साइबर ठग ने पूर्व विधायक के खाते से उड़ाए 31 लाख, धोखाधड़ी से बचने के लिए अपनाएं ये 5 आसान तरीके
डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगी का नया रूप सामने आया है, जहां ठग फोन पर खुद को पुलिस या अधिकारी बताकर लोगों को धमकाते हैं. हाल ही में कर्नाटक के पूर्व विधायक गुनडप्पा वकील से 31 लाख रुपये की ठगी हुई. नकली दस्तावेज और वीडियो कॉल से धमकाकर ठगों ने उन्हें लूटा, जिसकी जांच अब पुलिस कर रही है.
Digital Arrest: डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठकबाजी बढ़ रही है. ठग फोन पर खुद को पुलिस या अधिकारी बताते हैं और डराते-धमकाते हैं. वे कहते हैं कि आपका नाम किसी अपराध में आया है, तुरंत पैसा भेजो नहीं तो गिरफ्तार कर देंगे. हाल ही में कर्नाटक के एक पूर्व विधायक से डिजिटल अरेस्ट के जरिए लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है.
पूर्व विधायक से 31 लाख की ठगी
कर्नाटक के औराद विधानसभी क्षेत्र के पूर्व विधायक गुनडप्पा वकील हाल ही में डिजिटल ठगी के शिकार हो गए हैं, जिसके कारण उन्हें 31 लाख रुपये का बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है. ठगों ने चालाकी से उनके नाम को मनी लॉन्ड्रिंग के एक नकली मामले से जोड़ दिया और वीडियो कॉल के जरिए उन्हें धमकाया. यह घटना 12 अगस्त को शुरू हुई, जब एक शख्स ने खुद को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) का अधिकारी बताते हुए वकील से संपर्क किया.
इसके बाद नकली दस्तावेज और गिरफ्तारी वारंट दिखाकर उन्हें डराया गया. अगले दिन एक नकली जज ने 20 लाख रुपये ट्रांसफर करने का दबाव बनाया, और ठगों ने परिवार, बैंक और संपत्ति की जानकारी भी मांगी. वकील को पैसों की वापसी का झांसा देकर ठगी को अंजाम दिया गया. अब पुलिस इस मामले की गहन जांच में जुटी है और बैंक खातों का पता लगाने की कोशिश कर रही है.
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ऐसे रहें सेफ
डिजिटल ठगी से बचने के लिए कुछ आसान और महत्वपूर्ण उपाय हैं.
- फोन पर आए कॉल या मैसेज में अपनी कोई भी निजी जानकारी जैसे बैंक डिटेल, पासवर्ड, OTP ना दें. ठग कभी सरकारी एजेंसी का नाम लेकर पैसे नहीं मांगते.
- अगर कोई कॉल कर डराए या जल्दबाजी में पैसा मांगें, तो रुकें, सोचें और किसी भरोसेमंद से बात करें.
- संदिग्ध कॉल या मैसेज का स्क्रीनशॉट लें और साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें.
- मोबाइल में एंटीवायरस लगाएं, और सिर्फ आधिकारिक ऐप या वेबसाइट से ही लेन-देन करें.
- किसी भी लिंक पर बिना पुष्टि क्लिक ना करें और हमेशा अपने बैंक अकाउंट और फोन की सुरक्षा का ध्यान रखें.
1930 और cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें
किसी भी प्रकार के साइबर फ्रॉड के शिकार होने या फिर अंदेशा होने पर उसे तुरंत 1930 नेशनल हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके रिपोर्ट करें या फिर cybercrime.gov.in पर शिकायत करें. पैसे दुगुने करने के चक्कर में अपनी जीवन भर की कमाई बर्बाद नहीं करें.
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