हैकर का नया हथकंडा, स्पेशल कैरेक्टर नंबर के जरिए हो रही ठगी, एक गलत कॉल से हैक हो जाएगा आपका फोन

साइबर ठगी के नए तरीकों से लोग लगातार निशाना बन रहे हैं. हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक यूजर ने बताया कि कैसे पार्सल कंपनी का कर्मचारी बनकर आए कॉल ने उन्हें जाल में फंसा लिया. ठग ने विशेष कैरेक्टर वाले नंबर पर कॉल करने को कहा, जिसे वह कुरियर बॉय का नंबर बता रहा था. जैसे ही पीड़िता ने कॉल किया, उनका WhatsApp हैक हो गया.

Special Character Phone Number Fraud Image Credit: wikiHow

Special Character Phone Number Fraud: साइबर ठग लगातार नए-नए हथकंडे अपनाकर आम लोगों को निशाना बना रहे हैं. हाल ही में एक नया तरीका सामने आया है, जिसमें ठग विशेष कैरेक्टर वाले अजीब दिखने वाले नंबर से कॉल या मैसेज भेजकर यूजर के फोन और मैसेजिंग एप्लिकेशन को निशाना बनाते हैं. सतर्कता की कमी होने पर लोग इन कॉल्स के जरिए ठगी का शिकार हो सकते हैं.

हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक यूजर ने ऐसी ठगी का अनुभव साझा किया है. पीड़िता के अनुसार, ठग ने खुद को पार्सल कंपनी का कर्मचारी बताकर कॉल किया और एक विशेष कैरेक्टर वाले नंबर पर संपर्क करने के लिए कहा. उसने दावा किया कि यह नंबर कुरियर बॉय का है. जैसे ही पीड़िता ने उस नंबर पर कॉल किया, उनका WhatsApp अकाउंट हैक हो गया.

ये ठगी क्या है?

साइबर अपराधी ऐसे नंबर इस्तेमाल करते हैं जिनमें *+, #, *, या अन्य विशेष कैरेक्टर शामिल होते हैं. ये नंबर देखने में अनजान, संदिग्ध या सिस्टम जनरेटेड प्रतीत होते हैं. ठग इनसे कॉल या मैसेज भेजकर दावा करते हैं कि आपका फोन या व्हाट्सऐप हैक हो सकता है या किसी वेरिफिकेशन के लिए कोड साझा करना है. कई बार ये नंबर अंतरराष्ट्रीय या इंटरनेट-आधारित (VoIP) कॉल्स होते हैं, जिनका उद्देश्य उपयोगकर्ता को भ्रमित करना होता है.

होता कैसे है?

ठग अक्सर सोशल इंजीनियरिंग तकनीक अपनाते हैं. वे खुद को किसी कंपनी, बैंक, या सुरक्षा एजेंसी का प्रतिनिधि बताकर भरोसा जीतने की कोशिश करते हैं. कॉल उठाते ही वे उपयोगकर्ता से OTP, पासकोड या ऐप में आने वाले लिंक पर क्लिक करने की बात कहते हैं या किसी स्पेशल कैरेक्टर वाले नंबर को कॉल करने के लिए कहते हैं. जैसे ही व्यक्ति निर्देश मान लेता है, ठग उसके फोन की एक्सेस हासिल कर सकते हैं या मैसेजिंग ऐप को क्लोन कर लेते हैं. कई मामलों में स्क्रीन-शेयरिंग ऐप्स या मालवेयर लिंक भी भेजे जाते हैं, जिन्हें खोलते ही डेटा खतरे में पड़ सकता है.

बचाव के उपाय

सबसे जरूरी है सतर्क रहना. किसी भी अजीब या विशेष कैरेक्टर वाले नंबर से आने वाली कॉल तुरंत काट दें. किसी भी अनजान व्यक्ति को OTP, PIN, या वेरिफिकेशन कोड बिल्कुल साझा न करें. संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और ऐप इंस्टॉल करते समय स्रोत की जांच करें. व्हाट्सऐप और अन्य ऐप्स में टू-स्टेप वेरिफिकेशन सक्रिय रखें. जरूरत पड़ने पर आधिकारिक हेल्पलाइन से ही जानकारी की पुष्टि करें. थोड़ी सी सावधानी बड़े नुकसान से बचा सकती है.