गलत QR कोड स्कैन दिखा सकता है जेल का रास्ता, भाड़े के WhatsApp के जरिए ठगी, चेतावनी जारी

अब लोग अपना व्हाट्सऐप अकाउंट किराए पर दे रहे हैं. मात्र 500-1000 रुपये के लालच में QR कोड स्कैन करवाते ही आपका अकाउंट ठगों के हाथ में चला जाता है. फिर उसी नंबर से होती है ठगी, फ्रॉड और गैरकानूनी काम. गृह मंत्रालय की साइबर दोस्त ने चेतावनी दी है कि अपना व्हाट्सऐप मत बेचो, वरना जेल जाना पड़ेगा.

WhatsApp Scam Image Credit: @AI/Money9live

WhatsApp Scam: अब तक आपने बैंक अकाउंट को किराए पर लेकर साइबर ठगी की खबरें सुनी होगी, जिसे म्यूल अकाउंट कहा जाता है. साइबर अपराधी अब इससे भी एक कदम आगे बढडकर व्हाट्सऐप अकाउंट्स को किराए पर लेने का नया धंधा शुरू कर दिया है. लालच में आकर लोग अपने अकाउंट को सस्ते दाम पर बेच रहे हैं, जिसका इस्तेमाल ठगी और फ्रॉड के लिए किया जा रहा है. गृह मंत्रालय के अंदर काम करने वाली संस्था भारतीय साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट के जरिए लोगों को इस खतरे से आगाह किया है. पोस्ट में चेतावनी दी गई है कि ₹500 से ₹1000 कमाने के लालच में अपना व्हाट्सऐप न बेचें, वरना कानूनी कार्रवाई का शिकार हो सकते हैं.

स्कैम का तरीका

साइबर ठग व्हाट्सऐप रेंट या ऑटो अर्निंग के नाम पर लोगों को लुभाते हैं. वे एक QR कोड प्रदान करते हैं, जिसे स्कैन करने पर यूजर का अकाउंट उनके कंट्रोल में चला जाता है. एक बार नियंत्रण हासिल हो जाने के बाद, ठग उसी अकाउंट से फर्जी मैसेज भेजकर अन्य लोगों को ठगते हैं. यह प्रक्रिया इतनी आसान लगती है कि लोग बिना सोचे-समझे फंस जाते हैं, लेकिन परिणामस्वरूप उनका अकाउंट अपराध का माध्यम बन जाता है.

खतरे की जानकारी

बचाव के उपाय

साइबर अपराधों से बचने के लिए सतर्क रहना जरूरी है. सबसे पहले, किसी भी आसान कमाई के ऑफर पर भरोसा न करें. QR कोड स्कैन करने से पहले उसकी वैधता जांचें और व्हाट्सऐप की आधिकारिक वेबसाइट से ही लॉगिन करें. साइबर दोस्त ने सलाह दी है कि संदिग्ध गतिविधि दिखने पर तुरंत 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें. इसके अलावा, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू रखें और अनजान लिंक्स पर क्लिक न करें.