ये है भारत की पहली AI ट्रैवल इन्फ्लुएंसर राधिका सुब्रमण्यम, जो दिखाती है ‘अतुल्य भारत’
भारत की पहली AI‑जनित ट्रैवल इन्फ्लुएंसर राधिका सुब्रमण्यम – कलेक्टिव आर्टिस्ट नेटवर्क द्वारा विकसित, एक शानदार वर्चुअल पर्सनैलिटी है जो इंग्लिश और तमिल में संवाद करती है. जनरेशन Z को ध्यान में रखकर उसे एक आधुनिक, संस्कृति‑प्रेरित ट्रैवलर के रूप में तैयार किया गया है जो ‘अतुल्य भारत’ की कहानियां सुनाती है और वास्तविक अनुभवों को डिजिटल रूप में जीवंत करती है.
Artificial Intelligence इस कदर पांव पसार रहा है कि आज हमारे समाज का कोई भी सेक्टर ऐसा नहीं बचा है जो इससे अछूता है. पहले रोबोट, फिर एआई एंकर और अब एआई ने एआई ट्रैवल इन्फ्लुएंसर का रूप ले लिया है. कलेक्टिव आर्टिस्ट नेटवर्क मीडिया कंपनी ने एक ट्रैवल इन्फ्लुएंसर बनाया है, जिसका नाम है राधिका सुब्रमण्यम. राधिका भारत की पहली वर्चुअल ट्रैवल इन्फ्लुएंसर हैं, जो पूरी तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा बनाई गई हैं. वे एक से अधिक भाषा बोल सकती हैं और भारतीय संस्कृति से जुड़ी कहानियां भी सुना सकती हैं. आइए जानते हैं राधिका सुब्रमण्यम के बनने की कहानी.
क्या होता है AI ट्रैवल इन्फ्लुएंसर?
एआई ट्रैवल इन्फ्लुएंसर एक कंप्यूटर-जनरेटेड पर्सनैलिटी होती है. इसे जनरेटिव डिजाइन, मशीन लर्निंग और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग जैसे एआई टूल्स की मदद से बनाया जाता है. यह किसी मानव इन्फ्लुएंसर की तरह ट्रैवल को बढ़ावा देती है. इन वर्चुअल कैरेक्टर्स की विशिष्ट पर्सनैलिटी इस तरह तैयार की जाती है कि उन्हें किसी लोकेशन की बैकस्टोरी की जानकारी होती है, साथ ही उनमें संवाद करने के गुण भी होते हैं. इससे ये अपने दर्शकों से बातचीत कर पाती हैं. एआई इन्फ्लुएंसर को अलग-अलग दर्शकों के लिए तैयार किया जा सकता है. राधिका को तैयार करते समय जेनरेशन Z को ध्यान में रखा गया है.
कैसी दिखती हैं राधिका सुब्रमण्यम
जेनरेशन Z को ध्यान में रखकर उन्हें आधुनिक रूप में विकसित किया गया है, इसलिए वे दिखने में भी मॉडर्न हैं. उनके पहनावे भी नवीनतम ट्रेंड्स के अनुसार हैं.
नीचे राधिका की कुछ तस्वीरें देखें.
बिना पासपोर्ट करेगी ट्रैवल
सामान्य तौर पर किसी व्यक्ति को विदेश यात्रा के दौरान पासपोर्ट जैसे डॉक्यूमेंट पास में रखने होते हैं, लेकिन राधिका बिना पासपोर्ट के ही कहीं भी घूम सकती हैं. इसके साथ ही वह इंग्लिश और तमिल में बात भी कर सकती हैं. बिना रुके और बिना थके, राधिका न सिर्फ ट्रैवल करेगी बल्कि भारतीय संस्कृति से जुड़ी कहानियां भी सुनाएंगी.
2023 में जर्मनी ने किया था EMMA लांच
AI-जनरेटेड ट्रैवल इन्फ्लूएंसर के क्षेत्र में काम करने वाला भारत पहला देश नहीं है. साल 2023 में जर्मन नेशनल टूरिस्ट बोर्ड ने जर्मनी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए AI-जनरेटेड एम्मा को पेश किया था. EMMA 20 भाषाओं में कम्यूनिकेशन करने में सक्षम है.