Union Consumption Fund NFO लॉन्च, भारत की महाखपत कहानी में निवेश का नया अवसर
Union Mutual Fund ने Union Consumption Fund (UCF) का NFO लॉन्च किया है, जो भारत की तेजी से बढ़ती खपत थीम में निवेश का अवसर देता है. 1 से 15 दिसंबर 2025 तक खुला यह फंड RISE फ्रेमवर्क पर आधारित है और लंबे समय के उपभोग ट्रेंड को कैप्चर करने का लक्ष्य रखता है.
भारत में खपत आधारित विकास एक बार फिर रफ्तार पकड़ रहा है और इसी ट्रेंड को भुनाने के लिए यूनियन म्यूचुअल फंड ने अपने नए Union Consumption Fund (UCF) का NFO लॉन्च किया है. यह ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम 1 दिसम्बर से 15 दिसम्बर 2025 तक निवेश के लिए खुली है. यूनियन AMC का दावा है कि फंड का मकसद भारत में बदलते उपभोक्ता पैटर्न और बढ़ती घरेलू मांग के दीर्घकालिक अवसरों को कैप्चर करना है. कंपनी का कहना है कि जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था में आय बढ़ेगी और उपभोग विविध होगा, खपत थीम अगले दशक की प्रमुख निवेश कहानी बन सकती है.
भारत की खपत में तेजी लाने वाले बड़े कारक
AMC का दावा है कि पिछले एक साल में देश में कई संरचनात्मक बदलाव हुए हैं, जिनका सीधा असर घरेलू खर्च पर दिख रहा है. मॉनसून बेहतर रहा है, ग्रामीण आय में सुधार के संकेत हैं, टैक्स रेशनलाइजेशन से मिडिल क्लास की जेब में ज्यादा पैसा बचा है और GST 2.0 से उपभोग चेन अधिक पारदर्शी हुई है. डिजिटल भुगतान का विस्तार और ई-कॉमर्स पैठ भी मांग को स्थिर बढ़त दिला रहे हैं. इन सभी बदलावों को मिलाकर भारत की खपत एक दीर्घकालिक ग्रोथ चक्र में प्रवेश कर रही है, जिसका लाभ निवेशक थीमेटिक फंड के जरिए उठा सकते हैं.
R.I.S.E फ्रेमवर्क से फोकस्ड निवेश
Union Consumption Fund का निवेश दर्शन R.I.S.E फ्रेमवर्क पर आधारित है. रीच श्रेणी में वे कंपनियां शामिल हैं जिनकी ब्रांड पहुंच तेजी से बढ़ रही है और जो देश के नए बाजारों में खपत का विस्तार कर रही हैं. इंटरमीडिएट्स में ऐसे डिजिटल प्लेटफॉर्म व फिनटेक शामिल हैं जो खरीदारी और लेन-देन को आसान बनाकर उपभोग को बढ़ावा दे रहे हैं. स्पेंड अप उस उपभोक्ता ट्रेंड को कैप्चर करता है जिसमें लोग प्रीमियम उत्पादों और बेहतर क्वालिटी की ओर शिफ्ट हो रहे हैं. वहीं एक्सपीरियंस श्रेणी में हॉस्पिटैलिटी, यात्रा और मनोरंजन जैसी सेवाएं आती हैं जहां खर्च केवल उत्पाद नहीं बल्कि अनुभव के आधार पर तय होता है. AMC का मानना है कि इन चारों श्रेणियों का संतुलित मिश्रण फंड को दीर्घकालिक स्थिरता और ग्रोथ देगा.
खपत थीम का ट्रैक रिकॉर्ड
यूनियन AMC ने बताया है कि पिछले 19 वर्षों में Consumption Index ने ब्रॉडर मार्केट की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है. 2019 से 2024 के बीच निफ्टी इंडिया कंजप्शन का टोटल रिटर्न इंडेक्स (TRI) ने 14.7% का CAGR रिटर्न दिया है, जो बताता है कि भारतीय खपत थीम सायक्लिक नहीं बल्कि स्ट्रक्चरल ग्रोथ पर आधारित है. बढ़ते शहरीकरण, डिजिटलाइजेशन और बढ़ती आय से यह ट्रेंड आने वाले वर्षों में और मजबूत हो सकता है.
निवेशकों के लिए क्या मायने?
यह स्कीम उन निवेशकों के लिए उपयुक्त मानी गई है जो लंबी अवधि के लिए इक्विटी निवेश में थीमेटिक एक्सपोजर चाहते हैं. फंड विभिन्न उप-सेगमेंट में निवेश कर जोखिम को संतुलित रखते हुए ग्रोथ का लक्ष्य रखता है. AMC ने सलाह दी है कि निवेशक अपनी जोखिम क्षमता और फाइनेंशियल प्लान के अनुसार ही फैसले लें. फंड का प्रबंधन विनोद मालवीय और संजय बेम्बालकर करेंगे, जो इक्विटी रिसर्च और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट में लंबे अनुभव रखते हैं.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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