जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से 10 लोगों के मारे जाने की आशंका, रेस्क्यू जारी

Cloudburst in Kishtwar: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि मचैल माता मंदिर के पास चोसिटी में हुई इस घटना से 'काफी जनहानि हो सकती है'. प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया है और बचाव दल घटनास्थल पर भेज दिए गए हैं. गांवों में पानी भरने की आशंका को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर है.

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटा. Image Credit: Tv9

Cloudburst in Kishtwar: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में गुरुवार को भीषण बादल फटने से कम से कम 10 लोगों के मारे जाने की खबर है. बचाव दल मौके पर पहुंच गए हैं और बड़े पैमाने पर राहत अभियान चल रहा है. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि मचैल माता मंदिर के पास चोसिटी में हुई इस घटना से ‘काफी जनहानि हो सकती है’. प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया है और बचाव दल घटनास्थल पर भेज दिए गए हैं.

10 लोगों के मारे जाने की आशंका

बादल फटने के बाद इलाके की नदियों और नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है, जिससे स्थानीय लोग डरे हुए हैं. एक न्यूज एजेंसी ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि गुरुवार को मचैल माता यात्रा के रास्ते में एक सुदूर गांव में बादल फटने से कम से कम 10 लोगों की मौत की आशंका है.

बादल फटने से मंदिर के रास्ते में पड़ने वाला आखिरी मोटरेबल गांव चसोती प्रभावित हुआ है. इस हादसे के बाद मंदिर की वार्षिक यात्रा रोक दी गई है. कई गांवों में पानी भरने की आशंका को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर है.

जहां पार्किंग, वहीं फटा बादल

जिस इलाके में बादल फटा, वहां पार्किंग थी. इस जगह पर मचैल जाने वालों के ल्ए लंगर की व्यवस्था की जाती थी. माता के दर्शन करने जाने वालों के लिए यह आखिरी पड़ाव है. यहां से आगे गाड़ी यानी कार नहीं जाती है. लोग अपनी गाड़ी यहीं पार्क करते हैं.

मनोज सिन्हा ने जताया दुख

जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि वे बादल फटने की घटना से बहुत दुखी हैं. उन्होंने कहा कि शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना. उन्होंने सिविल, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ अधिकारियों को बचाव और राहत अभियान को और तेज करने और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.