP या पासवर्ड नहीं मांगतीं.
- किसी भी ऑफर या इनाम की कॉल पर तुरंत उसके आधिकारिक स्रोत से जांच करें.
- संदिग्ध कॉल या लिंक की सूचना साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 या वेबसाइट cybercrime.gov.in पर दें.
तकनीक जितनी तेज़ी से बढ़ रही है, ठगों के तरीके भी उतने ही आधुनिक हो रहे हैं. ऐसे में सजग रहना और सही जानकारी रखना ही इस साइबर ठगी से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है.