अमेरिका में 6000 रुपये किलो से अधिक में बिकता है अल्फांसो आम, आप भी कर सकते हैं कमाई; जानिए पूरा तरीका
भारत उन देशों में शामिल है जहां आम की खेती बड़े पैमाने पर होती है. आम का मौसम शुरू हो चुका है और भारत में आम की कई किस्में उगाई जाती हैं. भारत से आम का एक्सपोर्ट भी बड़े पैमाने पर किया जाता है. ऐसे में किसानों और व्यापारियों के पास यह एक अच्छा मौका है कि वे भी आम का एक्सपोर्ट कर सकते हैं. हालांकि, इसके लिए कुछ लाइसेंस और डॉक्युमेंट्स की आवश्यकता होती है.

Mango Export: आम के मौसम की शुरुआत हो चुकी है और कुछ ही दिनों में बाजार में आम की कई किस्में देखने को मिलेंगी. भारत आम उत्पादन के मामले में दुनिया के शीर्ष देशों में शामिल है और विश्व के लगभग 40 फीसदी आम का उत्पादन करता है. आम की फसल किसानों के लिए भी काफी लाभकारी होती है. उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार और गुजरात इसके प्रमुख उत्पादक राज्य हैं. भारत बड़े पैमाने पर आम का एक्सपोर्ट करता है और भारतीय आम अमेरिका, यूके और यूएई जैसे देशों तक पहुंचते हैं. एक्सपोर्ट करने वालों को अच्छी आमदनी होती है. अगर आप भी आम का एक्सपोर्ट करना चाहते हैं, तो जानिए इसकी प्रक्रिया और आवश्यक लाइसेंस की जानकारी.
2023-24 में 495.46 करोड़ रुपये का आम एक्सपोर्ट
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) के अनुसार, 2019-20 में भारत ने 130.87 मिलियन डॉलर मूल्य का आम एक्सपोर्ट किया था. वहीं, 2023-24 में देश ने 32,104.09 मीट्रिक टन ताजे आमों का निर्यात किया, जिसकी कीमत 495.46 करोड़ रुपये (लगभग 60.14 मिलियन अमेरिकी डॉलर) रही.
कौन-कौन से आम होते हैं एक्सपोर्ट
भारत में आम की कई किस्में उगाई जाती हैं, जिनमें प्रत्येक का स्वाद और महक अलग होती है. सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट की जाने वाली किस्मों में शामिल हैं:
- अलफांसो (हापुस)
- तोतापुरी
- केसर
- बादामी
- हरा आम
- राजापुरी
- बंगनपल्ली
सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट किन देशों में होता है
- संयुक्त अरब अमीरात (UAE): भारत के कुल आम एक्सपोर्ट का लगभग 23 फीसदी.
- संयुक्त राज्य अमेरिका (USA): कुल एक्सपोर्ट का करीब 16 फीसदी.
- सऊदी अरब: लगभग 9 फीसदी.
- यूनाइटेड किंगडम (UK): करीब 8 फीसदी.
- नेपाल: लगभग 7 फीसदी .
इसके अलावा बांग्लादेश, कुवैत, ओमान, कतर और बहरीन जैसे देश भी भारतीय आम आयात करते हैं.
भारत से आम का एक्सपोर्ट कैसे करें
- APEDA में रजिस्ट्रेशन करें: यह भारत सरकार की संस्था है जो कृषि उत्पादों के एक्सपोर्ट को बढ़ावा देती है.
- आवश्यक दस्तावेज और परमिट लें.
- विदेशी खरीदारों से संपर्क करें: इसके लिए ऑनलाइन माध्यम जैसे B2B पोर्टल्स का उपयोग किया जा सकता है.
- पैकिंग और ट्रांसपोर्ट का इंतजाम करें: क्योंकि आम जल्दी खराब होने वाला फल है.
- एक्सपोर्ट डेटा का अध्ययन करें: देखें कि किस देश में आम की मांग अधिक है.
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कौन-कौन से लाइसेंस चाहिए
- कंपनी का Registration
- GST नंबर
- Import Export Code (IEC) – डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) से प्राप्त करें
- APEDA में पंजीकरण
- FSSAI लाइसेंस
- Phytosanitary Certificate – यह प्रमाणित करता है कि फल कीट और बीमारियों से मुक्त है.
आम की एक्सपोर्ट कीमत क्या होती है
यह कीमत देश और क्वालिटी के अनुसार अलग-अलग होती है. आमतौर पर अमेरिका, यूके और यूएई जैसे देशों में आम की कीमत 2 से 10 डॉलर प्रति किलो तक होती है. भारत में अल्फांसो आम की कीमत 1000-1500 रुपये प्रति किलो होती है, वहीं अमेरिका में इसकी कीमत 6000 रुपये प्रति किलो से अधिक है. इसलिए किसानों और कारोबारियों के लिए यह एक बेहतरीन कमाई का अवसर हो सकता है.
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