SUV से EV तक… महिंद्रा का बड़ा दांव, नई फैक्ट्री बनाने के तलाश कर रही जमीन; बिक्री 20% बढ़ने की उम्मीद
महिंद्रा एंड महिंद्रा नई फैक्ट्री बनाने के लिए जमीन तलाश रही है. कंपनी ने एक नया मॉड्यूलर, मल्टी-एनर्जी एनयू आईक्यू प्लेटफॉर्म पेश किया है, जिस पर नई एसयूवी गाड़ियां बनेंगी. पहली गाड़ी साल 2027 में लॉन्च होगी. यह प्लेटफॉर्म भारत और ग्लोबल बाजारों के लिए नई संभावनाओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है.
Mahindra & Mahindra: महिंद्रा एंड महिंद्रा नई फैक्ट्री बनाने के लिए जमीन तलाश रही है. PTI के हवाले से एक बड़े अधिकारी ने बताया कि वे भारत और विदेशी बाजारों के लिए प्रोडक्शन बढ़ाना चाहते हैं. कंपनी ने एक नया मॉड्यूलर, मल्टी-एनर्जी एनयू आईक्यू प्लेटफॉर्म पेश किया है, जिस पर नई एसयूवी गाड़ियां बनेंगी. पहली गाड़ी साल 2027 में लॉन्च होगी. यह प्लेटफॉर्म भारत और ग्लोबल बाजारों के लिए नई संभावनाओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है.
यह नया प्लेटफॉर्म कंपनी की मौजूदा योजनाओं के अतिरिक्त है. महिंद्रा के ऑटो डिवीजन के CEO नलिनीकांत गोल्लागुंटा ने बताया कि कंपनी अपनी चाकन फैक्ट्री में 2.4 लाख यूनिट्स की प्रोडक्शन क्षमता बढ़ा रही है. लेकिन इतना काफी नहीं होगा, इसलिए वे नई फैक्ट्री के लिए जमीन ढूंढ रहे हैं. जब उनसे पूछा गया कि नई फैक्ट्री कब तक बनेगी, तो उन्होंने कहा कि जमीन खरीदने में समय लगता है. इसलिए अभी समय बताना मुश्किल है.
10 लाख यूनिट्स की प्रोडक्शन क्षमता चाहती है कंपनी
कंपनी साल 2027 तक केवल इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 10 लाख यूनिट्स की प्रोडक्शन क्षमता चाहती है. इसके लिए कंपनी ने महाराष्ट्र सरकार को 350 एकड़ जमीन के लिए लेटर ऑफ इंटरेस्ट दिया है. यह इगतपुरी में है. महिंद्रा की पहले से नासिक और इगतपुरी में फैक्ट्रियां हैं. कंपनी अपनी गाड़ियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सर्विस नेटवर्क को भी मजबूत करना चाहती है. हर साल 150-200 नए सर्विस सेंटर खोलने की योजना है. गोल्लागुंटा ने कहा कि सर्विस नेटवर्क बढ़ाना कंपनी के लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि ग्राहकों को बेहतर अनुभव देना उनका टारगेट है. अभी कंपनी के पास करीब 1,100 सर्विस सेंटर हैं और हर साल वे 150-200 नए सेंटर जोड़ना चाहते हैं.
हर साल 10-15 फीसदी बढ़ रही है गाड़ियों की संख्या
उन्होंने बताया कि कंपनी की गाड़ियों की संख्या हर साल 10-15 फीसदी बढ़ रही है, इसलिए सर्विस नेटवर्क को भी उसी रफ्तार से बढ़ाना जरूरी है. नए सर्विस सेंटर शहरों, गांवों और छोटे शहरों में खोले जाएंगे. पहले महिंद्रा की गाड़ियां गांवों और छोटे शहरों में ज्यादा लोकप्रिय थीं, लेकिन अब शहरों में भी इनकी मांग बढ़ रही है. इसलिए मुंबई, दिल्ली जैसे बड़े शहरों में सर्विस नेटवर्क को और मजबूत किया जा रहा है. महिंद्रा का बाजार में हिस्सा 11% से बढ़कर 27% हो गया है. गोल्लागुंटा ने कहा कि इस साल कंपनी की बिक्री में 15-20% की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.