सस्ती EV कारें लाने के लिए मजबूर हुई कार कंपनियां?

भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में अब इलेक्ट्रिक कारों की जंग कॉम्पैक्ट और मिनी सेगमेंट तक पहुंचने वाली है. पेट्रोल इंजन वाली कॉम्पैक्ट कारों में मारुति सुजुकी का दबदबा अब तक अटूट रहा है, लेकिन इलेक्ट्रिक वाहनों में इस वर्चस्व को चुनौती देने की तैयारी शुरू हो चुकी है. अब तक ऑटो कंपनियों की टक्कर ज्यादातर 18 से 25 लाख रुपये वाली इलेक्ट्रिक कारों में रही है, लेकिन देशी बाजार का असली आधार यानी सब-फोर-मीटर कारें अब तक बड़े ब्रांड्स की नजरों से ओझल रहीं. यह सेगमेंट बेहद अहम है क्योंकि वित्त वर्ष 2025 में कुल घरेलू कार बिक्री का 60% से ज्यादा योगदान इसी श्रेणी से आता है. विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले वर्षों में इलेक्ट्रिक कारों का अगला बड़ा युद्धक्षेत्र यही होगा, जहां कंपनियां किफायती कीमत, बेहतर माइलेज और तकनीक के दम पर ग्राहकों को लुभाने की कोशिश करेंगी. ऐसे में अब देखना होगा कि कौन सा ब्रांड इस नई दौड़ में मारुति को चुनौती देता है.