इजरायल के आगे कहीं नहीं टिकता ईरान, 60 के दशक के फाइटर जेट का F-35 से मुकाबला; सीक्रेट फोर्स के भरोसे

ईरान और इजरायल के बीच सैन्य तनाव चरम पर है. इजरायल के पास तकनीकी बढ़त (F-35 जैसे उन्नत हथियार, आयरन डोम) है, जबकि ईरान के पास मिसाइलों की संख्या (3,000+), ड्रोन और प्रॉक्सी नेटवर्क का लाभ है. इजरायल का रक्षा बजट ($24B) ईरान ($9.95B) से दोगुना है, लेकिन ईरान की जनसंख्या और सैन्य संख्या अधिक है.

ईरान बनाम इजरायल, कौन है ज्यादा ताकतवर? Image Credit: TV9 Bharatvarsh

Iran vs Israel: वेस्ट एशिया में युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं. 13 जून को इजरायल ने ईरान पर बड़ा सैन्य हमला करते हुए कई परमाणु और मिलिट्री साइट्स को निशाना बनाया.’ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत किए गए इन हमलों में तेहरान समेत कई शहरों में धमाकों की खबर है. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे ‘राष्ट्रीय अस्तित्व की रक्षा’ बताया. ईरानी मीडिया के अनुसार, रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रमुख हुसैन सलामी की मौत हो गई है. बच्चों समेत आम नागरिकों के मारे जाने की भी खबरें हैं. इस हमले को 1980 के ईरान-इराक युद्ध के बाद सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है. ईरान की सेना ने ‘खून के बदले खून’ की चेतावनी दी है.

सैन्यबल और सैन्य खर्च

ईरान और इजरायल के बीच सैन्य क्षमताओं में बड़ा अंतर देखने को मिलता है. जनसंख्या के मामले में ईरान (8.75 करोड़) इजरायल (90 लाख) से कहीं आगे है, जिससे उसे सैन्य बल तैयार करने में फायदा मिलता है. ईरान के पास 5.8 लाख सक्रिय सैनिक और 2 लाख रिजर्व फोर्स हैं, जबकि इजरायल की सक्रिय सेना 1.7 लाख और रिजर्व फोर्स 4.65 लाख सैनिकों की है. हालांकि, रक्षा बजट के मामले में इजरायल (24 अरब डॉलर) ईरान (9.95 अरब डॉलर) से कहीं आगे है.

तुलना का बिंदुईरानइजरायल
जनसंख्या8.75 करोड़90 लाख
सक्रिय सैनिक5.8 लाख1.7 लाख
रिजर्व फोर्स2 लाख4.65 लाख
कुल सैन्य बल (एक्टिव + रिजर्व)7.8 लाख6.35 लाख
रक्षा बजट9.95 अरब डॉलर24 अरब डॉलर

एयरफोर्स और डिफेंस सिस्टम

वायु सैन्य क्षमता के मामले में इजरायल ईरान पर स्पष्ट बढ़त रखता है. इजरायल के पास 612 आधुनिक युद्धक विमानों का बेड़ा है, जिसमें F-15, F-16 और F-35 स्टील्थ फाइटर जैसे उन्नत मॉडल शामिल हैं. वहीं ईरान के पास 551 विमान हैं, जिनमें से अधिकांश पुरानी तकनीक पर आधारित हैं. इजरायल की एयर डिफेंस सिस्टम और भी प्रभावशाली है. आयरन डोम (छोटी दूरी की मिसाइल रक्षा), डेविड स्लिंग (मध्यम दूरी), एरो (बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा) और पैट्रियट मिसाइल सिस्टम मिलकर एक बहुस्तरीय सुरक्षा कवच बनाते हैं.

तुलना का बिंदुईरानइजरायल
कुल लड़ाकू विमान551 विमान612 विमान
तकनीकी गुणवत्ताज़्यादातर पुराने मॉडलF-15, F-16, F-35 जैसे उन्नत आधुनिक विमान
एयर डिफेंस सिस्टमसीमित, मुख्यतः मिसाइल आधारितआयरन डोम, डेविड स्लिंग, एरो, पैट्रियट – बहुस्तरीय प्रणाली
स्टील्थ तकनीक (F-35 आदि)नहींहै – F-35 जैसी अत्याधुनिक स्टील्थ क्षमता
वायु शक्ति की विश्वसनीयतामध्यमअत्यधिक उन्नत और तकनीकी रूप से श्रेष्ठ

मिसाइल और ड्रोन ताकत

ईरान मिसाइल और ड्रोन तकनीक में वेस्ट एशिया की अग्रणी शक्ति बनकर उभरा है. देश के पास शहाब-3 और सोमार जैसी 2,000 किलोमीटर तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों का विशाल भंडार है, जो इजरायल समेत पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र को अपनी जद में ले सकता है.

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थल और जल सेना

टैंकों की संख्या के लिहाज से ईरान (1,996 टैंक) इजरायल (1,370 टैंक) से आगे है, लेकिन इजरायल के स्वदेशी ‘मर्कवा’ टैंक दुनिया के सबसे एडवांस और सुरक्षित टैंकों में शुमार होते हैं, जो क्वालिटी के मामले में ईरानी टैंकों पर भारी पड़ते हैं. नौसैनिक बलों में ईरान की ज्यादा है. उसके पास 101 युद्धपोत और 19 पनडुब्बियां हैं, जबकि इजरायल के पास 67 युद्धपोत और मात्र 5 पनडुब्बियां हैं.

तुलना का बिंदुईरानइजरायल
कुल टैंक1,9961,370
टैंक की गुणवत्ताअधिकतर पुराने मॉडलस्वदेशी ‘मर्कवा’ टैंक – विश्व के सबसे एडवांस टैंक
युद्धपोतों की संख्या10167
पनडुब्बियों की संख्या195
समुद्री युद्धक क्षमतासंख्या में अधिकतकनीकी रूप से अधिक उन्नत

परमाणु ताकत और रणनीति

इजरायल के पास अनुमानित 80 परमाणु हथियार है, जो उसे क्षेत्र में एक निर्णायक सैन्य बढ़त देते हैं. वहीं ईरान अभी तक परमाणु शक्ति नहीं बना पाया है, हालांकि उसकी 2,000 किमी तक मार करने वाली मिसाइलें इजरायल तक पहुंचने में सक्षम हैं. क्षेत्रीय प्रभाव के मोर्चे पर ईरान ने हिज्बल्लाह (लेबनान), हुती (यमन) और हमास (गाजा) जैसे प्रॉक्सी समूहों के माध्यम से मध्य पूर्व में सैन्य है.