ऑनलाइन ट्रेडिंग में बड़ा फर्जीवाड़ा, 2.24 करोड़ की ठगी में एक व्यक्ति गिरफ्तार; ऐसे लगाता था लोगों को चूना
महाराष्ट्र पुलिस की साइबर सेल ने ऑनलाइन शेयर मार्केट में हुए 2.24 करोड़ों रुपये के फ्रॉड का खुलासा किया है. आरोपी संतोष रूपनार को गिरफ्तार किया गया है, जिस पर आरोप है कि उसने अपना बैंक अकाउंट साइबर अपराधियों को उपलब्ध कराया. पीड़ित को 10 से 15 फीसदी रिटर्न का लालच देकर एप डाउनलोड कराया गया और करोड़ों रुपये ठगे गए.
Cyber Fraud: महाराष्ट्र पुलिस की साइबर सेल ने ऑनलाइन शेयर मार्केट में हुए 2.24 करोड रुपये के फ्रॉड का खुलासा किया है. पुलिस ने एक व्यापारी को गिरफ्तार किया है. जांच में पता चला है कि आरोपी ने अपना बैंक खाता साइबर अपराधियों को दिया था, जिसके जरिए करोड़ों रुपये की ठगी की गई. यह मामला जुलाई अगस्त 2025 में सामने आया था और अब तक कई राज्यों में दर्जनों शिकायतें हो चुकी हैं.
ऐसे शुरू हुआ फ्रॉड
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जांच के अनुसार जुलाई अगस्त 2025 में एक शेयर मार्केट कर्मचारी से राजीव भाटिया नामक शख्स ने संपर्क किया. उसे व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया और स्टॉक ट्रेडिंग टिप्स दी गई. पीड़ित को 10 से 15 फीसदी तक रिटर्न का लालच दिया गया और एक एप डाउनलोड करवाया गया.
आरोपी की पहचान
गिरफ्तार आरोपी का नाम संतोष रूपनार है, जिसकी उम्र 47 साल है. वह मंजरी बुद्रुक में रहता है और व्यापारी है. पुलिस ने बताया कि उसने अपना अकाउंट साइबर अपराधियों को उपलब्ध कराया था. उसके खिलाफ धोखाधड़ी और साइबर अपराध की धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
करोड़ो रुपये का नुकसान
झांसे में आकर पीड़ित ने करीब 2.24 करोड़ रुपये अलग- अलग ट्रांजैक्शन में ट्रांसफर कर दिए. एप पर उसे 10 करोड़ का प्रॉफिट दिखाया गया, लेकिन जब उसने पैसे निकालने की कोशिश की तो उससे बार- बार अलग अलग चार्ज मांगे गए. आखिरकार उसे समझ आया कि यह पूरा मामला फर्जी है.
बैंक अकाउंट से मिले सबूत
पुलिस जांच में सामने आया कि 1.05 करोड़ रुपये जन सेवा इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के खाते में गए थे, जो रूपनार के नाम पर है. अब तक लगभग 3.53 करोड़ रुपये के ट्रांजैक्शन उसके अकाउंट से जुड़े पाए गए हैं. पुलिस ने बताया कि इस मामले में 12 अलग- अलग केस देशभर में दर्ज हैं.
निवेशकों को चेतावनी
पुलिस ने आम लोगों को चेतावनी दी है कि ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग में सावधानी बरतें. किसी भी निवेश से पहले प्लेटफार्म और एप की पूरी तरह जांच करें और केवल सेबी रजिस्टर्ड एप का इस्तेमाल करें. अधिकारी ने कहा कि इस तरह के मामलों में लोग लालच में फंस जाते हैं और बड़ी रकम गंवा बैठते हैं.
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आगे की जांच
फिलहाल आरोपी को पुलिस कस्टडी में भेजा गया है और उससे पूछताछ चल रही है. पुलिस बाकी रकम और नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही है. अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस गिरोह के अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा.