ऑनलाइन दोस्ती कर बच्चों को निशाना बना रहे साइबर ठग, फोटो-वीडियो से करते हैं ब्लैकमेल, ऐसे रहें सेफ

इंटरनेट पर बच्चों को नकली दोस्त बनाकर फंसाने का चलन बढ़ रहा है. साइबर अपराधी उनकी निजी जानकारी हासिल करने या अश्लील सामग्री मांगने की कोशिश करते हैं. विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि ऐसी कोई भी मांग होने पर बच्चे तुरंत ना कहें और माता-पिता को सूचित करें.

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Cyber Fraud: इंटरनेट और सोशल मीडिया के इस दौर में बच्चों को ऑनलाइन सुरक्षित रखना माता-पिता के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है. साइबर अपराधी अक्सर बच्चों से दोस्ती का नाटक करके उन्हें फंसाने की कोशिश करते हैं. हाल ही में साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियान साइबरदोस्त द्वारा जारी एक चेतावनी में इस खतरे की ओर ध्यान दिलाया गया है.

ऐसे काम करते हैं ऑनलाइन ठग

साइबर अपराधी बच्चों की पसंद-नापसंद का अध्ययन करके उनसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या गेमिंग ऐप्स पर संपर्क साधते हैं. वे खुद को समान उम्र का बताकर दोस्ती बढ़ाते हैं और धीरे-धीरे व्यक्तिगत जानकारी हासिल करने लगते हैं. कई मामलों में वे बच्चों से उनकी फोटो या वीडियो मांगते हैं, जिसका बाद में ब्लैकमेलिंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.

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बच्चों को दें यह महत्वपूर्ण सलाह

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों को स्पष्ट निर्देश देना जरूरी है.

  • ऑनलाइन किसी अजनबी से दोस्ती न करें.
  • यदि कोई व्यक्ति आपकी फोटो या वीडियो मांगे, तो तुरंत ना कहें और चैटिंग बंद कर दें.
  • किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में तुरंत माता-पिता या शिक्षकों को सूचित करें.

अभिभावकों की भूमिका है महत्वपूर्ण

माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों के ऑनलाइन एक्टिविटीज पर नजर रखें और उनके साथ खुलकर साइबर सुरक्षा के मुद्दों पर बात करें. बच्चों के फोन या कंप्यूटर पर पैरेंटल कंट्रोल सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जा सकता है. साथ ही, बच्चों को यह भरोसा दिलाना जरूरी है कि कोई भी समस्या होने पर वे बिना डरे उनसे बात कर सकते हैं. साइबरदोस्त द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि जागरूकता और खुला संवाद ही ऐसे ऑनलाइन खतरों से बचाने का सबसे कारगर तरीका है.

ऑनलाइन ठगी होने के बाद क्या करना चाहिए?

अगर आपको भी ऐसा कोई फर्जी अकाउंट या मैसेज मिले जिससे आपसे ठग दोस्ती करना चाहे तो तुरंत निम्न जगहों पर शिकायत करें:

  • साइबर क्राइम पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन कंप्लेंट दर्ज करें. यहां 24×7 शिकायत कर सकते हैं.
  • हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें.
  • संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स) पर उस फर्जी प्रोफाइल को “Report” करें.
  • नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर सेल में लिखित शिकायत दें.