एक शेयर पर 22% की कमाई, मौका है अच्छा! 89 फीसदी रेवेन्यू विदेशों से, मर्सिडीज, BMW हैं कस्टमर
सम्वर्धना मोंथरसन के ग्लोबल बिजनेस और बड़े ग्राहकों पर पकड़ को देखते हुए Motilal Oswal Financial Services ब्रोकरेज ने इस स्टॉक पर खास राय दी है. कंपनी की आय का बड़ा हिस्सा विदेशों और ऑटोमोबाइल दिग्गजों से आता है. जानिए, क्यों विश्लेषक इसे आने वाले समय के लिए खास मान रहे हैं.

ऑटो कंपोनेंट बनाने वाली कंपनी Samvardhana Motherson International Limited (SAMIL) ने चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में उम्मीद से कमजोर नतीजे पेश किए हैं. इसके बावजूद, ब्रोकरेज फर्म Motilal Oswal Financial Services का मानना है कि कंपनी के शेयर आने वाले समय में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं. ब्रोकरेज ने इसके पीछे कई मजबूत वजहें गिनाईं और निवेशकों को इस पर दांव लगाने की सलाह दी है. बीते पांच साल में कंपनी के शेयरों ने 73 फीसदी का मुनाफा दिया है.
पहली तिमाही में मुनाफा घटा, मार्जिन में दबाव
कंपनी का एडजस्टेड नेट प्रॉफिट (PAT) अप्रैल-जून 2025 तिमाही में 6.2 अरब रुपये रहा, जो साल-दर-साल 37.5 फीसदी कम है और ब्रोकरेज के अनुमान 9.7 अरब रुपये से काफी नीचे है. मुनाफे पर दबाव की वजह यूरोप में बढ़ती लागत, टैरिफ पास-थ्रू में देरी, नॉन-ऑटो बिजनेस में नई यूनिट की शुरुआती लागत और हाल ही में खरीदी गई कंपनियों के इंटीग्रेशन खर्च बताए गए.
तिमाही में कंपनी का EBITDA मार्जिन 150 बेसिस प्वाइंट घटकर 8.1 फीसदी पर आ गया, जबकि अनुमान 9.1 फीसदी था. मॉड्यूल्स एंड पॉलिमर्स सेगमेंट का मार्जिन 230 बेसिस प्वाइंट घटकर 6.4 फीसदी और इमर्जिंग बिजनेस का मार्जिन 380 बेसिस प्वाइंट घटकर 8.4 फीसदी पर रहा. वहीं वायरिंग हार्नेस और विजन सिस्टम जैसे सेगमेंट लगभग अनुमान के मुताबिक रहे.
इस तिमाही में कंपनी का नेट डेट 98 अरब रुपये से बढ़कर 112 अरब रुपये हो गया, जिसकी वजह कार्यशील पूंजी की ज्यादा जरूरत और टैरिफ अनिश्चितता रही. ब्याज खर्च भी अनुमान से अधिक 4.3 अरब रुपये रहा, जिसमें 930 मिलियन रुपये का फॉरेक्स लॉस शामिल है.
मजबूत वैश्विक मौजूदगी
SAMIL का बिजनेस सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है. कंपनी की मौजूदगी 41 देशों में 270 मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई सुविधाओं के जरिए है. वित्त वर्ष 2021 में इसका 89 फीसदी रेवेन्यू विदेश से आया था. रेवेन्यू में सबसे ज्यादा योगदान जर्मनी (21.4%), अमेरिका (15.2%), चीन (11.5%), भारत (10.8%), फ्रांस (6.4%) और मैक्सिको (5.3%) का रहा. यह व्यापक वैश्विक नेटवर्क इसे अलग-अलग बाजारों में मांग के अवसरों से जोड़ता है और लंबी अवधि में स्थिरता प्रदान करता है.
कंपनी की आय का एक बड़ा हिस्सा चुनिंदा ग्राहकों पर निर्भर है. वित्त वर्ष 2021 में कंपनी के कुल राजस्व का लगभग 58 फीसदी सिर्फ टॉप आठ ग्राहकों से आया. इनमें प्रमुख हैं मर्सिडीज-बेंज (14.6%), ऑडी (12.3%), वोक्सवैगन (9.3%), पोर्श (5.5%), बीएमडब्ल्यू (4.7%), रेनॉल्ट (4.2%), मारुति सुजुकी (3.9%) और पीएसए ग्रुप (3.4%). यह आंकड़े बताते हैं कि कंपनी का बिजनेस मॉडल बड़े ऑटोमोबाइल ब्रांड्स पर काफी हद तक केंद्रित है.
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ब्रोकरेज को क्यों है भरोसा, क्या है टारगेट प्राइस
Motilal Oswal Financial Services का मानना है कि मौजूदा चुनौतियां अस्थायी हैं और तीसरी तिमाही से प्रदर्शन में सुधार की संभावना है. कंपनी की खासियत है कि इसकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स ग्राहकों के पास ही हैं, जिससे टैरिफ के असर को कम किया जा सकता है. EV ट्रांजिशन, प्रीमियमाइजेशन, ऑटो व नॉन-ऑटो बिजनेस में मजबूत ऑर्डर बैकलॉग और नई डील्स के सफल इंटीग्रेशन से कंपनी लंबी अवधि में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है. ब्रोकरेज ने कंपनी पर BUY रेटिंग बरकरार रखी है और 2027 के लिए टारगेट प्राइस 114 रुपये तय किया है,
डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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