ट्रैफिक फाइन से अब नहीं बच सकेंगे आप, AI काटेगा चालान!
AI के जरिये यातायात उल्लंघन की जांच करने और सही जुर्माना वसूलने के लिए सरकार नए सिस्टम को प्रस्तावित कर रही है. 12वें ट्रैफिक इंफ्राटेक एक्सपो को संबोधित करते हुए परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने इसकी बाद कही.
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 24 अक्टूबर को कहा कि सरकार यातायात उल्लंघन की जांच करने और सही जुर्माना वसूलने के लिए ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के इस्तेमाले का प्रस्ताव कर रही है.
गडकरी ने प्रस्तावित किया नया सिस्टम
ट्रैफिक इंफ्राटेक एक्सपो के 12वें एडिशन को संबोधित करते हुए परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने टोल जुटाने के तरीकों को लेकर कुछ बदलाव करने को लेकर नए प्लान की बात कही है. नए प्लान में सैटेलाइट टोल सिस्टम की भी वकालत की गई है जिससे टॉल कलेक्शन में सुधार और पारदर्शिता बनाई जा सके. गडकरी ने कहा कि बगैर एडवांस इंजीनियरिंग सॉल्यूशन, कानून व्यवस्था में बेहतरी और एआई की तरह नए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रोड सुरक्षा को बेहतर नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के मोर्चे पर रोड सुरक्षा को बेहतर करने के लिए सरकार ने प्राइवेट सेक्टर से कुछ एक्सपर्ट के साथ साझेदारी करने का फैसला कर रही है.
सड़क दुर्घटनाओं में हो रही बढ़ोतरी
गडकरी ने कहा कि बेहतरीन तकनीकों के साथ भारत पारदर्शिता हासिल कर सकता है. इसकी मददस से लागत में कमी आएगी साथ ही सड़क सुरक्षा को भी काफी हद तक बढ़ाया जा सकता है. गडकरी ने सड़क दुर्घटना की संख्या का भी जिक्र करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा को साथ मिलकर ही खत्म किया जा सकता है. देश में हर रोज लगभग 5,00,000 दुर्घटनाएं होती हैं जिसके कारण कई लोगों की मौत भी हो जाती है. उनमें से आधे से ज्यादा मौतें 18-36 साल के वर्ग के लोग होते हैं. गडकरी ने आगे कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाला आर्थिक नुकसान देश के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी का 3 फीसदी होने का अनुमान है.