L&T, C-DAC और IIT गांधीनगर मिलकर बना रही Secure Chip, e-पासपोर्ट अब होगा और सेफ; खास रिसर्च सेंटर बनाने की भी तैयारी

यह तीनों मिलकर एक ऐसी सुरक्षित चिप बनाएंगे, जिसका सारा डिजाइन और तकनीक भारत में ही विकसित होगी. इसे "इंटीग्रेटेड सर्किट" (IC) कहते हैं. यह बहुत ही सुरक्षित और खास तरह की तकनीक है. इस चिप का पहला उपयोग e-passport में होगा. यह एक डिजिटल पासपोर्ट है.

चिप Image Credit: money9live/CanvaAI

L&T: लार्सन एंड टुब्रो (L&T) की एक कंपनी, सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (C-DAC) और IIT गांधीनगर ने मिलकर एक खास चिप बनाने के लिए हाथ मिलाया है. यह चिप पूरी तरह से भारत में बनेगी और इसका इस्तेमाल सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट (e-passport) के लिए होगा. इस चिप का मकसद भारत को डिजिटल सुरक्षा में आत्मनिर्भर बनाना है ताकि हमें विदेशी तकनीक पर निर्भर न रहना पड़े.

यह तीनों मिलकर एक ऐसी सुरक्षित चिप बनाएंगे, जिसका सारा डिजाइन और तकनीक भारत में ही विकसित होगी. इसे “इंटीग्रेटेड सर्किट” (IC) कहते हैं. यह बहुत ही सुरक्षित और खास तरह की तकनीक है. इस चिप का पहला उपयोग e-passport में होगा. यह एक डिजिटल पासपोर्ट है. यह चिप पासपोर्ट को और सुरक्षित बनाएगी, ताकि उसका गलत इस्तेमाल न हो सके.

विदेशी कंपनियों की तकनीक पर कम निर्भर

इस साझेदारी का लक्ष्य है कि भारत विदेशी कंपनियों की तकनीक पर कम निर्भर हो. अभी कई बार हमें ऐसी चिप्स विदेशों से खरीदनी पड़ती हैं, लेकिन अब भारत में ही ऐसी तकनीक बनाई जाएगी. इससे भारत की डिजिटल सुरक्षा मजबूत होगी और हमारी तकनीक पूरी तरह से हमारे नियंत्रण में रहेगी. इसके लिए तीनों एक साथ मिलकर काम करेंगे. L&T की कंपनी बिना फैक्ट्री के चिप डिजाइन करती है. C-DAC सरकार की एक संस्था है वो Technical Research में मदद करेगी. IIT गांधीनगर अपने विशेषज्ञों और रिसर्च के जरिए इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाएगा.

बनाया जाएगा खास रिसर्च सेंटर

इस प्रोजेक्ट के लिए एक खास रिसर्च सेंटर भी बनाया जाएगा. इस सेंटर में चिप को बनाने और उसे बाजार में लाने का काम होगा. सभी संगठन इस काम में पैसा और संसाधन लगाएंगे, ताकि जल्द से जल्द यह चिप तैयार हो सके. यह चिप न केवल पासपोर्ट के लिए, बल्कि भविष्य में अन्य सुरक्षित डिजिटल उपकरणों जैसे क्रिप्टो प्रोडक्ट्स के लिए भी इस्तेमाल होगी.

ये भी पढ़े:6000 करोड़ की ऑर्डर बुक, डेट-इक्विटी रेशियो 0.18; एनर्जी-डिफेंस-एयरोस्पेस समेत इन क्षेत्रों में फैला साम्राज्य