गुजरात में शख्स के डीमैट अकाउंट से 20 लाख के शेयर गायब, साइबर अपराधियों ने ऐसे किया खेल

गुजरात यात्रा पर गए वडाला निवासी 55 वर्षीय व्यक्ति के डीमैट अकाउंट से साइबर ठगों ने ₹20 लाख के 8,669 शेयर चुरा लिए. अपराधियों ने पहले मोबाइल नंबर बदला, फिर फर्जी ईमेल लिंक कर सभी शेयर ट्रांसफर कर दिए. पीड़ित को यात्रा से लौटने के बाद इसका पता चला. उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. मामला आईटी एक्ट और भारतीय न्याय संहिता के तहत दर्ज हुआ है. पुलिस जांच जारी है.

Image Credit: FREE PIK

Demat Account Cyber Fraud: गुजरात के वडाला के रहने वाले एक 55 साल के व्यक्ति को साइबर अपराधियों ने अपना निशाना बनाया है. उनके डीमैट अकाउंट से शेयर की चोरी कर ली गई है. यह चोरी डीमैट अकाउंट से लिंक मोबाइल नंबर को बदलकर की गई. यह घटना तब हुई जब पीड़ित व्यक्ति धार्मिक यात्रा पर गए थे. जब वह इस यात्रा से वापस लौटे तो उन्हें अपने साथ हुई इस ठगी की जानकारी हुई. उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से दर्ज कराई है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.

कैसे हुआ फ्रॉड

द फ्री प्रेस जनरल के रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल में पीड़ित धार्मिक यात्रा पर गए हुए थे, उसी दौरान उनके डीमैट और CDSL अकाउंट से जुड़ा मोबाइल नंबर बदल दिया गया. इसके बाद ठगों ने एक फर्जी ईमेल आईडी बनाकर उसे अकाउंट से लिंक कर लिया और बिना अनुमति के शेयर ट्रांसफर कर लिए. जब वह यात्रा से वापस लौटे और अपना अकाउंट चेक किया, तो कुछ पता नहीं चल रहा था. उन्हें लगा कि यह नेटवर्क की दिक्कत के कारण नहीं दिखा रहा है. लेकिन जब 25 अप्रैल को अकाउंट चेक किया तो पता चला कि उनके सभी 8,669 शेयर गायब थे.

कितने का नुकसान हुआ?

इस ठगी में उनके कुल 8,669 शेयर चोरी हो गए, जिनकी बाजार में कीमत 19.98 लाख रुपये है. ये शेयर 40 कंपनियों के थे. पीड़ित ने इस मामले में पुलिस में शिकायत की है, जहां आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.

डीमैट अकाउंट को साइबर फ्रॉड से ऐसे बचाएं

  • मोबाइल नंबर और ईमेल को सुरक्षित रखें
    अपने डीमैट अकाउंट में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल ID कभी किसी से साझा न करें.
    यदि आपको OTP या संदिग्ध ईमेल आता है, तो तुरंत अलर्ट हो जाएं.
  • हर लेन-देन का SMS/Email अलर्ट ऑन रखें
    CDSL/NSDL की वेबसाइट या ऐप पर जाकर अलर्ट सुविधा एक्टिव रखें.
    कोई भी बदलाव (मोबाइल, ईमेल, एड्रेस) होते ही तुरंत पता चल सकेगा.
  • पासवर्ड मजबूत और अलग रखें
    डीमैट खाते का पासवर्ड कभी भी जन्मतिथि, मोबाइल नंबर या आसान शब्द न रखें.
    हर 3-6 महीने में पासवर्ड बदलें.
  • पब्लिक Wi-Fi से लॉगिन न करें
    डीमैट या बैंक खाते में लॉगिन हमेशा सिक्योर नेटवर्क से ही करें.
    कैफे, स्टेशन या होटल के वाई-फाई से लॉगिन करना रिस्की हो सकता है.
  • अकाउंट स्टेटमेंट नियमित जांचें
    हर महीने अपने डीमैट अकाउंट की होल्डिंग्स और ट्रांजैक्शन रिपोर्ट देखें.
    कोई अज्ञात शेयर ट्रांसफर या लेन-देन दिखे तो तुरंत ब्रोकरेज कंपनी और पुलिस को सूचित करें.