फ्रांस के साथ ही पूरे यूरोजोन को मिला ओलंपिक खेलों का ऐसा इनाम कि दुनिया का हर देश करना चाहेगा मेजबानी
हर बड़ा देश चाहता है कि वह बार-बार इन खेलों का आयोजन करे, हालांकि वजह सिर्फ प्रतिष्ठा नहीं है, बल्कि व्यापार भी है, जानें जुलाई में फ्रांस में हुए ओलंपिक खेलों से यूरोप की आर्थिक सेहत पर क्या असर पड़ा है.

पेरिस ओलंपिक खेलों के चलते अगस्त में फ्रांस सहित पूरे यूरोजोन में कारोबारी गतिविधियां तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं. 22 अगस्त को सामने आए एक सर्वेक्षण के नतीजों में बताया गया है कि पूरे यूरोजोन की आर्थिक सेहत में सुधार हुआ है. हैम्बर्ग कॉमर्शियल बैंक (HCOB) के फ्लैश यूरोजोन समग्र क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) के मुताबिक जुलाई में यूरोपीय अर्थव्यवस्था की सेहत का हाल बयां करने वाला यह संकेतक है 50.2 था, जो अगस्त में बढ़कर 51.2 पर पहुंच गया है. हालांकि, यूरोपीय संघ के एकल मुद्रा क्षेत्र (यूरोजोन) की दीर्घकालिक आर्थिक सेहत को लेकर चिंताएं बनी हुई हैं.
सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक ओलंपिक खेलों के मेजबान फ्रांस की आर्थिक गतिविधियां जुलाई-अगस्त में 17 महीने के उच्चतम स्तर 52.7 पर पहुंच गई, जबकि खेलों की शुरुआत से पहले ये 49.1 पर थींं. दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी का पीएमआई जुलाई के 49.1 से गिरकर अगस्त में 48.5 पर आ गया, जो पांच महीने का न्यूनतम स्तर है.
नतीजों की खुशी, पर वृद्धि जारी रहने पर शक : रुबिया
HCOB के मुख्य अर्थशास्त्री डॉ. साइरस डे ला रुबिया बताते हैं कि 50 से ऊपर का कोई भी अंक यूरोजोन की अर्थव्यवस्था में वृद्धि को दिखाता है, जबकि 50 से नीचे अर्थव्यवस्था के छोटे होने का संकेत देता है. डॉ. रुबिया कहते हैं, पहली नजर में ये नतीजे हैरानी भरी खुशी देते हैं, क्योंकि आंकड़ों को गहराई से देखते हैं, तो पता चलता है कि अगर फ्रांस में ओलंपिक खेल नहीं हो रहे होते, तो हालात विपरीत हो गए होते. उन्हें इस बार पर संदेह है कि जो वृद्धि अगस्त में देखने को मिली है उसे आगे भी जारी रखा जा सकता है.
सेवा क्षेत्र का हुआ विस्तार, विनिर्माण ठप
सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक यूरोजोन में सेवाओं का विस्तार हुआ, हालांकि विनिर्माण गतिविधियों में गिरावट जारी है. जुलाई में विनिर्माण गतिविधियों का संकेतक 45.8 से घटकर आठ महीने के निचले स्तर 45.6 पर आ गया है. डॉ. रुबिया कहते हैं, यूरोजोन में सेवा और विनिर्माण दो अलग दुनिया नजर आती हैं. विनिर्माण क्षेत्र मंदी में फंसा है, सेवा क्षेत्र अच्छी गति से बढ़ रहा है। विनिर्माण क्षेत्र में नए ऑर्डर के लिहाज से पिछले साल के अंत से अब तक की सबसे बड़ी गिरावट सामने आई है. वहीं, सेवा क्षेत्र की वृद्धि को लेकर वे कहते हैं कि जैसे-जैसे ओलंपिक का असर खत्म होगा विनिर्माण क्षेत्र के संघर्ष का असर सेवाओं पर भी पड़ने लगेगा. ।” उस भविष्यवाणी को दर्शाते हुए, भविष्य के उत्पादन में विश्वास 2024 में अपने सबसे निचले बिंदु पर था, जिसमें जर्मनी और फ्रांस दोनों शामिल थे।
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