44 रुपये के शेयर में 36150 फीसदी की तेजी, जोरदार तिमाही के नतीजों ने खींचा ध्यान; कंपनी करती है ये काम

Hazoor Multi Projects Shares: निवेशकों के उत्साह को बढ़ाते हुए, हजूर ने हाल ही में बताया कि उसकी एक सहायक कंपनी को ऑयल इंडिया लिमिटेड से एक ड्रिलिंग रिग किराए पर देने के लिए 280.1 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट मिला है. शेयर में लगातार तेजी देखने को मिली है.

इस मल्टीबैगर शेयर ने लगाई है जोरदार छलांग. Image Credit: Getty image

Hazoor Multi Projects Shares: स्मॉल-कैप मल्टीबैगर हजूर मल्टी प्रोजेक्ट्स के शेयर गुरुवार, 14 अगस्त को दिन के कारोबार में लगभग 2 फीसदी बढ़कर 44.05 रुपये पर पहुंच गए, जो व्यापक बाजार बढ़त और जून तिमाही (वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही) के शानदार नतीजों के बाद संभव हुआ. पिछले पांच वर्षों में असाधारण रिटर्न देने के बाद इस शेयर ने निवेशकों का ध्यान खींचा है.

तिमाही के नतीजे

हजूर मल्टी प्रोजेक्ट्स ने वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 13.79 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के 9.46 करोड़ रुपये की तुलना में 45.77 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है. इसी अवधि में रेवेन्यू भी 156.22 फीसदी बढ़कर 180.12 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 71.44 करोड़ रुपये था. यह वृद्धि कंपनी के इंफ्रास्ट्रक्चर और रियल स्टेट सेक्टर में मजबूत ऑर्डर फ्लो और प्रोजेक्ट एग्जीक्यूशन के कारण हुई है.

कंपनी को मिला है कॉन्ट्रैक्ट

निवेशकों के उत्साह को बढ़ाते हुए, हजूर ने हाल ही में बताया कि उसकी एक सहायक कंपनी को ऑयल इंडिया लिमिटेड से एक ड्रिलिंग रिग किराए पर देने के लिए 280.1 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट मिला है. यह अनुबंध क्विप्पो ऑयल एंड गैस इन्फ्रास्ट्रक्चर को दिया गया है, जिसका हजूर ने हाल ही में अधिग्रहण किया था. यह डील एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के बढ़ते प्रभाव और रणनीतिक अधिग्रहणों से लाभ उठाने की उसकी क्षमता को दर्शाता है.

36,150 फीसदी की तेजी

इस मल्टीबैगर स्टॉक ने पिछले पांच साल में 36,150 फीसदी की जोरदार वृद्धि दर्ज की है. शेयर अगस्त 2020 के एक रुपये से भी कम की कीमत से बढ़कर 43 रुपये के स्तर तक पहुंचा है. पिछले 12 महीनों में इसमें 12 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इस स्टॉक का 52 वीक का हाई लेवल 63.90 (सितंबर 2024) रुपये और लो लेवल 32 (मार्च 2025) रुपये रहा है.

हजूर इन्फ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेट और अब एनर्जी उपकरण लीजिंग में काम करता है. ये तीन सेक्टर हैं जिन्हें पिछले कुछ वर्षों में भारत में मजबूत पब्लिक और प्राइवेट कैपिटल एक्सपेंडिचर का लाभ मिला है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.