बाइडेन सरकार का दावा, पूर्व RAW अधिकारी ने रची थी सिख अलगाववादी नेता पन्नू की हत्या की साजिश
भारत सरकार ने अमेरिकी धरती पर एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की कथित साजिश में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, 39 वर्षीय विकास यादव नाम का अधिकारी कैबिनेट सचिवालय में कार्यरत था.

न्यूयॉर्क में फेडरल प्रॉसिक्यूटर ने आरोप लगाया कि एक भारतीय रॉ (RAW) का अधिकारी पिछले साल गर्मियों में एक अलगाववादी सिख अमेरिकी नागरिक की हत्या की साजिश में शामिल था. अमेरिका के अनुसार, अलगाववादी सिख नेता नागरिक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या साजिश एक पूर्व रॉ अधिकारी ने रची थी. बता दें कि भारत में गुरपतवंत सिंह पन्नू वॉन्टेड की लिस्ट में शामिल है.
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, 39 वर्षीय विकास यादव नाम का अधिकारी कैबिनेट सचिवालय में कार्यरत था, जो विदेश में भारत की खुफिया सर्विस रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) को मॉनिटर करता था. माना जाता है कि यादव ने सरकारी नौकरी छोड़ दी है. उस पर तीन आरोप हैं, जिनमें पैसे लेकर हत्या करना और मनी लॉन्ड्रिंग की साजिश शामिल है. जिस्टिस विभाग ने कहा कि वह अभी भी फरार है.
यादव का साथी जेल में बंद
फेडरल प्रॉसिक्यूटर के अनुसार, उसके साथ मिलकर साजिश रचने वाला निखिल गुप्ता को पिछले साल चेकोस्लोवाकिया में गिरफ्तार किया गया था तथा प्रत्यर्पण के बाद वह अमेरिकी जेल में बंद है. अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक बी. गारलैंड ने कहा कि आज के आरोप दर्शाते हैं कि न्याय विभाग अमेरिकियों को निशाना बनाने और उन्हें खतरे में डालने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेगा.
विकास यादव पर गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप है, जो अमेरिका-कनाडा का नागरिक है और प्रमुख खालिस्तानी अलगाववादी नेता है. एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर रे ने कहा कि आरोपी, जो एक भारतीय सरकारी कर्मचारी है. उसने एक आपराधिक सहयोगी के साथ मिलकर साजिश रची थी.
भारत ने किया इनकार
हालांकि, भारत सरकार ने अमेरिकी धरती पर एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की कथित साजिश में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है. अमेरिकी आरोपों के जवाब में, नई दिल्ली ने मामले की जांच के लिए एक जांच समिति गठित की और अमेरिका ने भारत के सहयोग पर संतोष व्यक्त किया है.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने संवाददाताओं से कहा कि हम भारत के सहयोग से संतुष्ट हैं. यह एक सतत प्रक्रिया है. हम इस पर उनके साथ काम करना जारी रखेंगे और हम सहयोग की सराहना करते हैं.
बीते दिन हुई बैठक में हमने जांच समिति के सदस्यों को अमेरिका द्वारा की जा रही जांच के बारे में जानकारी दी. हमें उनसे उनके द्वारा की जा रही जांच के बारे में जानकारी मिली है. उन्होंने हमें बताया कि न्याय विभाग के अभियोग में नामित व्यक्ति अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है.
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