US FED चीफ पॉवेल ने दिए Rate Cut के संकेत, बोले-फैसला ट्रंप के दबाव में नहीं, इकोनॉमी के लिए जरूरी; बाजार में तेजी
US Federal Reserve के चेयरपर्सन जेरोम पॉवेल ने शुक्रवार को Jackson Hole Speech में संकेत दिए कि सितंबर में Rate Cut संभव है. Powell ने कहा कि यह फैसला Trump के दबाव में नहीं, बल्कि कमजोर होती US Economy और Job Market को देखते हुए होगा.
अमेरिकी केंद्रीय बैंक Federal Reserve के चेयरपर्सन Jerome Powell ने शुक्रवार को Jackson Hole Symposium में इस बात के साफ संकेत दिए कि सितंबर को होने वाली US FED की बैठक में Interest Rate Cut संभव है. इसके साथ ही पॉवेल ने कहा कि यह फैसला किसी राजनीतिक दबाव में नहीं होगा, बल्कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था और जॉब मार्केट की कमजोर होती स्थिति को देखते हुए लिया जाएगा. Powell का कार्यकाल मई 2026 में खत्म होगा और माना जा रहा है कि यह उनका आखिरी Jackson Hole Speech हो सकता है.
फेड को मन मुताबिक चलाना चाह रहे ट्रंप
Powell का यह भाषण ऐसे समय आया है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार Rate Cut का दबाव बना रहे हैं. इसके अलावा ट्रंप Federal Reserve को मन मुताबिक चालने के लिए इसे रीशेप करने की कोशिश कर रहे हैं. इसी वजह से हाल ही में फेड की गवर्नर Adriana Kugler ने इस्तीफा दे दिया है. वहीं, एक अन्य गवर्नर Lisa Cook पर ट्रंप प्रशासन ने Mortgage Fraud का आरोप लगाया है. Trump ने Kugler की जगह Stephen Miran को Fed Board में नामित किया है, जिससे पावर बैलेंस बदल सकता है.
बाजार में जोरदार तेजी
पॉवेल के बयान के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिली है. बेंचमार्क इंडेक्स Dow Jones 1.7 फीसदी से ज्यादा 777 अंक तेजी के साथ 45,473.96 अंक पर कारोबार करता दिखा. इसी तरह, S&P 500 और Nasdaq Composite भी एक-एक फीसदी से ज्यादा उछाल के साथ कारोबार करते दिखे.
Powell के बयान के बाद अमेरिकी बाजारों में तेजी के पीछे की वजह कर्ज सस्ता होने की उम्मीद है. निवेशकों ने Rate Cut की संभावना को पॉजिटिव लिया है. क्योंकि, इससे लोन सस्ता होगा, निवेश और खर्च बढ़ेगा और स्टॉक मार्केट में पैसा आएगा.
रोजगार बाजार पर जताई चिंता
Powell ने कहा कि US Job Market में कुछ असामान्य संकेत देखने को मिल रहे हैं. इनसे पता चलता है कि रोजगार पर डाउनसाइड रिस्क बढ़ रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर हालात बिगड़े, तो तेजी से Layoffs और बेरोजगारी में उछाल देखने को मिल सकता है. पॉवेल ने कहा, हमारी ब्याज दरें फिलहाल एक रेस्ट्रिक्टिव टेरिटरी में है. लेकिन, बढ़ते जोखिम को देखते हुए हमें अपने पॉलिसी स्टांंस में बदलाव करने पड़ सकते हैं.
क्यों जरूरी है Rate Cut?
Fed ने दिसंबर से अब तक ब्याज दरें स्थिर रखी हैं, लेकिन अब लेबर मार्केट स्लो हो रहा है और ट्रंप की Tariff Policy का असर महंगाई पर ज्यादा नहीं पड़ा है. ऐसे में अर्थव्यवस्था को सपोर्ट देने के लिए Rate Cut जरूरी माना जा रहा है. हालांकि Powell ने दोहराया कि Fed का फैसला पूरी तरह Data-driven होगा, न कि राजनीतिक. उन्होंने कहा, फेड सदस्य कोई भी फैसला डाटा और इकोनॉमिक आउटलुक के आधार पर लेंगे.